Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
30 Oct 2023 · 1 min read

ध्यान सारा लगा था सफर की तरफ़

ध्यान सारा लगा था सफर की तरफ़
उसने देखा नहीं चश्मे तर की तरफ़

आज सीखा वफ़ादारियों का सबक़
देखकर बेवफ़ा बेख़बर की तरफ़

रास्ते खुद ही आसान होते गए
ध्यान था ही नहीं राहबर की तरफ़

क़त्ल दस्तार के वास्ते हो गया
हाथ उसने बढ़ाया था सर की तरफ़

क़ैद करना परिंदों को मुश्किल हुआ
पड़ गई है नज़र बालो पर की तरफ़

फिर बुढ़ापे का मंज़र सताने लगा
देखकर कट रहे इक शजर की तरफ़

राह की मुश्किलों का कोई डर नहीं
अब कदम चल पड़े हैं सफ़र की तरफ़

67 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
दिन और रात-दो चरित्र
दिन और रात-दो चरित्र
Suryakant Dwivedi
भरोसा सब पर कीजिए
भरोसा सब पर कीजिए
Ranjeet kumar patre
बस गया भूतों का डेरा
बस गया भूतों का डेरा
Buddha Prakash
शिक्षा बिना है, जीवन में अंधियारा
शिक्षा बिना है, जीवन में अंधियारा
gurudeenverma198
भक्ति -गजल
भक्ति -गजल
rekha mohan
चन्दा लिए हुए नहीं,
चन्दा लिए हुए नहीं,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
यादों की तुरपाई कर दें
यादों की तुरपाई कर दें
Shweta Soni
■ मुक्तक...
■ मुक्तक...
*Author प्रणय प्रभात*
💐प्रेम कौतुक-245💐
💐प्रेम कौतुक-245💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
बदलता चेहरा
बदलता चेहरा
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
बारिश की संध्या
बारिश की संध्या
महेश चन्द्र त्रिपाठी
"लक्ष्य"
Dr. Kishan tandon kranti
Tapish hai tujhe pane ki,
Tapish hai tujhe pane ki,
Sakshi Tripathi
2989.*पूर्णिका*
2989.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
निभाना साथ प्रियतम रे (विधाता छन्द)
निभाना साथ प्रियतम रे (विधाता छन्द)
नाथ सोनांचली
बाल मन
बाल मन
लक्ष्मी सिंह
गांधी जी का चौथा बंदर
गांधी जी का चौथा बंदर
नंदलाल सिंह 'कांतिपति'
वृक्ष बड़े उपकारी होते हैं,
वृक्ष बड़े उपकारी होते हैं,
अनूप अम्बर
जाने वाले साल को सलाम ,
जाने वाले साल को सलाम ,
Dr. Man Mohan Krishna
दीवानगी
दीवानगी
Shyam Sundar Subramanian
सारे जग को मानवता का पाठ पढ़ा कर चले गए...
सारे जग को मानवता का पाठ पढ़ा कर चले गए...
Sunil Suman
*तन पर करिएगा नहीं, थोड़ा भी अभिमान( नौ दोहे )*
*तन पर करिएगा नहीं, थोड़ा भी अभिमान( नौ दोहे )*
Ravi Prakash
कीलों की क्या औकात ?
कीलों की क्या औकात ?
Anand Sharma
कहाँ से लाऊँ वो उम्र गुजरी हुई
कहाँ से लाऊँ वो उम्र गुजरी हुई
डॉ. दीपक मेवाती
सफलता की ओर
सफलता की ओर
Vandna Thakur
स्वार्थी नेता
स्वार्थी नेता
पंकज कुमार कर्ण
ख़्वाब टूटा
ख़्वाब टूटा
Dr fauzia Naseem shad
विदाई गीत
विदाई गीत
Dr Archana Gupta
मैं खुश हूँ! गौरवान्वित हूँ कि मुझे सच्चाई,अच्छाई और प्रकृति
मैं खुश हूँ! गौरवान्वित हूँ कि मुझे सच्चाई,अच्छाई और प्रकृति
विमला महरिया मौज
श्री राम अर्चन महायज्ञ
श्री राम अर्चन महायज्ञ
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
Loading...