Posts Tag: घनाक्षरी 804 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 7 Next DR.MDHU TRIVEDI 27 Aug 2021 · 1 min read बेटी कुल का मान बेटी कुल का मान है , सुकर्म परिणाम है सृष्टि रचयिता वही , ऐसे न मिटाइये ।। बेटी जब पढती है , समूचा जग पढ़ता है दे सारी सुविधाएं ,... Hindi · घनाक्षरी 80 2 679 Share Rajesh vyas 27 Aug 2021 · 1 min read काले काले कजरारे _घनाक्षरी काले काले कजरारे करे नयना इशारे। सुन सुन गौरी मैं तो खिंचा चला आया री।। तेरे रूप का है जादू, किया मुझको बेकाबू। छोड़ सारी दुनिया को दौड़ा चला आया... Hindi · घनाक्षरी 2 263 Share सन्तोष कुमार विश्वकर्मा 'सूर्य' 26 Aug 2021 · 1 min read घनाक्षरी माई पुचुकारऽ तारी, माइये दुलारऽ तारी, हँसी-हँसी कहें बेटा, आ हमरी ओरिया। बेटवा के दुखवा ना, माई के सहाला कबो, माइयो के भरि जाला, अँखिया के कोरिया। माई वाला ममता... Bhojpuri · घनाक्षरी 303 Share Rajesh vyas 25 Aug 2021 · 1 min read राधा दौड़ी आई रे ____ घनाक्षरी नटखट मोहन ने, बांसुरी बजाई ऐसे। सुध बुध भूल कर, राधा दौड़ी आई रे।। इत डोले उत डोले ,बोले बोले श्याम बोले। खोज रही घनश्याम ,राधा दौड़ी आई रे।। आई... Hindi · घनाक्षरी 3 2 314 Share सतीश मिश्र "अचूक" 24 Aug 2021 · 1 min read पीलीभीत आमंत्रण आइए श्रीमान फिर पीलीभीत शहर में, कान्हा वाली बांसुरी भी आपको बुलाती है। हिरणों की कूदफाँद बाघ भी लुभा रहे हैं, खुशबू बाँसमती की दुनिया को भाती है। चूकना न... Hindi · घनाक्षरी 1 345 Share Rajesh vyas 24 Aug 2021 · 1 min read निराशा को छोड़कर _घनाक्षरी निराशा को छोड़कर,आया मै तो दौड़कर। आशाओं के रंग रंगा,जीना मैंने सीखा रे। चिंता सारी छोड़ दी,जिंदगी अब मोड़ दी। सार सारा इसी में तो,यारा मुझे दिखा रे।। जो भी... Hindi · घनाक्षरी 2 6 365 Share Rajesh vyas 16 Aug 2021 · 1 min read ऐसे ऐसे मत डोल ___ घनाक्षरी ऐसे ऐसे मत डोल, समय का होता मोल। इसकी कीमत यारा, तुझे पहचानना।। समय के काम कर तू समय से अपने । आएगा न समय ये, इतना तू जानना ।।... Hindi · घनाक्षरी 1 505 Share Rajesh vyas 15 Aug 2021 · 1 min read मेरा देश मेरा देश __ घनाक्षरी मेरा देश मेरा देश, जग में विशेष है। परिवेश इसका तो, सबको ही भाया है।। परिपाटी परंपरा, सबसे पुरानी यहां। जहां-तहां जाकर के, सबको लुभाया है।। प्रीत सबको सिखाते, गीत... Hindi · घनाक्षरी 3 2 305 Share Rajesh vyas 13 Aug 2021 · 1 min read लिखने में ऐसी रुचि __ घनाक्षरी लिखने में ऐसी रूचि, पैदा हुई मुझको तो । दिन-रात दिल मेरा ,लिखने को करता।। लिखूं लिखूं अच्छा लिखूं, बिकुं चाहे मैं न बिकूं। सबसे अलग दिखूं,भाव मै तो भरता।।... Hindi · घनाक्षरी 5 4 501 Share Ashok Sharma 13 Aug 2021 · 1 min read नागपंचमी शिवशंकर के प्यारे, होते गले हार सारे, फुफकार छोड़कर, दें शोभा अनमोल। जग इनको भी माने, भोले संग साथी जाने, नागपंचमी में पूजे, लावा व दूध घोल। पर्यावरण खातिर, घूमते... Hindi · घनाक्षरी 1 233 Share Rajesh vyas 13 Aug 2021 · 1 min read आओ सपने जगाएं __ घनाक्षरी आओ सपने जगाएं,पूरे करके दिखाएं। मंजिल है पाना हमें, ये पहला काम रे।। आशाओं को जोड़कर,निराशाएं छोड़कर। चले चले दौड़कर,अपने मुकाम रेे।। नहीं नहीं हारना है, काम नहीं टालना है।... Hindi · घनाक्षरी 1 2 212 Share Varun Singh Gautam 12 Aug 2021 · 1 min read वसंत मन में पुलकित आयी वसंत मन में पुलकित आयी पिक अलि पडुंक भी बौराय द्विज मही के संदेश क्षितिज में ज्योति तम पली उर में चूत मंजर भृग ऊर्मि तड़ित तीर प्रतीर से देखती... Hindi · घनाक्षरी 1 224 Share Varun Singh Gautam 12 Aug 2021 · 1 min read बरखा आई घूम - घूम के बरखा आई बून्द - बून्द के करते मृदङ्ग बढ़ - बढ़ आँगन के चढ़ते - उतरते बहिरङ्ग सङ्गिनी चली बयार की लीन्ही सतरङ्ग जल - थल मिलन मिली छूअन हर्षित... Hindi · घनाक्षरी 2 268 Share Rajesh vyas 11 Aug 2021 · 1 min read मेरी सोच _ तेरी सोच __ घनाक्षरी मेरी सोच तेरी सोच मिल नहीं सकती है। जहां तेरी रूकती है, वही मेरी चलती है।। तू तो चाहे झूंठ बोलु,तेरे आगे पीछे डोलूं। मुझसे न होगा यह,बात मुझे खलती... Hindi · घनाक्षरी 2 423 Share Rajesh vyas 8 Aug 2021 · 1 min read अब थम जाइए ____(पत्नी _पीड़ा) ___ घनाक्षरी लगी लगी कहने तो, एक दिन पत्नी जी। स्वामी जी लिखाई छोड़ो, अब थम जाइए।। दिन भर लिखते हो,रात भर बकते हो। थकते नहीं क्या तुम, अब थम जाइए।। कमाई... Hindi · घनाक्षरी 3 2 223 Share Ashok Sharma 4 Aug 2021 · 1 min read प्राकृतिक आपदा मनहरण घनाक्षरी °°°°°°°°°°°°°°°° कहीं कहीं सूखा कहीं, बाढ़ की विभीषिका है। कहीं पर जंगलों में , आग है पसरती। कहीं ज्वालामुखी कहीं, फटते है बादल तो। कहीं पे भूकम्पनों से,... Hindi · घनाक्षरी 1 2 424 Share DR. DINESH GUPTA - AANANDSHREE 3 Aug 2021 · 1 min read ।। जरूरी है ।। ।। जरूरी है ।। ऐसी क्या मजबूरी है जो जिंदगी से ज्यादा जरूरी है क्या घर से निकलना बहुत जरूरी है ? मास्क और हाथ-धोना, सोशल दूरी ही तो जरुरी... Hindi · घनाक्षरी 1 1 446 Share Rajesh vyas 2 Aug 2021 · 1 min read सावन के बादलों ने ___ घनाक्षरी सावन के बादलों ने ,जब से है डेरा डाला। अम्बर में सूर्य देव,छुपकर रहते है।। घटाएं तो घिर घिर, नीर भर लाई अब। यहां वहां धरा पर,झरने तो बहते है।।... Hindi · घनाक्षरी 3 4 444 Share दीपक झा रुद्रा 28 Jul 2021 · 1 min read जवान लीजिए एक कवित्त घनाक्षरी आपको निवेदित❤️ युद्ध मध्य जो निचोड़े शत्रुओं को निंबुओ सा प्रतिनिधि वीरता के आन कहे जाते हैं। मात भारती के प्रति होकर आसक्त पुत बलिदान दें... Hindi · घनाक्षरी 1 354 Share Dr Archana Gupta 27 Jul 2021 · 1 min read सावन सावन की रिमझिम, पवन सननसन , भँवरे की गुनगुन, मन को लुभा रही। तितली भी घूम-घूम,कलिका को चूम-चूम, खोये खोये नयन में, प्रीत को जगा रही। होकर खुशी में चूर,... Hindi · घनाक्षरी 4 3 474 Share Ashok Sharma 26 Jul 2021 · 1 min read सोमवार शिवभक्ति सावन सुहाना आया, हरीतिमा जग छाया, भोले की कृपा है पायी, जयति शिव बोल। झूम रही डाली डाली, मस्त होके मतवाली, सूरज भी काफी खुश, नेत्र अपना खोल। तन तन... Hindi · घनाक्षरी 1 287 Share Ashok Sharma 24 Jul 2021 · 1 min read माता-पिता मनहरण घनाक्षरी में रचित ******************** ममता की भाषा बोले,माँ ही सारा प्रीत घोले, पिता की है बड़ी त्याग, इनकी जय बोल। पाल पोश बड़ा किये, प्यारा नाम तुझे दिये, सब... Hindi · घनाक्षरी 2 382 Share Rajesh Kumar Kaurav 24 Jul 2021 · 1 min read व्यास पूर्णिमा/ गुरु पूर्णिमा नमन वेद व्यास को नमन द्वैपायन को नमन कृष्ण नाम को बादरायण मानो है । सत्यवती के सुत को पराशर संतान को प्रभु कलावतार को नारायण को जानो है ।... Hindi · घनाक्षरी 3 1 284 Share Ashok Sharma 23 Jul 2021 · 1 min read माता-पिता मनहरण घनाक्षरी में रचित ******************** ममता की भाषा बोले,माँ ही सारा प्रीत घोले, पिता की है बड़ी त्याग, इनकी जय बोल। पाल पोश बड़ा किये, प्यारा नाम तुझे दिये, सब... Hindi · घनाक्षरी 2 1 446 Share Rajesh vyas 19 Jul 2021 · 1 min read सपने थे अपने थे ____घनाक्षरी सपने थे अपने थे,पूरे जिन्हें करने थे। चल दिया पथिक तो,करने को काम रे। यहां गया वहां गया,नया नया पथ मिला। किया नहीं उसने तो कहीं भी विश्राम रे।। खूब... Hindi · घनाक्षरी 3 2 251 Share सन्तोष कुमार विश्वकर्मा 'सूर्य' 18 Jul 2021 · 1 min read माई के ललनवा बम चले गोली चले, उहँवा न बोली चले, सीमवा प सीना तानि, खाडा बा जवनवा। दुसमन वार करे, कोशिश हजार करे, लजिया बचावऽ ताते, माई के ललनवा। हर घड़ी हर... Bhojpuri · घनाक्षरी 401 Share सन्तोष कुमार विश्वकर्मा 'सूर्य' 15 Jul 2021 · 1 min read माई के ललनवा बम चले गोली चले, उहँवा न बोली चले, सीमवा प सीना तानि, खाडा बा जवनवा। दुसमन वार करे, कोशिश हजार करे, लजिया बचावऽ ताते, माई के ललनवा। हर घड़ी हर... Bhojpuri · घनाक्षरी 1 592 Share अभिनव अदम्य 11 Jul 2021 · 1 min read घनक्षरी वन्दना धर ध्यान आपको पुकारता है दास देखो करजोड़ करता प्रणाम मातु शारदे। कीजिये विनाश रोग दोष का सदैव मातु अंधकार को मिटा प्रकाश को उबार दे। दास का हरो माँ... Hindi · घनाक्षरी 405 Share ओम प्रकाश श्रीवास्तव 11 Jul 2021 · 1 min read जनसंख्या *1* हर ओर बढ़ी भीड़, तोड़ रही जग रीढ़, सुविधाएँ घट रहीं, आप ही विचारिये। कारण जनसंख्या के, प्रतिदिन बढ़ रही, रोटी की किल्लत पर, बवाल मिटाइये। *2* रोजगार घट... Hindi · घनाक्षरी 1 663 Share Rajesh vyas 10 Jul 2021 · 1 min read चल चल चला चल ___ घनाक्षरी चल चल चला चल चल ना ही काम तेरा। पल पल तुझको तो चलना ही पड़ेगा।। काम की तलाश कर मन न निराश कर। तन में तो भाव यह भरना... Hindi · घनाक्षरी 2 2 300 Share सन्तोष कुमार विश्वकर्मा 'सूर्य' 10 Jul 2021 · 1 min read भोजपुरी धनाक्षरी ____________________________ दिन दुपहरिया में, सांझी के पहरिया में, आठो घड़ी खेतवे में, पलेला किसनवा। रिमझिम बूनी पड़े, कान्हे प कुदारी धरे, खेतवा की ओर देखऽ, चलेला किसनवा। दिन रात जरे... Bhojpuri · घनाक्षरी 2 482 Share Shailendra Aseem 9 Jul 2021 · 1 min read ऋतुराज हरित प्रकृति भई, मृदुल प्रवृत्ति भई अतुल उछाह लिये सकल समाज है नवल वसन धरि तरुवर खिलि गयो मधुर मिलन कर सजि गयो साज है अधर अमिय रस, नयन मदन... Hindi · घनाक्षरी 417 Share सन्तोष कुमार विश्वकर्मा 'सूर्य' 9 Jul 2021 · 1 min read घनाक्षरी विधा:- घनाक्षरी ____________________________ दिन दुपहरिया में, सांझी के पहरिया में, आठो घड़ी खेतवे में, पलेला किसनवा। रिमझिम बूनी पड़े, कान्हे प कुदारी धरे, खेतवा की ओर देखऽ, चलेला किसनवा। दिन... Bhojpuri · घनाक्षरी 337 Share सन्तोष कुमार विश्वकर्मा 'सूर्य' 9 Jul 2021 · 1 min read सास बहू विधा:- घनाक्षरी ________ बठेला कपार रोजऽ, लड़े ले बहाना खोजऽ, सासुजी से कबो नाहीं, बोले ले पतोहिया। केतनो चिल्लात रहें, बाबु दादा कुछु कहें, जगहि से अपनी ना, डोले ले... Bhojpuri · घनाक्षरी 266 Share पं.संजीव शुक्ल 'सचिन' 9 Jul 2021 · 1 min read आजु के जमाना बर औ कनिया नाचे, बात सुनी सांचे - सांचे, लाज हाया माटी मिले, चूल्हिये जोरात बा। भवे सङ्गे भसुर खास, ससुई न आवे रास, लाज के जनाजा उठल, चीता में... Bhojpuri · घनाक्षरी 1 345 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 3 Jul 2021 · 1 min read श्रीकृष्ण जन्म.... श्रीकृष्ण जन्म... मैया की पीन पुकार सुनते थे बारंबार करने पाप संहार आए स्वयं इस बार। छुपी प्रलय वृष्टि में हलचल थी सृष्टि में दृश्य अद्भुत दृष्टि में हुए जो... Hindi · घनाक्षरी 1 282 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 3 Jul 2021 · 1 min read समाजिक बुराई माई-बाबू से बिगाड़, ससुरे से बड़ी प्यार- भाई जस मुदई ना, केहू बा ज़हान में। घरे-घरे इहे चले, दोसरा के दाल गले- घर तुड़े वाला सभे, बोलेला जी कान में।।... Bhojpuri · घनाक्षरी 2 1 573 Share Rajesh vyas 30 Jun 2021 · 1 min read रिश्ते प्यारे _ प्यारे यह __घनाक्षरी तेरी मेरी एक गली, प्यार की बयार चली। मच गई खलबली,दिल में हमारे तो।। मै न सोता तू न सोती,दिन रात बाते होती। प्यार हीरा और मोती,गहने हमारे तो।। दुनियां... Hindi · घनाक्षरी 4 6 230 Share शेख़ जाफ़र खान 29 Jun 2021 · 1 min read घनाक्षरी छंद आई बरसात है ========== अंग में उमंग भरे , हृदय में नेह झरे । धरती की गोद भरे , आई बरसात है।। ताल भरे कूप भरे , नदी नव रुप... Hindi · घनाक्षरी 5 12 519 Share अभिनव अदम्य 29 Jun 2021 · 1 min read घनाक्षरी कर श्रंगार वह निकलती जो रात में तो देह की उजास देख चंद्रिका लजाती है। नागिन से केश कुंज होंठ पाँखुरी सुकंज अंग मकरंद गंध रस छलकाती है। हिरनी सी... Hindi · घनाक्षरी 410 Share Rajesh vyas 26 Jun 2021 · 1 min read आज के