Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
27 Apr 2024 · 1 min read

“सेहत का राज”

“सेहत का राज”
अनुशासित जीवन शैली
सेहत का है राज,
नियम की परिधि में ही
होवे सारे काज।
जिन्दगी भली जभी तक
तन-मन का हो साथ,
योग तो होता है दोस्तों
एक मदद का हाथ।

1 Like · 2 Comments · 24 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr. Kishan tandon kranti
View all
You may also like:
जीवन दर्शन मेरी नजर से ...
जीवन दर्शन मेरी नजर से ...
Satya Prakash Sharma
जीवन है पीड़ा, क्यों द्रवित हो
जीवन है पीड़ा, क्यों द्रवित हो
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
कोशी के वटवृक्ष
कोशी के वटवृक्ष
Shashi Dhar Kumar
सफर में चाहते खुशियॉं, तो ले सामान कम निकलो(मुक्तक)
सफर में चाहते खुशियॉं, तो ले सामान कम निकलो(मुक्तक)
Ravi Prakash
मेरे उर के छाले।
मेरे उर के छाले।
Anil Mishra Prahari
ଷଡ ରିପୁ
ଷଡ ରିପୁ
Bidyadhar Mantry
Life is proceeding at a fast rate with catalysts making it e
Life is proceeding at a fast rate with catalysts making it e
Sukoon
इस संसार में क्या शुभ है और क्या अशुभ है
इस संसार में क्या शुभ है और क्या अशुभ है
शेखर सिंह
उफ्फ्फ
उफ्फ्फ
Atul "Krishn"
विषय- सत्य की जीत
विषय- सत्य की जीत
rekha mohan
माँ आज भी जिंदा हैं
माँ आज भी जिंदा हैं
Er.Navaneet R Shandily
"दबंग झूठ"
Dr. Kishan tandon kranti
छात्रों का विरोध स्वर
छात्रों का विरोध स्वर
Rj Anand Prajapati
कुछ करो ऐसा के अब प्यार सम्भाला जाये
कुछ करो ऐसा के अब प्यार सम्भाला जाये
shabina. Naaz
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
नम आंखों से ओझल होते देखी किरण सुबह की
नम आंखों से ओझल होते देखी किरण सुबह की
Abhinesh Sharma
संसार का स्वरूप(3)
संसार का स्वरूप(3)
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी"
विरही
विरही
लक्ष्मी सिंह
ख़याल
ख़याल
नन्दलाल सुथार "राही"
ये न सोच के मुझे बस जरा -जरा पता है
ये न सोच के मुझे बस जरा -जरा पता है
सिद्धार्थ गोरखपुरी
" मिट्टी के बर्तन "
Pushpraj Anant
प्यार के
प्यार के
हिमांशु Kulshrestha
कभी लगते थे, तेरे आवाज़ बहुत अच्छे
कभी लगते थे, तेरे आवाज़ बहुत अच्छे
Anand Kumar
Mathematics Introduction .
Mathematics Introduction .
Nishant prakhar
जिसके हृदय में जीवों के प्रति दया है,
जिसके हृदय में जीवों के प्रति दया है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
प्रकृति ने अंँधेरी रात में चांँद की आगोश में अपने मन की सुंद
प्रकृति ने अंँधेरी रात में चांँद की आगोश में अपने मन की सुंद
Neerja Sharma
■ नज़्म-ए-मुख्तसर
■ नज़्म-ए-मुख्तसर
*Author प्रणय प्रभात*
*अयोध्या के कण-कण में राम*
*अयोध्या के कण-कण में राम*
Vandna Thakur
काली हवा ( ये दिल्ली है मेरे यार...)
काली हवा ( ये दिल्ली है मेरे यार...)
Manju Singh
I can’t be doing this again,
I can’t be doing this again,
पूर्वार्थ
Loading...