Posts Tag: Kunwarsarvendravikramsingh 25 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid singh kunwar sarvendra vikram 28 Jan 2025 · 1 min read जल–जल के बुझ जाओगी चाहे जितने दीप जला लो रोशन न हो पाओगी चुना है तुमने अंगारों को जल–जल के बुझ जाओगी –कुँवर सर्वेंद्र विक्रम सिंह✍🏻 ★स्वरचित रचना ★©️®️सर्वाधिकार सुरक्षित Hindi · Hindi_poetry · Kavi_kavita_geetkaar · Kavi_sammelan_sahitya_tak · Kunwarsarvendravikramsingh · जल_जल_के_बुझ_जाओगी 29 Share singh kunwar sarvendra vikram 30 Oct 2024 · 1 min read प्रिये ! अबकी बार तुम्हारे संग, दीपावली मनाना चाहता हूँ....! आँखों से आँखों में, प्रेम के दीप जलाना चाहता हूँ प्रिये ! अबकी बार तुम्हारे संग, दीपावली मनाना चाहता हूँ शशि, रवि पर्याप्त नहीं हैं, हृदय का तम हरने को... Hindi · Kunwarsarvendravikramsingh · Lovepoetry · Poetryofdeepawali · Trending · दीपावालीपरहिंदीकविता 1 170 Share singh kunwar sarvendra vikram 25 Oct 2024 · 1 min read मोहब्बत ने तेरी मुझे है सँवारा मोहब्बत ने तेरी मुझे है सँवारा तेरे बाजुओं ने दिया है सहारा घटाओं के गेसू में उलझा पड़ा था ऊँचे से पर्वत पर मौन खड़ा था चंचल से झरनों ने... Hindi · Kunwarsarvendravikramsingh · Lovewritings · Poetryoflove · Trendinglovesongs · मोहब्बतनेतेरीमुझेहैसँवारा 1 288 Share singh kunwar sarvendra vikram 18 Oct 2024 · 1 min read खोटा सिक्का....!?! एक चवन्नी सोने की तू, हाँ मैं खोटा सिक्का हूँ जज़्बातों से तू है खेले, मैं वादों का पक्का हूँ तू मधुमास–मधुप मँडराए काला–दिल कोकिल तू गाए मेरे मन का... Hindi · Khotasikka · Kunwarsarvendravikramsingh · Poetry · Trendingpoetry · हिंदीकविता 181 Share singh kunwar sarvendra vikram 10 Oct 2024 · 1 min read हवा भी कसमें खा–खा कर जफ़ायें कर ही जाती है....! हवा भी कसमें खा–खा कर, जफ़ायें कर ही जाती है चलाकर होश की आँधी, रतजगा कर ही जाती है रात–रात भर मलयज बहके मदिरा सिंचित पलकें ढ़लकें इंद्रजाल सम्मोहन बुनके... Hindi · Dardbharenagmein · Kunwarsarvendravikramsingh · Poetryoflove · Trending · हिंदीकविता 261 Share singh kunwar sarvendra vikram 1 Oct 2024 · 1 min read सोच रहा अधरों को तेरे....! सोच रहा अधरों को तेरे, गीतों में मैं लिख डालूँ प्रणय–कामना सहवासी, रातों का चुम्बन लिख डालूँ अपने हाथों लिख डालूँ मैं सुख–दुःख के इतिहास को लिख डालूँ नैनों के... Hindi · Kunwarsarvendravikramsingh · Lovesong · Trending · कविता · सोच रहा अधरों को तेरे 2 2 871 Share singh kunwar sarvendra vikram 28 Sep 2024 · 1 min read प्रेम की मर्यादा प्रेम में मर्यादा सोहे न सोहे है वासना मन नियंत्रित न रहे उपजे दूषित भावना आँखों में है रोग रोहे पलकों पर दुर्भावना दृष्टि पावन न रहे तो ओझिल हो... Hindi · Hindipoetry · Kunwarsarvendravikramsingh · Poetryoflove · Premkimaryada · कविता 2 2 278 Share singh kunwar sarvendra vikram 26 Sep 2024 · 1 min read बेवफ़ा इश्क़ वालों के जब दिल टूटेगें तो वो भी ग़म लिखेगें जो खुद बेवफ़ा हैं वो भला बेवफाओं के बारे में क्या लिखेगें –कुंवर सर्वेंद्र विक्रम सिंह ★स्वरचित रचना ★©️®️... Hindi · Disloyal · Kunwarsarvendravikramsingh · Love · इश्क़बेवफ़ा · बेवफ़ा शायरी 2 3 143 Share singh kunwar sarvendra vikram 24 Sep 2024 · 1 min read कल है हमारा गर्दिश में जो छिपा पड़ा हूँ आसमान का हूँ मैं तारा बीते कल ने साथ जो छोड़ा आने वाला कल है हमारा –कुंवर सर्वेंद विक्रम सिंह ★स्वरचित रचना ★©️®️सर्वाधिकार सुरक्षित Hindi · Hindi_sahitya · Kunwarsarvendravikramsingh · कल है हमारा · कविता · कुंवरसर्वेंद्रकीकविताएं 1 183 Share singh kunwar sarvendra vikram 22 Sep 2024 · 1 min read कोई मेरे दिल में उतर के तो देखे... कोई मेरे दिल में, उतर के तो देखे मेरी फैली बाँहों में, बिखर के तो देखे मेरी गर्म साँसों में आहें दहकती निशा भी शराबी होकर बहती कोई मन के... Hindi · Kunwarsarvendravikramsingh · Lovepoetry · Premkegeet · कोई मेरे दिल में उतर के तो दे · गीत 2 231 Share singh kunwar sarvendra vikram 20 Sep 2024 · 1 min read घूँघट घटाओं के चंचल हवाओं के, घूँघट घटाओं के आँचल लहरते हैं, जैसे फिज़ाओं के कलियाँ जो खिल–खिल जातीं गुलशन को हैं महकातीं डाली पे बैठी कोयल उल्फ़त के गीत गाती फूल की... Hindi · Kunwarsarvendravikramsingh · Lovesongs · कुंवर सर्वेंद्र की कविताएं · गीत · चंचलहवाओंके 1 239 Share singh kunwar sarvendra vikram 17 Sep 2024 · 1 min read प्रीत हमारी हो मानो या न मानो, प्रीत हमारी हो इश्क़ हो तुम, इश्क़ की लाचारी हो इश्क़ की सुलगी चिंगारी जलना दिल का हुआ जो जारी आहोें के बादल हैं छाए बदली... Hindi · Kunwarsarvendravikramsingh · Lovesong · Preethamariho · कुंवरसर्वेंद्रकीकविताएं · गीत 1 166 Share singh kunwar sarvendra vikram 15 Sep 2024 · 1 min read मन की चाहत मैंने तुझे जो चाहा, मैंने तुझे जो पूजा ढूँढ़ों जो ढूँढ़ती हो, आशिक मिले जो दूजा ख़ामोश है जुबाँ जो पर दिल ये डोलता है आँखों का मेरे मंज़र रह–रह... Hindi · Kunwarsarvendravikramsingh · कविता · कुंवरसर्वेंदकीकविताएं · गीत 1 240 Share singh kunwar sarvendra vikram 27 Aug 2024 · 1 min read बधईया बाजे नंद बाबा घर में बधईया बाजे नंद बाबा घर में दाऊ के बाद कृष्ण जो जनमें जमुना मारे हिलोर बधईया बाजे नंद बाबा घर में देवकीनंदन ब्रिज के बिहारी लिपटत आँचल मात मुरारी किलकत... Hindi · Kunwarsarvendravikramsingh · Shrikrishnabhaktigeetbhajan · कुंवरसर्वेंद्रकृष्णभक्तिगीत · बधईयाबाजेनंदबाबाघरमें · श्रीकृष्णजन्माष्टिमीभजन 1 228 Share singh kunwar sarvendra vikram 23 Aug 2024 · 1 min read पाँव की पायल कोई काजल बना न पाता है, अब मुझे पागल दिल को झनका न पाती है, किसी पाँव की पायल किनारे छोड़ कर मैंने ज़िंदगी लहरों को सौंप दी दर्द का... Hindi · Hindipoetry · Kunwarsarvendravikramsingh · Lovesongs · Trendingpoetry · कुंवरसर्वेंद्रकुकविताएं 1 2 233 Share singh kunwar sarvendra vikram 22 Aug 2024 · 2 min read अनुरक्ति की बूँदें मैं प्रेम को रोपने वाला किसान हूँ स्त्री धरती है मैं उसके मन पर प्रेम का हल चलाता हूं और उगाता हूँ मोहब्बत की फसल अपने प्रीत के रस से... Hindi · Hindipoetry · Kunwarsarvendravikramsingh · अनुरक्तिकीबूँदें · कविता · कुंवरसर्वेंद्रकीकविताएं 270 Share singh kunwar sarvendra vikram 21 Aug 2024 · 1 min read पुरुष हूँ मैं मैं ब्रह्म का अंश हूं पुरुष हूँ मैं माया से घिरा हूँ वही मेरे आवरण बना रही