हमें यह ज्ञात है, आभास है
ईश्वर की कृपा दृष्टि व बड़े बुजुर्ग के आशीर्वाद स्वजनों की द
🥀 *अज्ञानी की कलम*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
उफ़ वो उनकी कातिल भरी निगाहें,
तेरे बिछड़ने पर लिख रहा हूं ग़ज़ल की ये क़िताब,
इंसान कहीं का भी नहीं रहता, गर दिल बंजर हो जाए।
मेरे शीघ्र प्रकाश्य उपन्यास से -
■ एक प्रयास...विश्वास भरा
I guess afterall, we don't search for people who are exactly
#justareminderdrarunkumarshastri
*पद के पीछे लोग 【कुंडलिया】*
जल खारा सागर का
Dr Nisha nandini Bhartiya
मईया का ध्यान लगा
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
तुम्हारी सब अटकलें फेल हो गई,
अक्षर ज्ञान नहीं है बल्कि उस अक्षर का को सही जगह पर उपयोग कर