Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
26 Jun 2021 · 1 min read

आज के तो दौर में ____घनाक्षरी

कोई आए कोई जाए, कौन किसको सुहाए।
खुद में ही खोए लोग ,आज के तो दौर में।।
होता होता शोर यहां करता न गौर कोई।
कभी पड़ना न यारा ,वन टू के फ़ोर में।।
करना है ऐसे काम,जिसमें हो तेरा नाम।
खोना नहीं तुझको तो,अनजानी ठौर में।।
मंजिल तेरी एक हो,इरादे सदा नेक हो।
आंनद मिलेगा तुझे,कमाई के कोर में।।
राजेश व्यास अनुनय

3 Likes · 2 Comments · 341 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
जिंदगी सितार हो गयी
जिंदगी सितार हो गयी
Mamta Rani
*धन्यवाद*
*धन्यवाद*
Shashi kala vyas
चांद छुपा बादल में
चांद छुपा बादल में
DR ARUN KUMAR SHASTRI
कड़वी  बोली बोल के
कड़वी बोली बोल के
Paras Nath Jha
" जिन्दगी क्या है "
Pushpraj Anant
आज़ाद फ़िज़ाओं में उड़ जाऊंगी एक दिन
आज़ाद फ़िज़ाओं में उड़ जाऊंगी एक दिन
Dr fauzia Naseem shad
खिचे है लीक जल पर भी,कभी तुम खींचकर देखो ।
खिचे है लीक जल पर भी,कभी तुम खींचकर देखो ।
Ashok deep
🙏 गुरु चरणों की धूल🙏
🙏 गुरु चरणों की धूल🙏
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
■ सनातन पर्वों के ख़िलाफ़ हमारे अपने झूठे संगठन।
■ सनातन पर्वों के ख़िलाफ़ हमारे अपने झूठे संगठन।
*Author प्रणय प्रभात*
मेरी गुड़िया
मेरी गुड़िया
Kanchan Khanna
" अधरों पर मधु बोल "
भगवती प्रसाद व्यास " नीरद "
मेरी भी कहानी कुछ अजीब है....!
मेरी भी कहानी कुछ अजीब है....!
singh kunwar sarvendra vikram
सबसे नालायक बेटा
सबसे नालायक बेटा
आकांक्षा राय
पराक्रम दिवस
पराक्रम दिवस
Bodhisatva kastooriya
टिमटिमाता समूह
टिमटिमाता समूह
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
2698.*पूर्णिका*
2698.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
* नव जागरण *
* नव जागरण *
surenderpal vaidya
आंखों से अश्क बह चले
आंखों से अश्क बह चले
Shivkumar Bilagrami
खद्योत हैं
खद्योत हैं
Sanjay ' शून्य'
कहा किसी ने
कहा किसी ने
Surinder blackpen
*नि:स्वार्थ विद्यालय सृजित जो कर गए उनको नमन (गीत)*
*नि:स्वार्थ विद्यालय सृजित जो कर गए उनको नमन (गीत)*
Ravi Prakash
मैं खुश हूँ! गौरवान्वित हूँ कि मुझे सच्चाई,अच्छाई और प्रकृति
मैं खुश हूँ! गौरवान्वित हूँ कि मुझे सच्चाई,अच्छाई और प्रकृति
विमला महरिया मौज
एक सपना देखा था
एक सपना देखा था
Vansh Agarwal
सेर (शृंगार)
सेर (शृंगार)
सूरज राम आदित्य (Suraj Ram Aditya)
महिलाएं अक्सर हर पल अपने सौंदर्यता ,कपड़े एवम् अपने द्वारा क
महिलाएं अक्सर हर पल अपने सौंदर्यता ,कपड़े एवम् अपने द्वारा क
Rj Anand Prajapati
हिन्दी दोहा बिषय-जगत
हिन्दी दोहा बिषय-जगत
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
संसाधन का दोहन
संसाधन का दोहन
Buddha Prakash
फूल खुशबू देते है _
फूल खुशबू देते है _
Rajesh vyas
धर्म नहीं, विज्ञान चाहिए
धर्म नहीं, विज्ञान चाहिए
Shekhar Chandra Mitra
Gazal 25
Gazal 25
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
Loading...