जो आपका गुस्सा सहन करके भी आपका ही साथ दें,
सपन सुनहरे आँज कर, दे नयनों को चैन ।
महिलाएं अक्सर हर पल अपने सौंदर्यता ,कपड़े एवम् अपने द्वारा क
M.A वाले बालक ने जब तलवे तलना सीखा था
भेड़ों के बाड़े में भेड़िये
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
नीम करोरी वारे बाबा की, महिमा बडी अनन्त।
Har roj tumhara wahi intajar karti hu
23/168.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
आलोचना - अधिकार या कर्तव्य ? - शिवकुमार बिलगरामी
Just like a lonely star, I am staying here visible but far.
फिर से तन्हा ek gazal by Vinit Singh Shayar
दिल के इक कोने में तुम्हारी यादों को महफूज रक्खा है।
नच ले,नच ले,नच ले, आजा तू भी नच ले
*दादा जी डगमग चलते हैं (बाल कविता)*
हमारी तुम्हारी मुलाकात
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '