Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
8 Mar 2023 · 1 min read

“बेहतर दुनिया के लिए”

“बेहतर दुनिया के लिए”
बेहतर दुनिया के लिए
सोचना, समझना, पढ़ना होगा
सारी शक्ति लगाकर अपनी
हथौड़े से प्रहार करना होगा
मौत का डर छोड़कर
सचमुच तुम्हें मरना होगा।

3 Likes · 2 Comments · 100 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

Books from Dr. Kishan tandon kranti

You may also like:
झुकाव कर के देखो ।
झुकाव कर के देखो ।
Buddha Prakash
कच्ची उम्र के बच्चों तुम इश्क में मत पड़ना
कच्ची उम्र के बच्चों तुम इश्क में मत पड़ना
कवि दीपक बवेजा
होली का त्यौहार (बाल कविता)
होली का त्यौहार (बाल कविता)
Ravi Prakash
अब न वो आहें बची हैं ।
अब न वो आहें बची हैं ।
Arvind trivedi
*अनकही बातें याद करके कुछ बदलाव नहीं आया है लेकिन अभी तक किस
*अनकही बातें याद करके कुछ बदलाव नहीं आया है लेकिन अभी तक किस
Shashi kala vyas
🌿🍀🌿🍀🌿🍀🌿🍀🌿🍀🌿🍀🌿🍀
🌿🍀🌿🍀🌿🍀🌿🍀🌿🍀🌿🍀🌿🍀
subhash Rahat Barelvi
पति-पत्नी, परिवार का शरीर होते हैं; आत्मा तो बच्चे और बुजुर्
पति-पत्नी, परिवार का शरीर होते हैं; आत्मा तो बच्चे और बुजुर्
विमला महरिया मौज
क्या मुगलों ने लूट लिया था भारत ?
क्या मुगलों ने लूट लिया था भारत ?
Shakil Alam
संग रहूँ हरपल सदा,
संग रहूँ हरपल सदा,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
रिश्ते वही अनमोल
रिश्ते वही अनमोल
Dr fauzia Naseem shad
#करना है, मतदान          हमको#
#करना है, मतदान हमको#
Dushyant Kumar
चाय और गपशप
चाय और गपशप
Seema gupta,Alwar
हम इतने भी बुरे नही,जितना लोगो ने बताया है
हम इतने भी बुरे नही,जितना लोगो ने बताया है
Ram Krishan Rastogi
💐प्रेम कौतुक-220💐
💐प्रेम कौतुक-220💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
ईश्वरीय प्रेरणा के पुरुषार्थ
ईश्वरीय प्रेरणा के पुरुषार्थ
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
ख्वाब देखा है हसीन__ मरने न देंगे।
ख्वाब देखा है हसीन__ मरने न देंगे।
Rajesh vyas
महाड़ सत्याग्रह
महाड़ सत्याग्रह
Shekhar Chandra Mitra
बहुत मशरूफ जमाना है
बहुत मशरूफ जमाना है
नूरफातिमा खातून नूरी
दुनिया का क्या दस्तूर बनाया, मरे तो हि अच्छा बतलाया
दुनिया का क्या दस्तूर बनाया, मरे तो हि अच्छा बतलाया
Anil chobisa
जीवन तुम्हें जहां ले जाए तुम निर्भय होकर जाओ
जीवन तुम्हें जहां ले जाए तुम निर्भय होकर जाओ
Ms.Ankit Halke jha
खुले आँगन की खुशबू
खुले आँगन की खुशबू
Manisha Manjari
दिल के जख्म
दिल के जख्म
Gurdeep Saggu
"शब्द-सागर"
*Author प्रणय प्रभात*
बहुत असमंजस में हूँ मैं
बहुत असमंजस में हूँ मैं
gurudeenverma198
मेरा संघर्ष
मेरा संघर्ष
Anamika Singh
अनेक को दिया उजाड़
अनेक को दिया उजाड़
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
पग-पग पर हैं वर्जनाएँ....
पग-पग पर हैं वर्जनाएँ....
डॉ.सीमा अग्रवाल
"साजन लगा ना गुलाल"
लक्ष्मीकान्त शर्मा 'रुद्र'
शिकायत नही तू शुक्रिया कर
शिकायत नही तू शुक्रिया कर
Surya Barman
कौआ और कोयल (दोस्ती)
कौआ और कोयल (दोस्ती)
VINOD KUMAR CHAUHAN
Loading...