तो दौर में ____घनाक्षरी कोई आए कोई जाए, कौन किसको सुहाए। खुद में ही खोए लोग ,आज के तो दौर में।। होता होता शोर यहां करता न गौर कोई। कभी पड़ना न यारा ,वन... Hindi · घनाक्षरी 3 2 359 Share guru saxena 24 Jun 2021 · 1 min read घनाक्षरी ( वृत्यानुप्रास) चुनाव चुनाव की चर्चा वृत्यानुप्रास अलंकार घनाक्षरी छंद गुलों में गुलाब ,गेंदा गली गली गमके हैं, गुदना गुदाय गोरी गालन पै गांव की। कान पै कमल,मोदी माथे पै लिखाय नाम, भाजपा... Hindi · घनाक्षरी 1 1 410 Share guru saxena 24 Jun 2021 · 1 min read अर्थान्तरन्यास अलंकार घनाक्षरी गुरू जी के छंद अर्थान्तरन्यास अलंकार मनहरण घनाक्षरी ************** शहद से अमृत को,कुत्ता न पसंद करे, भूल से भी खाएगा न,जिंदा रह पाएगा । मक्खी सब कुछ खाय,बैठने कहाँ न... Hindi · घनाक्षरी 1 1 306 Share guru saxena 23 Jun 2021 · 1 min read घनाक्षरी (अर्थान्तरन्यास अलंकार) गुरू जी के छंद अर्थान्तरन्यास अलंकार मनहरण घनाक्षरी ************** शहद से अमृत को,कुत्ता न पसंद करे, भूल से भी खाएगा न,जिंदा रह पाएगा । मक्खी सब कुछ खाय,बैठने कहाँ न... Hindi · घनाक्षरी 703 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 23 Jun 2021 · 1 min read मनहरण घनाक्षरी... पड़ी वक्त की लताड़, जिंदगी हुई उजाड़, आस-प्यास सब मिटी, चाह दुखदायी है। हाय ये कैसी बेबसी, माँ- बहन चल बसी, रिश्तों को यूँ खोते जाना, घोर कष्टदायी है। दोस्त... Hindi · घनाक्षरी 2 590 Share Arun Sharma Bedhadak 23 Jun 2021 · 1 min read घनाक्षरी छंद रिद्धि सिद्धि दायक हैं, कार्य सिद्ध नायक हैं, जिनकी कृपा से भर, मिट जाते क्लेश हैं। गौरा जी के लाल प्रिय, देव गणों के जो हिय, कैलाशी देवाधिपति, पितृ श्री... Hindi · घनाक्षरी 578 Share Rajesh vyas 22 Jun 2021 · 1 min read सच सच बौलिये जी __ (घनाक्षरी) सच सच बौलिए जी,जीवन में तुमने तो। नेकी वाले काम भाई,कितने कराएं है।। अपने पराए सब एक जैसे मानकर। संग संग सब के क्या,सपने सजाएं है।। दिया न हो दुख... Hindi · घनाक्षरी 2 4 305 Share guru saxena 21 Jun 2021 · 1 min read घनाक्षरी छंद (बेकार सेवक) विरोधाभास एवं बक्रोति अलंकार घनाक्षरी छंद ************ पेट भर जाय यही, हमारा पुरस्कार, चाहे पद पाके पापी पूरी पेटियाँ भरें । पहले डरे न कभी, सच बात कहने में, उलट... Hindi · घनाक्षरी 365 Share अभिनव अदम्य 19 Jun 2021 · 1 min read घनाक्षरी संदल सुगन्ध गन्ध छोड़ता है रूप रंग देख दिव्य अंग जगे मन में उमंग है। प्रेयसी के संग छिड़े प्रेम का प्रसंग तब अंग अंग में अनंग उठती तरंग है।... Hindi · घनाक्षरी 348 Share Rajesh vyas 19 Jun 2021 · 1 min read देख _ देख सांवली सलोनी -- घनाक्षरी देख-देख सांवली सलोनी तेरी सुरतिया। उमंग तरंग मेरे दिल में आ जाती है।। होठों पे लगा के लाली ,मतवाली चाल चले । अंखियों में मेरी तेरी छवि तो छा जाती... Hindi · घनाक्षरी 3 4 442 Share Previous Page 7 Next