Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
9 Nov 2023 · 1 min read

तुम्हारे स्वप्न अपने नैन में हर पल संजोती हूँ

तुम्हारे स्वप्न अपने नैन में हर पल संजोती हूँ
बिछड़ने के खयालों से भी डरती और रोती हूँ
समझने की करो कोशिश,गलत समझो नहीं मुझको
मैं तुमसे प्यार करती हूँ तभी नाराज़ होती हूँ

तुम्हारे ही सपन हम नैन में हर पल संजोते हैं
बिछड़ने के खयालों से भी डरकर खूब रोते हैं
समझने की करो कोशिश,गलत समझो नहीं हमको
बहुत ही प्यार है तुमसे तभी नाराज़ होते हैं

09।11।2023
डॉ अर्चना गुप्ता

Language: Hindi
1 Like · 187 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr Archana Gupta
View all
You may also like:
धरती करें पुकार
धरती करें पुकार
नूरफातिमा खातून नूरी
अच्छे दामों बिक रहे,
अच्छे दामों बिक रहे,
sushil sarna
#जयहिंद
#जयहिंद
Rashmi Ranjan
2758. *पूर्णिका*
2758. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
अब बस बहुत हुआ हमारा इम्तिहान
अब बस बहुत हुआ हमारा इम्तिहान
ruby kumari
इतने बीमार
इतने बीमार
Dr fauzia Naseem shad
"चरित्र-दर्शन"
Dr. Kishan tandon kranti
'तड़प'
'तड़प'
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
कर्म-बीज
कर्म-बीज
Ramswaroop Dinkar
आज का अभिमन्यु
आज का अभिमन्यु
विजय कुमार अग्रवाल
पहले मैं इतना कमजोर था, कि ठीक से खड़ा भी नहीं हो पाता था।
पहले मैं इतना कमजोर था, कि ठीक से खड़ा भी नहीं हो पाता था।
SPK Sachin Lodhi
रंगों की दुनिया में सब से
रंगों की दुनिया में सब से
shabina. Naaz
होली आ रही है रंगों से नहीं
होली आ रही है रंगों से नहीं
Ranjeet kumar patre
वर्णिक छंद में तेवरी
वर्णिक छंद में तेवरी
कवि रमेशराज
इस सलीके से तू ज़ुल्फ़ें सवारें मेरी,
इस सलीके से तू ज़ुल्फ़ें सवारें मेरी,
Vaishnavi Gupta (Vaishu)
बचपन के दिन
बचपन के दिन
Surinder blackpen
*कागभुशुंडी जी नमन, काग-रूप विद्वान (कुछ दोहे)*
*कागभुशुंडी जी नमन, काग-रूप विद्वान (कुछ दोहे)*
Ravi Prakash
दिव्य-भव्य-नव्य अयोध्या
दिव्य-भव्य-नव्य अयोध्या
डा. सूर्यनारायण पाण्डेय
राम-हाथ सब सौंप कर, सुगम बना लो राह।
राम-हाथ सब सौंप कर, सुगम बना लो राह।
डॉ.सीमा अग्रवाल
वक्त
वक्त
Shyam Sundar Subramanian
जीवन का लक्ष्य महान
जीवन का लक्ष्य महान
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
आप जब हमको दिखते हैं
आप जब हमको दिखते हैं
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
5. इंद्रधनुष
5. इंद्रधनुष
Rajeev Dutta
💐प्रेम कौतुक-184💐
💐प्रेम कौतुक-184💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
फिर से तन्हा ek gazal by Vinit Singh Shayar
फिर से तन्हा ek gazal by Vinit Singh Shayar
Vinit kumar
"ख़्वाब को लेना नहीं कुछ नींद से या रात से।
*Author प्रणय प्रभात*
बोल
बोल
Dr. Pradeep Kumar Sharma
*सुविचरण*
*सुविचरण*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
मनमीत मेरे तुम हो
मनमीत मेरे तुम हो
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी"
अजीब सी बेताबी है
अजीब सी बेताबी है
शेखर सिंह
Loading...