Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
30 Apr 2019 · 1 min read

ओम जय मोबाइल देवा –आर के रस्तोगी

ओम जय मोबाइल देवा ,प्रभु जय मोबाइल देवा |
तुम सबकी करत हो सेवा, प्रभु दिन रात ही सेवा || ओम जय —
तुम बिन आँख न खुलत है,तुम बिन न होत कलेवा |
इस तरह तुम जन जन की,आठो पहर करत सेवा || ओम जय —
तुम बिन कोई काम न होत जब तक तुम न होवा |
मात-पिता हो तुम मेरे ,पर बच्चो की करत हो सेवा || ओम जय —
तुम बिन चैट न होत है,तुम बिन मित्र नहीं बनते |
हम तो थक जाते है प्रभु,पर तुम कभी नही थकते || ओम जय—
तुम हो मेरे प्राण पिता ,तुमको बिसराऊ अब कैसे |
जब तुम नहीं होते, मै तडफू जल बिन मीन जैसे || ओम जय —
भूल जाते है सब काम जग के,पर तुमको न भूलते |
कृपा करो प्रभु सब पर, हम तो तुम्हरी शरण रहते || ओम जय —

आर के रस्तोगी
बी १३१५ पालम विहार गुडगाँव
मो 9971006425

Language: Hindi
2 Likes · 2 Comments · 309 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Ram Krishan Rastogi
View all
You may also like:
महामानव पंडित दीनदयाल उपाध्याय
महामानव पंडित दीनदयाल उपाध्याय
Indu Singh
प्यार की कलियुगी परिभाषा
प्यार की कलियुगी परिभाषा
Mamta Singh Devaa
3269.*पूर्णिका*
3269.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
उफ ये सादगी तुम्हारी।
उफ ये सादगी तुम्हारी।
Taj Mohammad
क्या ख़ूब तरसे हैं हम उस शख्स के लिए,
क्या ख़ूब तरसे हैं हम उस शख्स के लिए,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
नूतन सद्आचार मिल गया
नूतन सद्आचार मिल गया
Pt. Brajesh Kumar Nayak
चुप्पी और गुस्से का वर्णभेद / MUSAFIR BAITHA
चुप्पी और गुस्से का वर्णभेद / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
संग चले जीवन की राह पर हम
संग चले जीवन की राह पर हम
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
■ मुक्तक-
■ मुक्तक-
*प्रणय प्रभात*
*प्यार भी अजीब है (शिव छंद )*
*प्यार भी अजीब है (शिव छंद )*
Rituraj shivem verma
यूं ही नहीं होते हैं ये ख्वाब पूरे,
यूं ही नहीं होते हैं ये ख्वाब पूरे,
Shubham Pandey (S P)
जिस बाग में बैठा वहां पे तितलियां मिली
जिस बाग में बैठा वहां पे तितलियां मिली
कृष्णकांत गुर्जर
प्रेम
प्रेम
Sushmita Singh
अगहन कृष्ण पक्ष में पड़ने वाली एकादशी को उत्पन्ना एकादशी के
अगहन कृष्ण पक्ष में पड़ने वाली एकादशी को उत्पन्ना एकादशी के
Shashi kala vyas
मोहब्बत के लिए गुलकारियां दोनों तरफ से है। झगड़ने को मगर तैयारियां दोनों तरफ से। ❤️ नुमाइश के लिए अब गुफ्तगू होती है मिलने पर। मगर अंदर से तो बेजारियां दोनो तरफ से हैं। ❤️
मोहब्बत के लिए गुलकारियां दोनों तरफ से है। झगड़ने को मगर तैयारियां दोनों तरफ से। ❤️ नुमाइश के लिए अब गुफ्तगू होती है मिलने पर। मगर अंदर से तो बेजारियां दोनो तरफ से हैं। ❤️
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
वाह रे मेरे समाज
वाह रे मेरे समाज
Dr Manju Saini
क्यूट हो सुंदर हो प्यारी सी लगती
क्यूट हो सुंदर हो प्यारी सी लगती
Jitendra Chhonkar
काश
काश
लक्ष्मी सिंह
दोहा
दोहा
गुमनाम 'बाबा'
** चीड़ के प्रसून **
** चीड़ के प्रसून **
लक्ष्मण 'बिजनौरी'
नमामि राम की नगरी, नमामि राम की महिमा।
नमामि राम की नगरी, नमामि राम की महिमा।
डॉ.सीमा अग्रवाल
पर्यावरण और प्रकृति
पर्यावरण और प्रकृति
Dhriti Mishra
बुंदेली दोहा-गर्राट
बुंदेली दोहा-गर्राट
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
हमने तो सोचा था कि
हमने तो सोचा था कि
gurudeenverma198
दर्द -ऐ सर हुआ सब कुछ भुलाकर आये है ।
दर्द -ऐ सर हुआ सब कुछ भुलाकर आये है ।
Phool gufran
बस जिंदगी है गुज़र रही है
बस जिंदगी है गुज़र रही है
Manoj Mahato
"आज का दौर"
Dr. Kishan tandon kranti
ਸੰਵਿਧਾਨ ਦੀ ਆਤਮਾ
ਸੰਵਿਧਾਨ ਦੀ ਆਤਮਾ
विनोद सिल्ला
यह ज़िंदगी है आपकी
यह ज़िंदगी है आपकी
Dr fauzia Naseem shad
युद्ध के स्याह पक्ष
युद्ध के स्याह पक्ष
Aman Kumar Holy
Loading...