Posts Tag: नज़्म 82 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 *Author प्रणय प्रभात* 17 Jun 2023 · 2 min read ■मंज़रकशी :-- #नज़्म_यादों_के_झरोखे_से :-- ■ एक कहानी, जो है रूमानी.….! ● धड़कते हुए जवां दिलों के नाम। 【प्रणय प्रभात】 वक़्त हो तो आइए, इक दास्तां सुन लीजिए। कुछ रुमानी ख़्वाब अपनी, आँख... Hindi · नज़्म · मंज़रकशी · यादों की खिड़की · ये उन दिनों की बात है 1 284 Share *Author प्रणय प्रभात* 7 Feb 2023 · 1 min read ■ ख़ास दिन, ख़ास बात, नज़्म के साथ 😊 एक अहम दिन ■ सह-यात्रा के 32 साल 【प्रणय प्रभात】 अखिल कोटि ब्रह्मांड-नायक प्रभु श्री राम जी की असीम कृपा और बाबा महाकाल के आशीर्वाद से सामंजस्य, समरसता और... Hindi · आभार · दिल का पैगाम · नज़्म · सफ़र 1 236 Share Aradhya Raj 10 Jun 2022 · 1 min read गहरी नींद चल ना ऐ जिंदगी अड़ी सी क्यों है, क़दम बढ़ा के देख खुशियां बिखरी पड़ी है। जो अपना था हीं नहीं,अब वो याद भुला दे, या फिर से जागूं ना... Hindi · नज़्म 1 312 Share डी. के. निवातिया 11 Jun 2022 · 1 min read गिरते-गिरते - डी के निवातिया गिरते-गिरते हम कहाँ से कहाँ आ गए गिरते-गिरते, जग सारे में सारे छा गए गिरते-गिरते !! ! काबिल जरा न थे जो जहन्नुम के भी, जन्नत यहां पर पा गए... Hindi · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · गीतिका · नज़्म · शेर 1 2 492 Share Lohit Tamta 12 Jul 2022 · 1 min read "मेरी कहानी" कभी फुर्सत से सुनाऊँगा तुम्हें कहानी अपनी इन्हीं पहाड़ो में बैठ कर कहीं, अभी कुछ पन्ने अधूरे रह गए है उन्हें लिखने दो। Hindi · कविता · नज़्म · शेर 1 379 Share Lohit Tamta 13 Jul 2022 · 1 min read फ़ौजी ना धर्म देखते है ना जात, हम तो फ़ौजी है जनाब, सिर्फ अपना हिंदुस्तान देखते है। Hindi · कविता · नज़्म · शेर 1 403 Share डॉक्टर वासिफ़ काज़ी 14 Oct 2022 · 1 min read ओस की बूँदें - नज़्म शीर्षक - ओस की बूंदें ( नज़्म ) निख़र आता है रूप तेरा , जब बूंदें ओस की छूती हैं । चांद भी शरमाता है , तेरे हुस्न से अप्सराएं... Hindi · नज़्म 1 193 Share डॉक्टर वासिफ़ काज़ी 18 May 2022 · 1 min read नज़्म - मुझे तुमसे प्यार है शीर्षक- " तुझसे प्यार है " दिल से जुदा नहीं हो तुम, मेरे ज़ेहन में तेरी यादें हैं । अधूरी हैं रस्में मोहब्बत की, पतझड़ से ये तेरे वादे हैं... Hindi · नज़्म 1 306 Share मुन्ना मासूम 17 May 2022 · 1 min read कभी मिलोगी तब सुनाऊँगा रोज़ आती हो तुम खयालों में। हर जवाबों में हर सवालों में। टूटता तन बदन तनहाई में। याद आती हो हर अंगड़ाई में। हर परछाईयों में तुम दिखती, तड़प अपनी... Hindi · नज़्म 1 131 Share *Author प्रणय प्रभात* 27 Feb 2023 · 1 min read #नज़्म / पता नहीं क्यों...!! #नज़्म:- ■ पता नहीं हम क्यों मिलते हैं? 【प्रणय प्रभात】 "किसी राह में, किसी मोड़ पर, अनायास ही चलते-चलते। मुरझाए गुंचे खिलते हैं, पता नहीं हम क्यों मिलते हैं।। एक... Hindi · दिल · नज़्म · शायरी 1 443 Share *Author प्रणय प्रभात* 13 Mar 2023 · 2 min read ■ एक_नज़्म_ख़ुद_पर ■ सफ़र में हूँ.... 【प्रणय प्रभात】 सफ़र में हूँ नज़र के सामने केवल अँधेरा है। अँधेरा यानि गुमनामी जो मेरे साथ है अब तक, अँधेरा यानि नाकामी जो मेरे साथ... Hindi · एहसास · कविता · जीवन · नज़्म · सफ़र 1 198 Share *Author प्रणय प्रभात* 19 Mar 2023 · 2 min read ■ नज़्म (ख़ुदा करता कि तुमको) ■ दिल की नज्म : दिमाग़ के नाम 【प्रणय प्रभात】 ★ जिसे तुम इश्क़ समझे हो छलावा बस छलावा है, जिसे चाहत समझते हो, दिखावा ही दिखावा है। तुम्हारा इश्क़... Hindi · इश्क़ · नज़्म · शायरी 1 329 Share Manisha joshi mani 26 May 2023 · 1 min read वो एक दौर .. नज़्म वो एक दौर था जो गुज़र गया.जहाँ पर क़दम कमज़ोर थे जहाँ मन कोई बेचैन था जहाँ नासमझ थी तितली कोई, वो इक दौर था परेशान सा जो गुज़र... Poetry Writing Challenge · नज़्म 1 67 Share Rajiv Vishal (Rohtasi) 24 Mar 2022 · 1 min read चेहरा किताबी आज खत आया तेरा जवाबी पढ़ लिया मैने तेरा चेहरा किताबी एक तमन्ना थी देखने की वो पंखुड़ी गुलाब की देख लिया मैने तेरे होठ गुलाबी वैसे तो पीना छोड़... Hindi · नज़्म 1 2 205 Share Neelam Sharma 4 Jun 2023 · 1 min read कहाँ है! छिप -छिपकर करते थे बातें यादों की बारात कहाँ है ! आभासी अब प्यार के मौसम वो रुत वो बरसात कहाँ है ! सौलह -सत्रह की बालि उमरिया वो चंचल... Hindi · नज़्म 1 166 Share अनिल कुमार 10 Jun 2023 · 1 min read ग़ज़ल/नज़्म: सोचता हूँ कि आग की तरहाँ खबर फ़ैलाई जाए सोचता हूँ कि आग की तरहाँ खबर फ़ैलाई जाए, क्यूँ ना अपनी आपबीती सबको बताई जाए। बार-बार मुस्करा के जिसने मेरा क़त्ल किया, क्यूँ ना उस हसीना पे एक FIR... Poetry Writing Challenge · कविता · ग़ज़ल · गीत · नज़्म · प्यार 1 119 Share अनिल कुमार 10 Jun 2023 · 1 min read ग़ज़ल/नज़्म - इश्क के रणक्षेत्र में बस उतरे वो ही वीर इश्क़ के रणक्षेत्र में बस उतरे वो ही वीर, ना जीत की ललक जिसे ना हार की पीर। अंगारों पर चल सके जो हो कर नंगें पैर, मिटने को तैयार... Poetry Writing Challenge · इश्क़ · कविता · ग़ज़ल · नज़्म · प्यार 1 322 Share डॉक्टर वासिफ़ काज़ी 27 Apr 2022 · 1 min read दिल धड़कता तेरे लिए शीर्षक - " दिल धड़कता तेरे लिए " मुझे मोहब्बत तुम्हीं से है बस । ये दिल धड़कता तेरे लिए है ।। तू ही है बस एक सुकून दिल का... Hindi · नज़्म 123 Share Shyam Vashishtha 'शाहिद' 13 May 2024 · 1 min read मुहब्बत-एक नज़्म 'ग़ालिब'का हो सलीक़ा या 'जोश'की रवानी 'मजरूह' का तसव्वुर या 'फ़ैज़' की कहानी सदियाँ सिमट गई हों जैसे हरेक पल में रूहानियत है ज़िन्दा वो 'मीर' की ग़ज़ल में बातें... Poetry Writing Challenge-3 · नज़्म 9 Share Lohit Tamta 27 Apr 2022 · 1 min read "एक शोर है" ज़ुबाँ ख़ामोश है, पर अल्फाज़ों में शोर है, तोहमतें बेशुमार है, फ़िर भी दिल पाक सार है, तर्क ए ताल्लुक तो बस बहाना है, आंखिर में छोड़ के ही जाना... Hindi · नज़्म 335 Share Lohit Tamta 24 May 2022 · 1 min read "Happy National Brother's Day" जो रहते है हर कांड में साथ, खून से बढ़कर रिश्ता होता है उनसे खास, जो किसी भी हाल में छोड़ते नहीं है साथ, क्योंकि कुछ दोस्त, दोस्त नहीं भाई... Hindi · नज़्म 252 Share Lohit Tamta 25 May 2022 · 2 min read "आज बहुत दिनों बाद" आज बहुत