हर बार सफलता नहीं मिलती, कभी हार भी होती है
ख्वाबों में मेरे इस तरह आया न करो,
रमेशराज की विरोधरस की मुक्तछंद कविताएँ—2.
वोट दिया किसी और को,
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
धार तुम देते रहो
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
आसमानों को छूने की चाह में निकले थे
पढ़ता भारतवर्ष है, गीता, वेद, पुराण
*धन्य विवेकानंद प्रवक्ता, सत्य सनातन ज्ञान के (गीत)*
कोरा कागज और मेरे अहसास.....
Love
Abhijeet kumar mandal (saifganj)
तुम न जाने कितने सवाल करते हो।
अश्लील वीडियो बनाकर नाम कमाने की कृत्य करने वाली बेटियों, सा
💐प्रेम कौतुक-378💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
कर्मठ व्यक्ति की सहनशीलता ही धैर्य है, उसके द्वारा किया क्षम