Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
8 Jul 2023 · 1 min read

इक दुनिया है…….

” इक दुनिया है ”

ज़लज़लों से दूर इक दुनिया है ।
रोशनी से पुरनूर इक दुनिया है ।।

ग़मों का… ज़िक्र नहीं जहां पर ।
ख़ुशियों से भरपूर इक दुनिया है ।।

नफ़रतों की धुंध में खोए हैं लोग ।
मुहब्बतों में चूर… इक दुनिया है ।।

जहां सरहदों की…. न हो बंदिशें ।
ऐसी भी हुज़ूर….. इक दुनिया है ।।

©डॉ वासिफ़ काज़ी
©काज़ी की कलम

28/3/2, अहिल्या पल्टन , इक़बाल कॉलोनी
इंदौर, मध्यप्रदेश

2 Likes · 925 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
मानसिक विकलांगता
मानसिक विकलांगता
Dr fauzia Naseem shad
सीख
सीख
Dr.Pratibha Prakash
उन सड़कों ने प्रेम जिंदा रखा है
उन सड़कों ने प्रेम जिंदा रखा है
Arun Kumar Yadav
उम्मीद
उम्मीद
Paras Nath Jha
वह मुझे चाहता बहुत तो था
वह मुझे चाहता बहुत तो था
Shweta Soni
तुम्हारे स्वप्न अपने नैन में हर पल संजोती हूँ
तुम्हारे स्वप्न अपने नैन में हर पल संजोती हूँ
Dr Archana Gupta
बढ़ता उम्र घटता आयु
बढ़ता उम्र घटता आयु
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
#वर_दक्षिण (दहेज)
#वर_दक्षिण (दहेज)
संजीव शुक्ल 'सचिन'
फेसबुक गर्लफ्रेंड
फेसबुक गर्लफ्रेंड
Dr. Pradeep Kumar Sharma
Dr Arun Kumar shastri
Dr Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
23/82.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/82.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
"सावधान"
Dr. Kishan tandon kranti
" अकेलापन की तड़प"
Pushpraj Anant
ਕਿਸਾਨੀ ਸੰਘਰਸ਼
ਕਿਸਾਨੀ ਸੰਘਰਸ਼
Surinder blackpen
जिनकी खातिर ठगा और को,
जिनकी खातिर ठगा और को,
डॉ.सीमा अग्रवाल
इश्क
इश्क
SUNIL kumar
मुहब्बत कुछ इस कदर, हमसे बातें करती है…
मुहब्बत कुछ इस कदर, हमसे बातें करती है…
Anand Kumar
अब रिश्तों का व्यापार यहां बखूबी चलता है
अब रिश्तों का व्यापार यहां बखूबी चलता है
Pramila sultan
भय, भाग्य और भरोसा (राहुल सांकृत्यायन के संग) / MUSAFIR BAITHA
भय, भाग्य और भरोसा (राहुल सांकृत्यायन के संग) / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
#साहित्यपीडिया
#साहित्यपीडिया
*Author प्रणय प्रभात*
*पर्वत से दृढ़ तुम पिता, वंदन है शत बार (कुंडलिया)*
*पर्वत से दृढ़ तुम पिता, वंदन है शत बार (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
आखिर में मर जायेंगे सब लोग अपनी अपनी मौत,
आखिर में मर जायेंगे सब लोग अपनी अपनी मौत,
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
दूर मजदूर
दूर मजदूर
Jeewan Singh 'जीवनसवारो'
हिंदी माता की आराधना
हिंदी माता की आराधना
ओनिका सेतिया 'अनु '
💐प्रेम कौतुक-492💐
💐प्रेम कौतुक-492💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
मै ठंठन गोपाल
मै ठंठन गोपाल
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
चरित्र अगर कपड़ों से तय होता,
चरित्र अगर कपड़ों से तय होता,
Sandeep Kumar
"पसंद और प्रेम"
पूर्वार्थ
......तु कोन है मेरे लिए....
......तु कोन है मेरे लिए....
Naushaba Suriya
Almost everyone regard this world as a battlefield and this
Almost everyone regard this world as a battlefield and this
Sukoon
Loading...