आएंगे तो मोदी ही
![](https://cdn.sahityapedia.com/images/post/92ec5b8c9f88c42d0a315d0f4f3014cf_179895ef792a2e602b5494c826bfcb9b_600.jpg)
बिरले होते हैं पूत यहां, जो इस मां का कर्ज चुकाते है।
ज्यादा तर चोर उचक्के तो चोरी कर घर ही चलाते हैं।।
जो किया समर्पित जीवन को,आठ पहर बस देश देश।
न खाऊंगा, न खाने दूंगा, खुलकर कहता है ये संदेश।।
हैं डरे हुए अब सभी चोर अब चुनकर कभी न आयेंगे।
जनता चिल्लाकर बोल रही चौबीस में मोदी ही आएंगे।।
जय हिंद