किसी का बेवक्त गुजर जाना
किसी का बेवक्त गुजर जाना जीवन का समाप्त हो जाना। सपनों, उम्मीदों, संबंधों, रिश्तों पर पूर्ण विराम लग जाना।
बेसुध मां बहन पत्नी बेटे बेटी व बाप भाई का हार जाना।
अनाथ, बेवा, टूटी लाठी से उस घर का खंडहर हो जाना।
संघर्ष की पराकाष्ठा से परिवार का हर दिन गुजरते जाना।
उसकी तस्वीर को देख मन ही मन दिन – रात रोते जाना।
त्योहारों की खुशियां चकाचौंध का मातम में बदल जाना।
बहुत तकलीफ़ देता है किसी का यूं ही बेवक्त चले जाना।