Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
22 Feb 2024 · 1 min read

मां की अभिलाषा

माँ आनन्द का वटवृक्ष है,
माँ की अभिलाषा दक्ष है।
माँ परिवार की मूल होती,
माँ बालक सर्वोपरि पक्ष है।।

माँ संतान का होवै मूल है,
माँ घर के बाग का फूल है।
उल्लास से भरी हर्षभंडार,
माँ तोतली समझै समूल है।।

माँ संतान की होती परम है,
संतान जन्म सर्वोच्च कर्म है।
एक देह में दूजी देह बनती,
संतान जन्म देना माने धर्म है।।

संतान ही माँ होती आशा है,
माँ की सर्वोच्च अभिलाषा है।
माँ माफ करै संतान हर भूल,
सुखी संतान माँ अभिलाषा है।।

अपनत्व ही माँ की पहचान है,
अभिलाषा बच्चे माँ की जान है।
माँ चाहती भेंट में देदें धराकाश,
अभिलाषा खुशी लेती मान है।।

माँ हँस दे तो हो जाता सवेरा,
माँ रोये तो हो जाता अँधेरा।
सांझ-सवेरे माँ की गोद प्यारी,
बचपन में होता माँ ही बसेरा।।

पृथ्वीसिंह’ माँ अभिलाषा हम,
जीवन में है माँ की आशा हम।
माँ अभिलाषा बच्चे जग जीते,
माँ की अभिलाषा समृद्ध हम।।

1 Like · 30 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
हो रहा अवध में इंतजार हे रघुनंदन कब आओगे।
हो रहा अवध में इंतजार हे रघुनंदन कब आओगे।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
जागो बहन जगा दे देश 🙏
जागो बहन जगा दे देश 🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
नदियां
नदियां
manjula chauhan
#उपमा
#उपमा
*Author प्रणय प्रभात*
देश गान
देश गान
Prakash Chandra
आभा पंखी से बढ़ी ,
आभा पंखी से बढ़ी ,
Rashmi Sanjay
2875.*पूर्णिका*
2875.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
*कमाल की बातें*
*कमाल की बातें*
आकांक्षा राय
सबका साथ
सबका साथ
Bodhisatva kastooriya
💐प्रेम कौतुक-483💐
💐प्रेम कौतुक-483💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
मैं क्यों याद करूँ उनको
मैं क्यों याद करूँ उनको
gurudeenverma198
खोट
खोट
GOVIND UIKEY
गांव की सैर
गांव की सैर
जगदीश लववंशी
रास्ते है बड़े उलझे-उलझे
रास्ते है बड़े उलझे-उलझे
Buddha Prakash
फूल खिलते जा रहे
फूल खिलते जा रहे
surenderpal vaidya
किसान और जवान
किसान और जवान
Sandeep Kumar
इक धुँधला चेहरा, कुछ धुंधली यादें।
इक धुँधला चेहरा, कुछ धुंधली यादें।
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
हे मात भवानी...
हे मात भवानी...
डॉ.सीमा अग्रवाल
******गणेश-चतुर्थी*******
******गणेश-चतुर्थी*******
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
पिता
पिता
Raju Gajbhiye
बहारों कि बरखा
बहारों कि बरखा
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
बिछड़कर मुझे
बिछड़कर मुझे
Dr fauzia Naseem shad
"ये कविता ही है"
Dr. Kishan tandon kranti
...........
...........
शेखर सिंह
The wrong partner in your life will teach you that you can d
The wrong partner in your life will teach you that you can d
पूर्वार्थ
जिंदगी में सफ़ल होने से ज्यादा महत्वपूर्ण है कि जिंदगी टेढ़े
जिंदगी में सफ़ल होने से ज्यादा महत्वपूर्ण है कि जिंदगी टेढ़े
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
3 *शख्सियत*
3 *शख्सियत*
Dr Shweta sood
बरखा रानी तू कयामत है ...
बरखा रानी तू कयामत है ...
ओनिका सेतिया 'अनु '
*एक अखंड मनुजता के स्वर, अग्रसेन भगवान हैं (गीत)*
*एक अखंड मनुजता के स्वर, अग्रसेन भगवान हैं (गीत)*
Ravi Prakash
घट -घट में बसे राम
घट -घट में बसे राम
डा. सूर्यनारायण पाण्डेय
Loading...