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16 Jan 2024 · 1 min read

मोहब्बत के लिए गुलकारियां दोनों तरफ से है। झगड़ने को मगर तैयारियां दोनों तरफ से। ❤️ नुमाइश के लिए अब गुफ्तगू होती है मिलने पर। मगर अंदर से तो बेजारियां दोनो तरफ से हैं। ❤️

मोहब्बत के लिए गुलकारियां दोनों तरफ से है।
झगड़ने को मगर तैयारियां दोनों तरफ से।
❤️
नुमाइश के लिए अब गुफ्तगू होती है मिलने पर।
मगर अंदर से तो बेजारियां दोनो तरफ से हैं।
❤️
बना रखी है सरहद, मुल्क में मासूम क्या जाने।
सगीर बच्चों की तो किलकारियां दोनों तरफ से हैं।

Language: Hindi
41 Views
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