कन्याओं की पुकार
कन्याओं की पुकार
हे जगदंबा दुष्ट संहारिणी,
आकर हम पर कृपा करो।
हम भी बने सिंह सपूतनी,
अदम्य साहस शक्ति भरो।
दुष्टों का हम करें सफाया,
कुकर्मियों का हम नाश करें।
भारत में घूमे निर्भय होकर,
भय हृदय का दूर करें।
हमें चंडी, दुर्गा बना दो,
बुद्धि बल का विस्तार करो।
छूने न पाए तन मन हमारा,
रूप अपने का प्रकाश भरो।
उठे हाथ जो कुकर्मियों का,
धड़ से उसे अलग करें।
उठे हाथ जो रक्षा कारण,
राखी ,मौली से सुशोभित करें।
उठे नजर जो कुलक्षण की,
आंखें फोड़ धरती धरे।
बोले बोल जो अपशब्दों के,
पकड़ जिह्वा कटार धरे।
ललिता कश्यप गांव सायर जिला बिलासपुर हिमाचल प्रदेश