करो पढ़ाई
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करो पढ़ाई
बीत गयी अब गर्मी छुट्टी
बज उठी टन-टन घंटी
स्कूल के द्वार फिर खुले
चले पढ़ने बच्चे सभी.
कॉपी कालम और टिफिन
स्कूल बैग में हैं भरे सभी
ये ही देश के भविष्य हैं
जो अज्ञानता से न डरें कभी.
तुम भी मेरे प्यारे बच्चों
मन लगाकर खूब पढ़ना
आलस्य को त्याग कर
अपना भाग्य स्वयं गढ़ना.
– डॉ. प्रदीप कुमार शर्मा
रायपुर, छत्तीसगढ़