गजब
हे प्रभु गज़ब तेरी माया
जोड़ो चाहे जितनी माया,
साथ नहीं देगी यह काया,
खत्म कहानी यही जो पाया।
हे प्रभु गजब जीवन का मेला
जीवन पथ चलो अकेला
चार दिनों का बस ये मेला
खेलो मिल दुनियां में खेला
हे प्रभु जीवन गज़ब का बाना
जीवन की गति बहता पानी
कर लो जो तुमने हैं ठानी
महल अट्टारी बस बहता पानी
हे प्रभु जीवन गज़ब के ये मेले
जीवन सुख दुःख के है झमेले
गुरु हो या फिर चेले
सब साथ समान सुख दुःख झेले।
हे प्रभु गजब क्या संग जाना
परोपकार बस करते जाना
सुंदर शरीर यही रह जाना
धूं धूं कर बस जल ही जाना।