गुजरे हुए लम्हात को का याद किजिए
यूं मुरादे भी पूरी होगी इक रोज़ ज़रूर पूरी होगी,
कभी सरल तो कभी सख़्त होते हैं ।
वासना है तुम्हारी नजर ही में तो मैं क्या क्या ढकूं,
ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी
---- विश्वगुरु ----
सूरज राम आदित्य (Suraj Ram Aditya)
रंगों का कोई धर्म नहीं होता होली हमें यही सिखाती है ..
कुत्तज़िन्दगी / Musafir baithA
I Have No Desire To Be Found At Any Cost
दोहा त्रयी. . . . शमा -परवाना
*** बिंदु और परिधि....!!! ***
प्रश्नपत्र को पढ़ने से यदि आप को पता चल जाय कि आप को कौन से
*रिश्ते भैया दूज के, सबसे अधिक पवित्र (कुंडलिया)*
जीवन के हर चरण में,
Sueta Dutt Chaudhary Fiji
अगर दुनिया में लाये हो तो कुछ अरमान भी देना।