Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
9 Apr 2024 · 1 min read

“कारवाँ”

“कारवाँ”
गुजरता ही जा रहा उम्र का ये कारवाँ,
लगाम लगती नहीं जिन्दगी की रफ्तार में।
आशियाना भी अब तलक बस न सका,
ऐसे में क्या रक्खा है ताज और मीनार में।

3 Likes · 3 Comments · 89 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr. Kishan tandon kranti
View all
You may also like:
आस्था स्वयं के विनाश का कारण होती है
आस्था स्वयं के विनाश का कारण होती है
प्रेमदास वसु सुरेखा
ख़ुद ब ख़ुद
ख़ुद ब ख़ुद
Dr. Rajeev Jain
कोई चीज़ मैंने तेरे पास अमानत रखी है,
कोई चीज़ मैंने तेरे पास अमानत रखी है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
लोग चाहते हैं कि आप बेहतर करें
लोग चाहते हैं कि आप बेहतर करें
Virendra kumar
मर्द की मोहब्बत औरत को हमेशा जवान रखती है जबकि मर्द से मिली
मर्द की मोहब्बत औरत को हमेशा जवान रखती है जबकि मर्द से मिली
इशरत हिदायत ख़ान
😊व्यष्टि दर्शन😊
😊व्यष्टि दर्शन😊
*प्रणय*
तुमसे इश्क करके हमने
तुमसे इश्क करके हमने
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
"घर की नीम बहुत याद आती है"
Ekta chitrangini
Dr Arun Kumar shastri
Dr Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
*जिस सभा में जाति पलती, उस सभा को छोड़ दो (मुक्तक)*
*जिस सभा में जाति पलती, उस सभा को छोड़ दो (मुक्तक)*
Ravi Prakash
कजरी (वर्षा-गीत)
कजरी (वर्षा-गीत)
Shekhar Chandra Mitra
*ट्रक का ज्ञान*
*ट्रक का ज्ञान*
Dr. Priya Gupta
4187💐 *पूर्णिका* 💐
4187💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
"" *गीता पढ़ें, पढ़ाएं और जीवन में लाएं* ""
सुनीलानंद महंत
समझदारी शांति से झलकती हैं, और बेवकूफ़ी अशांति से !!
समझदारी शांति से झलकती हैं, और बेवकूफ़ी अशांति से !!
Lokesh Sharma
में स्वयं
में स्वयं
PRATIK JANGID
अगर चुनौतियों को  ललकारने और मात देने की क्षमता नहीं है, तो
अगर चुनौतियों को ललकारने और मात देने की क्षमता नहीं है, तो
Sanjay ' शून्य'
ये सूरज के तेवर सिखाते हैं कि,,
ये सूरज के तेवर सिखाते हैं कि,,
Shweta Soni
पिता का पेंसन
पिता का पेंसन
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
" तो "
Dr. Kishan tandon kranti
दिलों में मतलब और जुबान से प्यार करते हैं,
दिलों में मतलब और जुबान से प्यार करते हैं,
Ranjeet kumar patre
Stages Of Love
Stages Of Love
Vedha Singh
ध्यान सारा लगा था सफर की तरफ़
ध्यान सारा लगा था सफर की तरफ़
अरशद रसूल बदायूंनी
बाल दिवस विशेष- बाल कविता - डी के निवातिया
बाल दिवस विशेष- बाल कविता - डी के निवातिया
डी. के. निवातिया
आज तू नहीं मेरे साथ
आज तू नहीं मेरे साथ
हिमांशु Kulshrestha
तेरे हम है
तेरे हम है
Dinesh Kumar Gangwar
तितली
तितली
Dr. Pradeep Kumar Sharma
भारत की गौरवभूमि में जन्म लिया है
भारत की गौरवभूमि में जन्म लिया है
Sonam Puneet Dubey
जो लिखा है
जो लिखा है
Dr fauzia Naseem shad
बहुत अंदर तक जला देती हैं वो शिकायतें,
बहुत अंदर तक जला देती हैं वो शिकायतें,
शेखर सिंह
Loading...