Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
25 Mar 2024 · 1 min read

“ये कविता ही है”

“ये कविता ही है”
ये कविता ही है
जिसमें कह लेते हैं हम
कितना कुछ,
मन की गाँठें खुलती ऐसी
कि मत पूछ।

2 Likes · 2 Comments · 40 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr. Kishan tandon kranti
View all
You may also like:
कहां तक चलना है,
कहां तक चलना है,
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
🙅🤦आसान नहीं होता
🙅🤦आसान नहीं होता
डॉ० रोहित कौशिक
खालीपन
खालीपन
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
बिजली कड़कै
बिजली कड़कै
MSW Sunil SainiCENA
"Looking up at the stars, I know quite well
पूर्वार्थ
गुलाम
गुलाम
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
फोन
फोन
Kanchan Khanna
सुहागरात की परीक्षा
सुहागरात की परीक्षा
Dr. Pradeep Kumar Sharma
■ नया शब्द ■
■ नया शब्द ■
*Author प्रणय प्रभात*
चंदा तुम मेरे घर आना
चंदा तुम मेरे घर आना
नंदलाल सिंह 'कांतिपति'
और क्या ज़िंदगी का हासिल है
और क्या ज़िंदगी का हासिल है
Shweta Soni
चाँद
चाँद
ओंकार मिश्र
साल गिरह की मुबारक बाद तो सब दे रहे है
साल गिरह की मुबारक बाद तो सब दे रहे है
shabina. Naaz
★उसकी यादों का साया★
★उसकी यादों का साया★
★ IPS KAMAL THAKUR ★
मैं तो महज एक माँ हूँ
मैं तो महज एक माँ हूँ
VINOD CHAUHAN
औरत की नजर
औरत की नजर
Annu Gurjar
दोहा-*
दोहा-*
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
आते ही ख़याल तेरा आँखों में तस्वीर बन जाती है,
आते ही ख़याल तेरा आँखों में तस्वीर बन जाती है,
डी. के. निवातिया
पेशवा बाजीराव बल्लाल भट्ट
पेशवा बाजीराव बल्लाल भट्ट
Ajay Shekhavat
मेरी आंखों में कोई
मेरी आंखों में कोई
Dr fauzia Naseem shad
महफिले सजाए हुए है
महफिले सजाए हुए है
Harminder Kaur
लइका ल लगव नही जवान तै खाले मलाई
लइका ल लगव नही जवान तै खाले मलाई
Ranjeet kumar patre
*
*"बीजणा" v/s "बाजणा"* आभूषण
लोककवि पंडित राजेराम संगीताचार्य
सुन लो दुष्ट पापी अभिमानी
सुन लो दुष्ट पापी अभिमानी
Vishnu Prasad 'panchotiya'
तुम याद आ गये
तुम याद आ गये
Surinder blackpen
आसानी से कोई चीज मिल जाएं
आसानी से कोई चीज मिल जाएं
शेखर सिंह
*जो अपना छोड़‌कर सब-कुछ, चली ससुराल जाती हैं (हिंदी गजल/गीतिका)*
*जो अपना छोड़‌कर सब-कुछ, चली ससुराल जाती हैं (हिंदी गजल/गीतिका)*
Ravi Prakash
तन्हाई
तन्हाई
Rajni kapoor
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
फेसबुक
फेसबुक
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
Loading...