Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
3 Feb 2017 · 1 min read

आईना

आईना

कहीं नहीं हूँ मैं
अपनी कविता में
नहीं है मेरा कोई सपना
या फिर कोई अपना
हैं तो बस आंसू
या फिर आहें
या फिर कराहें
जो किसी मासूम को
पीटे जाने पर
देती हैं सुनाई
या फिर बद्दुआऐ
भूखे पेट या आत्यचारों से
उपजी रुलाई
या फिर चीखें
मसली जाती कलियों की
या फिर उन उजड़ी गलियों की
जहाँ नहीं पहुचता कोई ज्ञान
न कोई स्वच्छता अभियान
अपराधी रहता निडर, निश्चिंत
पीडितों पर भेजी जाती
लानत-फलानत
कि उसकी देह का होगा
सब किया -धरा
ऐसे में शर्म कर लेती
आत्महत्या
समाज को तडफड़ाते प्रश्नों के
कटधड़े में करके खड़ा।
बस दिखाती है मेरी कविता
अव्यवस्था का ज़हर भरा धोल
आने वाले उजालों की उम्मीद का
बजता ढोल
धरती है गोल
कहती है कविता
उसी की धूरी पर चलो
सूर्य है हमदर्द
उसके आगे प्रदूषण न खड़ा करो
प्रकृति है समुज्जवला
उसका अपमान मत करो
प्रकृति देती है
उससे लेने वालो बनो

मेरी कविता के हाथ में है
एक आईना
दिखाती चलती है
अच्छा है या बुरा
संवेदन है या खुर्दरा
कोई भी देखे
चाहे तो संवार ले
उसमें अपना चेहरा।

Language: Hindi
450 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Santosh Khanna (world record holder)
View all
You may also like:
कलियुग के प्रथम चरण का आरंभ देखिये
कलियुग के प्रथम चरण का आरंभ देखिये
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
ख्याल नहीं थे उम्दा हमारे, इसलिए हालत ऐसी हुई
ख्याल नहीं थे उम्दा हमारे, इसलिए हालत ऐसी हुई
gurudeenverma198
हिन्दी ग़ज़़लकारों की अंधी रति + रमेशराज
हिन्दी ग़ज़़लकारों की अंधी रति + रमेशराज
कवि रमेशराज
परीक्षाएँ आ गईं........अब समय न बिगाड़ें
परीक्षाएँ आ गईं........अब समय न बिगाड़ें
पंकज कुमार शर्मा 'प्रखर'
"मौन"
Dr. Kishan tandon kranti
जीने दो मुझे अपने वसूलों पर
जीने दो मुझे अपने वसूलों पर
goutam shaw
आपदा से सहमा आदमी
आपदा से सहमा आदमी
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
गुनाह ना करके भी
गुनाह ना करके भी
Harminder Kaur
तीजनबाई
तीजनबाई
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
*धरती की आभा बढ़ी,, बूँदों से अभिषेक* (कुंडलिया)
*धरती की आभा बढ़ी,, बूँदों से अभिषेक* (कुंडलिया)
Ravi Prakash
!!!! सबसे न्यारा पनियारा !!!!
!!!! सबसे न्यारा पनियारा !!!!
जगदीश लववंशी
थी हवा ख़ुश्क पर नहीं सूखे - संदीप ठाकुर
थी हवा ख़ुश्क पर नहीं सूखे - संदीप ठाकुर
Sandeep Thakur
मुसलसल ईमान रख
मुसलसल ईमान रख
Bodhisatva kastooriya
"कुण्डलिया"
surenderpal vaidya
एक रावण है अशिक्षा का
एक रावण है अशिक्षा का
Seema Verma
माया
माया
Sanjay ' शून्य'
गाँव बदलकर शहर हो रहा
गाँव बदलकर शहर हो रहा
रवि शंकर साह
जमाने को खुद पे
जमाने को खुद पे
A🇨🇭maanush
मेहनत
मेहनत
Dr. Pradeep Kumar Sharma
#अभिनंदन-
#अभिनंदन-
*Author प्रणय प्रभात*
दिव्य ज्योति मुखरित भेल ,ह्रदय जुड़ायल मन हर्षित भेल !पाबि ले
दिव्य ज्योति मुखरित भेल ,ह्रदय जुड़ायल मन हर्षित भेल !पाबि ले
DrLakshman Jha Parimal
तेरा फिक्र
तेरा फिक्र
Basant Bhagawan Roy
कविता: जर्जर विद्यालय भवन की पीड़ा
कविता: जर्जर विद्यालय भवन की पीड़ा
Rajesh Kumar Arjun
जब मैं मर जाऊं तो कफ़न के जगह किताबों में लपेट देना
जब मैं मर जाऊं तो कफ़न के जगह किताबों में लपेट देना
Keshav kishor Kumar
संदेश बिन विधा
संदेश बिन विधा
Mahender Singh
आज बहुत याद करता हूँ ।
आज बहुत याद करता हूँ ।
Nishant prakhar
सूरज आएगा Suraj Aayega
सूरज आएगा Suraj Aayega
Mohan Pandey
आमावश की रात में उड़ते जुगनू का प्रकाश पूर्णिमा की चाँदनी को
आमावश की रात में उड़ते जुगनू का प्रकाश पूर्णिमा की चाँदनी को
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
धरा प्रकृति माता का रूप
धरा प्रकृति माता का रूप
Buddha Prakash
माया का रोग (व्यंग्य)
माया का रोग (व्यंग्य)
नवीन जोशी 'नवल'
Loading...