दिनों बाद एक नज़्म लिखी है, नज़्म में सिर्फ़ तेरी ही बात लिखी है, वो हमारी पहली मुलाक़ात की दास्तां लिखी है, ट्रैन का मेरा सफ़र और फिऱ... Hindi · नज़्म 531 Share Harinarayan Tanha 10 Sep 2022 · 1 min read बेपर्दा औरतें ऐसी नही होतीं बेपर्दा औरतें ऐसी नही होतीं बेपर्दा औरतें ऐसी नही होतीं वों तो कहकहे लगाती हैं जमाने के सामने इनकार कर देती हैं उन रवायतों को मानने से जो उन्हें रोकते... Hindi · नज़्म 147 Share Sandeep Singh Chouhan "Shafaq" 2 Oct 2022 · 1 min read नज़्म ("सज़ा-ए-मोहब्बत") "सज़ा-ए-मोहब्बत" आजकल इस बाग में मायूसी पसरी रहती है अब यहाँ की ख़ुशबुओं को मार कर गंध ने अपना ठिकाना कर लिया है सारे पत्ते ज़र्द होकर गिर पड़े हैं... Hindi · Nazm · Sandeep Singh Chouhan Shafaq · Shafaq · नज़्म · शायरी 143 Share एकांत 21 Jan 2023 · 2 min read मैं उसका और बस वो मेरा था मैं उसका और बस वो मेरा था कोई और ना ख्वाहिश थी हमारी बाकी हर ओर अंधेरा था सवेरा जब हुआ जब वो आया था सूरज नहीं था मगर रोशनी... Hindi · इश्क़ · कविता · नज़्म · प्यार · प्रेम 152 Share एकांत 21 Jan 2023 · 1 min read तेरी नादानी मान लूंगा तेरा दूर होकर किसी ओर के करीब होना तेरी नादानी मान लूंगा तू जब भी वापस आएगी मेरे पास लौटकर अपनी बाहों में तुझे पनाह दूंगा तुझे मेरा प्यार नजर... Hindi · कविता · जुदाई · नज़्म · प्यार 146 Share एकांत 24 Jan 2023 · 1 min read क्या फ़र्क था मेरे और उसके इश्क़ में जो मुझसे दूर उसके करीब हो गए । क्या फ़र्क था मेरे और उसके इश्क़ में जो मुझसे दूर उसके करीब हो गए उसकी दुनिया का तुम एक हिस्सा मगर हम तुझमें अपनी दुनिया देखते हैं उसकी याद... Hindi · नज़्म · शायरी 105 Share Kunal Kanth 11 Jun 2023 · 1 min read अवतार देखो भक्ति का ई गजब व्यापार देखो ढोंगी बाबाओं का अवतार देखो अभिनय सीख जाओगे मुफ़्त में टीवी पे हर दिन बस समाचार देखो एक शब्द भी इधर उधर नहीं होते... Poetry Writing Challenge · कविता · कुनु · नज़्म 91 Share Manisha joshi mani 26 May 2023 · 1 min read कुछ ख्वाहिशों के साथ.. आज़ाद नज़्म कुछ ख्वाहिशों के साथ मुलाकातें अधूरी है एक कोना सूना है कुछ बातें रूठी हैं.. टूटी हुई सांसें थके से क़दम है जीने का अरमान लिए चल तो... Poetry Writing Challenge · नज़्म 103 Share Shah Alam Hindustani 6 Jun 2023 · 1 min read कश्मीर नज्म कैसे कहते हो जन्नत के जैसी हूँ मैं, आके तुम देखलो कैसी लगती हूँ, हर तरफ गोलियों की ही आवाज़ है, जिसमें अपनों को ही लेके सिमटी हूँ मैं, आओ... Hindi · नज़्म 88 Share Shekhar Chandra Mitra 20 Apr 2022 · 1 min read आख़िरी ख़त "सभ्यता का हर ताजमहल आम आदमी की गर्दन पर खड़ा होता है। मैं रहूं या नहीं लेकिन तुम अपने बच्चों को यह बताना मत भूलना कि राम-मंदिर, प्रधानमंत्री निवास और... Hindi · नज़्म 207 Share Rajiv Vishal (Rohtasi) 26 Mar 2022 · 1 min read कुछ भी नहीं मुकम्मल है. ये बातें नहीं अनर्गल है आज तेरा तो मेरा कल है आनी-जानी दुनिया में कुछ भी नहीं मुकम्मल है कभी शह कभी मात मंजर बदलता पल-पल है आनी-जानी दुनिया में... Hindi · नज़्म 189 Share Previous Page 2