Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
15 Sep 2024 · 1 min read

” आरजू “

” आरजू ”
मेरी कुछ ख्वाहिशें तो पूरी हुई
और कुछ रह गई अधूरी,
अब आरजू सिर्फ इतनी ‘किशन’
ये कलम औरों के काम आए।

2 Likes · 2 Comments · 32 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr. Kishan tandon kranti
View all
You may also like:
ताउम्र रास्ते पे तो चलते रहे हम
ताउम्र रास्ते पे तो चलते रहे हम
Befikr Lafz
भोजपुरी के संवैधानिक दर्जा बदे सरकार से अपील
भोजपुरी के संवैधानिक दर्जा बदे सरकार से अपील
आकाश महेशपुरी
"फागुन में"
Dr. Kishan tandon kranti
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
*यह दौर गजब का है*
*यह दौर गजब का है*
Harminder Kaur
मुझमें भी कुछ अच्छा है
मुझमें भी कुछ अच्छा है
Shweta Soni
रात
रात
SHAMA PARVEEN
........?
........?
शेखर सिंह
समझ
समझ
Shyam Sundar Subramanian
बर्दास्त की आख़िर हद तक देखा मैंने,
बर्दास्त की आख़िर हद तक देखा मैंने,
ओसमणी साहू 'ओश'
3425⚘ *पूर्णिका* ⚘
3425⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
कलम लिख दे।
कलम लिख दे।
Pt. Brajesh Kumar Nayak
वक़्त
वक़्त
Dinesh Kumar Gangwar
यक्ष प्रश्न
यक्ष प्रश्न
Shashi Mahajan
मुहब्बत नहीं है आज
मुहब्बत नहीं है आज
Tariq Azeem Tanha
Readers Books Club:
Readers Books Club:
पूर्वार्थ
जलती बाती प्रेम की,
जलती बाती प्रेम की,
sushil sarna
बस इसी सवाल का जवाब
बस इसी सवाल का जवाब
gurudeenverma198
कहां से कहां आ गए हम..!
कहां से कहां आ गए हम..!
Srishty Bansal
निभाने वाला आपकी हर गलती माफ कर देता और छोड़ने वाला बिना गलत
निभाने वाला आपकी हर गलती माफ कर देता और छोड़ने वाला बिना गलत
Ranjeet kumar patre
मैं सत्य सनातन का साक्षी
मैं सत्य सनातन का साक्षी
Mohan Pandey
सब मुकम्मल है अपनी नज़रों में ।
सब मुकम्मल है अपनी नज़रों में ।
Dr fauzia Naseem shad
"नित खैर मंगा सोणया" गीत से "सोणया" शब्द का न हटना साबित करत
*प्रणय*
सूखी नहर
सूखी नहर
मनोज कर्ण
मैं प्रगति पर हूँ ( मेरी विडम्बना )
मैं प्रगति पर हूँ ( मेरी विडम्बना )
VINOD CHAUHAN
बलराम विवाह
बलराम विवाह
Rekha Drolia
यह 🤦😥😭दुःखी संसार🌐🌏🌎🗺️
यह 🤦😥😭दुःखी संसार🌐🌏🌎🗺️
डॉ० रोहित कौशिक
कुछ मन की कोई बात लिख दूँ...!
कुछ मन की कोई बात लिख दूँ...!
Aarti sirsat
प्यासा के भोजपुरी ग़ज़ल
प्यासा के भोजपुरी ग़ज़ल
Vijay kumar Pandey
थोड़ा राज बनकर रहना जरूरी हो गया है दोस्त,
थोड़ा राज बनकर रहना जरूरी हो गया है दोस्त,
P S Dhami
Loading...