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10 Jul 2021 · 1 min read

चल चल चला चल ___ घनाक्षरी

चल चल चला चल चल ना ही काम तेरा।
पल पल तुझको तो चलना ही पड़ेगा।।
काम की तलाश कर मन न निराश कर।
तन में तो भाव यह भरना ही पड़ेगा।।
है हार नहीं मानना, जान जान जानना है।
जीत के लिए तो तुझे, लड़ना ही पड़ेगा।।
नाम अपना कमा ले, कोई सपना सजा ले।
करने साकार उसे, बढ़ना ही पड़ेगा।।
राजेश व्यास अनुनय

2 Likes · 2 Comments · 281 Views
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