Comments (12)
1 Jul 2021 03:38 PM
Sundar
शेख़ जाफ़र खान
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21 May 2022 11:04 AM
आपका आभार।
30 Jun 2021 11:12 PM
अतिसुन्दर
शेख़ जाफ़र खान
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1 Jul 2021 07:40 AM
Shukriya ji
30 Jun 2021 08:16 AM
बहुत सुंदर सर नमस्कार
शेख़ जाफ़र खान
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30 Jun 2021 08:51 AM
प्रणाम सर जी,
आपका बहुत बहुत आभार।
30 Jun 2021 07:17 AM
आई बरसात है,बिजुरी चमकी सारी रात है।
कल कल बहते झरने_ नदियां भी गात है।
मन भीगो लो, तन से डुबकी लगा लो।
हवाएं भी तो बह रही बादलों के साथ है।।
सुंदर अति सुंदर सर??
शेख़ जाफ़र खान
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30 Jun 2021 08:52 AM
आदरणीय को नमन ,
आपका बहुत बहुत आभार।
30 Jun 2021 07:05 AM
अतिसुंदर !
शेख़ जाफ़र खान
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30 Jun 2021 08:53 AM
आदरणीय का आत्मीय आभार।
शेख़ जाफ़र खान
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2 Jul 2021 10:07 AM
सर जी नमस्कार,
आपका आभार।
बरसात के साथ कीट पतंग को जोड़कर लिखना।बहुत ही सुंदर रचना।