Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
11 Nov 2023 · 1 min read

“आओ दीपावली मनाएँ”

आओ किसी के सूने मन में दीप जलाएँ,
हम सब मिलजुल कर दीपावली मनाएँ।
बहुत है गम के अंधेरे, फिर भी कुछ उम्मीद जगाएँ,
आओ किसी के सूने मन में दीप जलाएँ।

एक माँ का लाल गया देश की सीमा पर
मातृभूमि की रक्षा खातिर गोली खाए सीना पर
छीन गई उस दुखियारी के बुढ़ापे की लाठी
जीवन में रह गई अब और क्या बाकी
कुछ पहल कर उन्हें सहारा और उम्मीद दिलाएँ,
आओ किसी के सूने मन में दीप जलाएँ।

गरीबी की मार ऐसी की दो वक्त की रोटी नहीं
चार वर्ष से फसल खराब बात यह छोटी नहीं
सड़कों पर रोशनी औ’ पेट में अन्धेरा घर बनाए
रब से भरोसा उठा आँखों में निराशा के आँसू आए
कुछ पहल कर उन्हें राहत और उम्मीद दिलाएँ,
आओ किसी के सूने मन में दीप जलाएँ।

बहुत है गम के अंधेरे फिर भी कुछ उम्मीद जगाएँ,
आओ हम सब मिलजुल कर दीपावली मनाएँ।

(मेरी प्रथम काव्य-कृति : ‘तस्वीर बदल रही है’ से कुछ अंश।

डॉ. किशन टण्डन क्रान्ति
साहित्य वाचस्पति
सर्वाधिक होनहार लेखक के रूप में
विश्व रिकॉर्ड में दर्ज।

Language: Hindi
14 Likes · 8 Comments · 236 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr. Kishan tandon kranti
View all
You may also like:
कैसा कोलाहल यह जारी है....?
कैसा कोलाहल यह जारी है....?
पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप"
मंजिल
मंजिल
Dr. Pradeep Kumar Sharma
सूनी आंखों से भी सपने तो देख लेता है।
सूनी आंखों से भी सपने तो देख लेता है।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
बचपन और गांव
बचपन और गांव
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
रहो कृष्ण की ओट
रहो कृष्ण की ओट
Satish Srijan
“दूल्हे की परीक्षा – मिथिला दर्शन” (संस्मरण -1974)
“दूल्हे की परीक्षा – मिथिला दर्शन” (संस्मरण -1974)
DrLakshman Jha Parimal
बाग़ी
बाग़ी
Shekhar Chandra Mitra
🙅आज का उपाय🙅
🙅आज का उपाय🙅
*प्रणय*
A Picture Taken Long Ago!
A Picture Taken Long Ago!
R. H. SRIDEVI
सच का सौदा
सच का सौदा
अरशद रसूल बदायूंनी
उस्ताद नहीं होता
उस्ताद नहीं होता
Dr fauzia Naseem shad
भटकता पंछी !
भटकता पंछी !
Niharika Verma
"रिश्तों का विस्तार"
Dr. Kishan tandon kranti
हमारा विद्यालय
हमारा विद्यालय
आर.एस. 'प्रीतम'
हम कहाँ से कहाँ आ गए हैं। पहले के समय में आयु में बड़ों का स
हम कहाँ से कहाँ आ गए हैं। पहले के समय में आयु में बड़ों का स
इशरत हिदायत ख़ान
अ-परिभाषित जिंदगी.....!
अ-परिभाषित जिंदगी.....!
VEDANTA PATEL
*पृथ्वी दिवस*
*पृथ्वी दिवस*
Madhu Shah
व्यंग्य एक अनुभाव है +रमेशराज
व्यंग्य एक अनुभाव है +रमेशराज
कवि रमेशराज
Mere papa
Mere papa
Aisha Mohan
🥀*अज्ञानी की कलम*🥀
🥀*अज्ञानी की कलम*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
ॐ নমঃ শিবায়
ॐ নমঃ শিবায়
Arghyadeep Chakraborty
हिम्मत वो हुनर है , जो आपको कभी हारने नहीं देता।   नील रूहान
हिम्मत वो हुनर है , जो आपको कभी हारने नहीं देता। नील रूहान
Neelofar Khan
कुदरत
कुदरत
Neeraj Agarwal
दुनिया के चकाचौंध में मत पड़ो
दुनिया के चकाचौंध में मत पड़ो
Ajit Kumar "Karn"
मोह की समाप्ति भय का अंत है,
मोह की समाप्ति भय का अंत है,
पूर्वार्थ
परमपिता तेरी जय हो !
परमपिता तेरी जय हो !
Mrs PUSHPA SHARMA {पुष्पा शर्मा अपराजिता}
सब कुछ बदल गया,
सब कुछ बदल गया,
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
6) जाने क्यों
6) जाने क्यों
पूनम झा 'प्रथमा'
हाथ में कलम और मन में ख्याल
हाथ में कलम और मन में ख्याल
Sonu sugandh
नवरात्रि के आठवें दिन मां महागौरी की पूजा की जाती है और कन्य
नवरात्रि के आठवें दिन मां महागौरी की पूजा की जाती है और कन्य
Shashi kala vyas
Loading...