कविता
सौम्य सरस रसधार है कविता,
गीतों में शृंगार है कविता।
शब्द भाव भाषा और शैली,
मधुर मुक्त उपहार है कविता।
प्रेम प्रणय मनुहार है कविता
भंवरों की गुंजार है कविता।
बारिश की बूंदों सी टिप टिप,
सावन की बौछार है कविता ।
कवियों की पहचान है कविता,
अधरों पर मुस्कान है कविता।
सात स्वरों की सरगम मीठी,
शारद की वरदान है कविता।
स्वप्नलोक की गाँव है कविता,
थके हुए को ठाॅंव है कविता ।
बचपन की अनुपम फुलवारी,
माँ के आंचल सी छांव है कविता।
वन्दना नामदेव