Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
7 Jun 2023 · 1 min read

आज बहुत याद करता हूँ ।

आज बहुत याद करता हूँ ।
जिनके बीते एक दशक हो गए ।
इनके जीते सारे इश्क को ।
आज बहुत याद करता हूँ ।

जिन्दगी के पहले दोस्त- यार थे
वो बुढ़े नहीं ,वे मेरा प्यार थे ।
मैं उनका मालिक था ।
वो तो बस समकालिक थे ।
उनका कन्धा मेरा सिघासन था ।

वो चोर और हम सिपाही थे ।
वो प्यासे और हम पानी थे ।
मैं राजा और वो प्राजा थे ।
मैं व्याकुल था और वो सहारे थे ।

मैं ,उनके जिन्दगी का आखिरी दोस्त था ।
मैं ,बुढ़ापे का चश्मा था ।
मैं ,उनके रक्षक था तो ,
वो मेरे कष्टों के भक्षक थे ।

वो बुढ़े नहीं , वो मेरा प्यार था।
मैं उनका आखिरी यार था।

3 Likes · 254 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
हर लम्हा
हर लम्हा
Dr fauzia Naseem shad
रूपेश को मिला
रूपेश को मिला "बेस्ट राईटर ऑफ द वीक सम्मान- 2023"
रुपेश कुमार
!!! नानी जी !!!
!!! नानी जी !!!
जगदीश लववंशी
🍁मंच🍁
🍁मंच🍁
सुरेश अजगल्ले 'इन्द्र '
3394⚘ *पूर्णिका* ⚘
3394⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
किसी नौजवान से
किसी नौजवान से
Shekhar Chandra Mitra
दिल ने दिल को दे दिया, उल्फ़त का पैग़ाम ।
दिल ने दिल को दे दिया, उल्फ़त का पैग़ाम ।
sushil sarna
क्रिकेट का पिच,
क्रिकेट का पिच,
Punam Pande
मन चंगा तो कठौती में गंगा / MUSAFIR BAITHA
मन चंगा तो कठौती में गंगा / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
Ranjeet Shukla
Ranjeet Shukla
Ranjeet Kumar Shukla
"मायने"
Dr. Kishan tandon kranti
*किसकी चिर काया रही ,चिर यौवन पहचान(कुंडलिया)*
*किसकी चिर काया रही ,चिर यौवन पहचान(कुंडलिया)*
Ravi Prakash
"जीवन की अंतिम यात्रा"
Pushpraj Anant
दंगा पीड़ित कविता
दंगा पीड़ित कविता
Shyam Pandey
कसरत करते जाओ
कसरत करते जाओ
Harish Chandra Pande
🙏❌जानवरों को मत खाओ !❌🙏
🙏❌जानवरों को मत खाओ !❌🙏
Srishty Bansal
हमारे प्यारे दादा दादी
हमारे प्यारे दादा दादी
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
नल बहे या नैना, व्यर्थ न बहने देना...
नल बहे या नैना, व्यर्थ न बहने देना...
इंदु वर्मा
मोरे मन-मंदिर....।
मोरे मन-मंदिर....।
Kanchan Khanna
हवा चली है ज़ोर-ज़ोर से
हवा चली है ज़ोर-ज़ोर से
Vedha Singh
मुश्किल है कितना
मुश्किल है कितना
Swami Ganganiya
विश्व कविता दिवस
विश्व कविता दिवस
विजय कुमार अग्रवाल
यूपी में कुछ पहले और दूसरे चरण में संतरो की हालात ओर खराब हो
यूपी में कुछ पहले और दूसरे चरण में संतरो की हालात ओर खराब हो
शेखर सिंह
उन्नति का जन्मदिन
उन्नति का जन्मदिन
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
दुनिया रैन बसेरा है
दुनिया रैन बसेरा है
अरशद रसूल बदायूंनी
भारत
भारत
नन्दलाल सुथार "राही"
ऐ आसमां ना इतरा खुद पर
ऐ आसमां ना इतरा खुद पर
शिव प्रताप लोधी
■ जैसी करनी, वैसी भरनी।।
■ जैसी करनी, वैसी भरनी।।
*Author प्रणय प्रभात*
बना है राम का मंदिर, करो जयकार - अभिनंदन
बना है राम का मंदिर, करो जयकार - अभिनंदन
Dr Archana Gupta
वो शख्स लौटता नहीं
वो शख्स लौटता नहीं
Surinder blackpen
Loading...