हमें यह ज्ञात है, आभास है
हमें यह ज्ञात है, आभास है
विचारों में विभेद हो सकता है ,
पर हर्ज क्या है किसी की बात सुनने में
कहीं इस में छुपा कोई राज हो सकता है !!@परिमल
हमें यह ज्ञात है, आभास है
विचारों में विभेद हो सकता है ,
पर हर्ज क्या है किसी की बात सुनने में
कहीं इस में छुपा कोई राज हो सकता है !!@परिमल