*घर की चौखट को लॉंघेगी, नारी दफ्तर जाएगी (हिंदी गजल)*
ज़रा-सी बात चुभ जाये, तो नाते टूट जाते हैं
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
*हर पल मौत का डर सताने लगा है*
इश्क़ में भी हैं बहुत, खा़र से डर लगता है।
मार गई मंहगाई कैसे होगी पढ़ाई🙏✍️🙏
तेरी मुस्कराहटों का राज क्या है
#justareminderekabodhbalak #drarunkumarshastriblogger
सुनो बुद्ध की देशना, गुनो कथ्य का सार।
चमकते तारों में हमने आपको,
हर घर में नहीं आती लक्ष्मी
कोई टूटे तो उसे सजाना सीखो,कोई रूठे तो उसे मनाना सीखो,
वो ख्वाबों में अब भी चमन ढूंढते हैं ।