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20 Jun 2020 · 1 min read

किरिट सवैया

विश्व पर्यावरण दिवस की आप सभी को ढ़ेरों शुभकामनाएं

काट रहे सब पेड़ नहीं यह, सोच रहे परिणाम भयावह।
मान रहे हर बात नहीं तुम, जान रहे यह काम भयावह।
घोर घटा – घनघोर नहीं पर, नीर बिना अभिराम भयावह।
वृक्ष बिना अति दुष्कर जीवन, स्वास चले बिन धाम भयावाह।।
पं.संजीव शुक्ल ‘सचिन’

Language: Hindi
8 Likes · 7 Comments · 414 Views
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