Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
10 Nov 2024 · 1 min read

” किरदार “

” किरदार ”
अपनी किरदार को बचा के रख लेना
ऐ दोस्त,
लौट के फूलों में नहीं आती खुशबू ।

2 Likes · 2 Comments · 43 Views
Books from Dr. Kishan tandon kranti
View all

You may also like these posts

सच की मौत
सच की मौत
संजीवनी गुप्ता
अब ना होली रंगीन होती है...
अब ना होली रंगीन होती है...
Keshav kishor Kumar
मंजुल प्रभात
मंजुल प्रभात
Dr Nisha Agrawal
खेल
खेल
*प्रणय*
रेतीले तपते गर्म रास्ते
रेतीले तपते गर्म रास्ते
Atul "Krishn"
दोहा
दोहा
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
मैं कविता लिखता हूँ तुम कविता बनाती हो
मैं कविता लिखता हूँ तुम कविता बनाती हो
Awadhesh Singh
23/89.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/89.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
शरीफों में शराफ़त भी दिखाई हमने,
शरीफों में शराफ़त भी दिखाई हमने,
Ravi Betulwala
जब पहली बार
जब पहली बार
हिमांशु Kulshrestha
मेहनत से रोटी मिले दो वक्त की
मेहनत से रोटी मिले दो वक्त की
सुशील भारती
धैर्य बनाये रखे शुरुआत में हर कार्य कठिन होता हैं पीरी धीरे-
धैर्य बनाये रखे शुरुआत में हर कार्य कठिन होता हैं पीरी धीरे-
Raju Gajbhiye
कविता के मीत प्रवासी- से
कविता के मीत प्रवासी- से
प्रो०लक्ष्मीकांत शर्मा
"रक्षाबंधन"
Shashi kala vyas
मां की अभिलाषा
मां की अभिलाषा
Prithvi Singh Beniwal Bishnoi
पिता की व्यथा
पिता की व्यथा
Chitra Bisht
फूल भी हम सबको जीवन देते हैं।
फूल भी हम सबको जीवन देते हैं।
Neeraj Agarwal
*छिपी रहती सरल चेहरों के, पीछे होशियारी है (हिंदी गजल)*
*छिपी रहती सरल चेहरों के, पीछे होशियारी है (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
आनंदानुभूति
आनंदानुभूति
Santosh kumar Miri
हो सके तो तुम स्वयं को गीत का अभिप्राय करना।
हो सके तो तुम स्वयं को गीत का अभिप्राय करना।
दीपक झा रुद्रा
Ak raat mei  ak raaz  hai
Ak raat mei ak raaz hai
Aisha mohan
*युवाओं की शक्ति*
*युवाओं की शक्ति*
Dushyant Kumar
गम   तो    है
गम तो है
Anil Mishra Prahari
शीर्षक – फूलों सा महकना
शीर्षक – फूलों सा महकना
Sonam Puneet Dubey
कभी किसी की सादगी का
कभी किसी की सादगी का
Ranjeet kumar patre
आए हैं फिर चुनाव कहो राम राम जी।
आए हैं फिर चुनाव कहो राम राम जी।
सत्य कुमार प्रेमी
यहाॅं हर इंसान मतलबी है,
यहाॅं हर इंसान मतलबी है,
Ajit Kumar "Karn"
अस्तित्व पर अपने अधिकार
अस्तित्व पर अपने अधिकार
Dr fauzia Naseem shad
" लोग "
Dr. Kishan tandon kranti
वेदों की जननी…नमन तुझे!
वेदों की जननी…नमन तुझे!
मनोज कर्ण
Loading...