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11 Mar 2023 · 1 min read

“ख़्वाब को लेना नहीं कुछ नींद से या रात से।

“ख़्वाब को लेना नहीं कुछ नींद से या रात से।
ग़ौर से यदि देखिए तो ज़िंदगी ख़ुद ख़्वाब है।।”

😶प्रणय प्रभात😶

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