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6 Mar 2022 · 1 min read

एकमत्वता

तेरे मेरे मन की भाषा ,
रचे प्रेम की नव परिभाषा।
एक सपना, एक अभिलाषा,
और हो एक ही आशा ।
दो तन परंतु एक जान,
आत्मा आत्मा करे परस्पर संभाषण,
जीवन संगीत की एक तान ,
यदि यूंही रहे तो फिर कैसी निराशा ।

Language: Hindi
2 Likes · 2 Comments · 166 Views
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