है ताकि मैं नंगा दिखाई नहीं पड़ूँ माया ही मेरा रूप है माया... Hindi · Kunwarsarvendravikramsingh · Mainpurushhoon · Poem · कुंवरसर्वेंद्रकीकविताएं · हिंदीकवितामैंपुरुषहूं 242 Share singh kunwar sarvendra vikram 10 Aug 2024 · 1 min read उदास धड़कन अपनी उदास धड़कनों से जरा पूछ तो लो वो कौन सी मोहब्बत है जो हम दे न सके.....! –कुंवर सर्वेंद्र विक्रम सिंह *स्वरचित *©️®️सर्वाधिकार सुरक्षित Hindi · Kunwarsarvendrakikavitayein · Kunwarsarvendravikramsingh · Trendingshayari · कुंवरसर्वेंद्र · शेर 214 Share singh kunwar sarvendra vikram 7 Aug 2024 · 1 min read तुम्हें सोचना है जो सोचो तुम्हें सोचना है जो सोचो फ़र्क नहीं अब पड़ता है रहीं न अब तुम कुछ भी मेरी हृदय–प्रहर एक जड़ता है सिखला के तुम प्रेम की भाषा फेंका तुमने चौरस–पाशा... Hindi · Hindiloveshayari · HindimeinPremkikavitayein · Kunwarsarvendravikramsingh · Premaurvirahkegeet · कुंवरसर्वेंद्रकीकविताएं 1 2 252 Share singh kunwar sarvendra vikram 23 Jul 2024 · 1 min read इश्क़ और चाय अजब–गजब है चाय की खूमारी न मिले तो लगती सूनी दुनिया सारी चाय इश्क से भी है भयंकर बीमारी इसीलिए कमबख्त ये जो चाय है पड़ जाती है हर मोहब्बत... Hindi · Hindikavita · Kunwarsarvendravikramsingh · Poetryoflove · कुंवरसर्वेंद्रकीकविताएं · चाय और इश्क़ पर कविताएं 142 Share singh kunwar sarvendra vikram 23 Jul 2024 · 1 min read अदा हमने उन्हें चाहा बड़ी शिद्दत से हमने उन्हें मांगा हर सजदे में जब उनकी जुल्फों में इक फूल लगाना चाहा तो तो कमबख्त शोखियां बीच में आ गईं दिल टूटकर... Hindi · Kunwarsarvendravikramsingh · Poemoflove · इश्ककीशायरी · कुंवरसर्वेंद्रकीकविताएं · हिंदीमेंप्रेमपरकविता 124 Share singh kunwar sarvendra vikram 23 Jul 2024 · 1 min read तेरी याद.....! तेरी यादों का जो सहारा है, उनके संग जीता और मरता हूं एक भटका हुआ सा राही हूँ, फिक्रमंद रास्तों पे चलता हूं प्यास अकुला उठी है मन में मेरे... Hindi · Hindikavita · Kunwarsarvendrakikavitayein · Kunwarsarvendravikramsingh · कुंवरसर्वेंद्र · गीत 1 262 Share singh kunwar sarvendra vikram 11 Jul 2024 · 1 min read एक कहानी लिख डाली.....✍️ अपनी नादानी में हमने, मनमानी जो कर डाली तुझको लिखते–लिखते हमने, एक कहानी लिख डाली हम तो हैं आवारा बादल युँ हि उड़ते रहते हैं जहाँ मिली हमको हरियाली हम... Hindi · KavitaPoetry · Kunwarsarvendravikramsingh · Trending · कुंवरसर्वेंद्र · गीत 1 294 Share singh kunwar sarvendra vikram 10 Jul 2024 · 1 min read मासूम कोयला एक मासूम से लगने वाले कोयले ने कनक अंगार की चादर ओढ़ ली बिना मायनों वालों को मायनों का भ्रम देकर उनकी प्यासी लालची निगाहों को प्रीत का वहम देकर... Hindi · Hindipoetry · Hindisahitya · Kunwarsarvendravikramsingh · कविता · कुंवरसर्वेंद 242 Share singh kunwar sarvendra vikram 2 Jul 2024 · 1 min read बेईमान बाला ओ काले दिल वाली सजनी, मन है तेरा काला झूठी तेरी कंठी है, झूठी तेरी माला हरदम ओढ़े है फरेब तू, छल को तन में ढाला झूठी तेरी बातें हैं,... Hindi · Best Hindi Poetry · Hindikegeetevamkavitayein · Kunwarsarvendravikramsingh · कुंवरसर्वेंद्रकीकविताएं · बेईमानबाला 368 Share