Posts Tag: ग़ज़ल/गीतिका 14k posts List Grid Previous Page 2 Next अंसार एटवी 17 May 2024 · 1 min read कभी तो देखने आओ जहाँ हर बार लगता है कभी तो देखने आओ जहाँ हर बार लगता है हमारे गाँव में काफ़ी बड़ा बाज़ार लगता है ये सब तो ग़ैर-मुमकिन था कि वो ख़ंजर चलाएगा मुझे तो ये बताया... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका 10 Share अंसार एटवी 17 May 2024 · 1 min read उसे दिल से लगा लूँ ये गवारा हो नहीं सकता उसे दिल से लगा लूँ ये गवारा हो नहीं सकता हवाओं में चराग़ों का गुज़ारा हो नहीं सकता हसद रखता हो जो दिल में हमेशा चाल चलता हो हक़ीक़त में... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · गीत 9 Share अंसार एटवी 17 May 2024 · 1 min read कभी ख़ुद को गले से तो लगाया जा नहीं सकता कभी ख़ुद को गले से तो लगाया जा नहीं सकता लिखा हो जो मुक़द्दर में मिटाया जा नहीं सकता जिसे तुम राज़ देते हो वही नुक़्सान भी देगा यहाँ हर... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · कहानी · कुण्डलिया · ग़ज़ल/गीतिका · गीत 12 Share अंसार एटवी 17 May 2024 · 1 min read मोहब्बत का यहाँ पर वो फ़साना छोड़ जाता है मोहब्बत का यहाँ पर वो फ़साना छोड़ जाता है वो हिंदुस्तान में अपना ज़माना छोड़ जाता है जहाँ लाखों करोड़ों लोग अब भी गुनगुनाते हैं वो अल्लामा यहाँ अपना तराना... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका 8 Share अंसार एटवी 17 May 2024 · 1 min read निभाने को यहाँ अब सब नए रिश्ते निभाते हैं उसे जब भूख लगती है वो दाना ढूँढ लेता है परिंदा शाम को फिर आशियाना ढूँढ लेता है वो जिसका घर नहीं होता उसे भी नींद आती है वो सोने... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · कहानी · ग़ज़ल/गीतिका 11 Share अंसार एटवी 17 May 2024 · 1 min read क़िस्मत हमारी ख़ुद के ही पहलू से आ मिली क़िस्मत हमारी ख़ुद के ही पहलू से आ मिली दुख की घड़ी में पलके जो आँसू से क्या मिली तितली के तब से सैकड़ों दुश्मन बने हुए फूलों से क्या... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · कहानी · ग़ज़ल/गीतिका 12 Share अंसार एटवी 17 May 2024 · 1 min read अब तक तबाही के ये इशारे उसी के हैं अब तक तबाही के ये इशारे उसी के हैं ये तख़्त ओ ताज इसलिए सारे उसी के हैं डसने का जिसका काम ही सदियों से चल रहा ये नाग हैं... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका 9 Share अंसार एटवी 17 May 2024 · 1 min read मुझे बेज़ार करने के उसे भी ख़्वाब रहते हैं मुझे बेज़ार करने के उसे भी ख़्वाब रहते हैं कि जैसे सामने कश्ती के कुछ गिर्दाब रहते हैं जिसे देखा गया हो बस गरजने की ही सूरत में उसी एक... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका 7 Share अंसार एटवी 17 May 2024 · 1 min read वो ठोकर से गिराना चाहता है वो ठोकर से गिराना चाहता है मुझे पत्थर पे लाना चाहता है जिसे अपना समझता हूँ जहाँ में वो रस्ते से हटाना चाहता है उसे होते नहीं देखा किसी का... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका 7 Share अंसार एटवी 17 May 2024 · 1 min read मोहब्बत का वो दावा कर रहा होगा मोहब्बत का वो दावा कर रहा होगा वो सबसे अब दिखावा कर रहा होगा चराग़ों पर अभी है गर्दिश-ए-दौराँ वो आँधी को इशारा कर रहा होगा वो रातों को बड़ी... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका 8 Share अंसार एटवी 17 May 2024 · 1 min read मंज़िल मिली उसी को इसी इक लगन के साथ मंज़िल मिली उसी को इसी इक लगन के साथ छानी हो खाक़ जिस ने भी अपने बदन के साथ उस शख़्स से ना पूछिये उसकी ख़ुशी का हाल जिसने गुज़ारे... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका 10 Share अंसार एटवी 17 May 2024 · 1 min read ख़ुद को फ़लक़ से नीचे उतारा अभी अभी ख़ुद को फ़लक़ से नीचे उतारा अभी अभी टूटा हो जैसे कोई सितारा अभी अभी जैसे किसी ने साँप के फन को कुचल दिया अपनी अना को ऐसे ही मारा... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · शेर 9 Share भरत कुमार सोलंकी 16 May 2024 · 2 min read मै पत्नी के प्रेम में रहता हूं विसय मैं पत्नी के प्रेम में रहता हूं । विधा. मुक्तक दिनांक. १६:५:२०२४ बिन ब्याह आजाद ख्यालो में मैं उसके चक्कर. काटता हू अकेला बैठ ,मैं उसके ख्यालों में ,चाहकर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 9 Share Neeraj Mishra " नीर " 16 May 2024 · 1 min read महाकाल महिमा कल कल बहती गंग धारा , जिन जटओं से कंठ नीला पड़ गया हो , जहर की धाराओं से सर्प ले रहा हो अंगड़ैया , जिस शिरोधरा पर तांडव कर... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · कुण्डलिया · ग़ज़ल/गीतिका 1 11 Share सत्य कुमार प्रेमी 16 May 2024 · 1 min read दिल से दिल गर नहीं मिलाया होली में। गज़ल 22/22/22/22/22/2 दिल से दिल गर नहीं मिलाया होली में। फिर क्यों तुमने गले लगाया होली में।1 दुश्मन से तुम दोस्त बने दिखलाने को, झूठा इक मंजर दिखलाया होली में।2... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 11 Share सत्य कुमार प्रेमी 16 May 2024 · 1 min read आंखों की चमक ऐसी, बिजली सी चमकने दो। गज़ल 221/1222/221/1222 आंखों की चमक ऐसी, बिजली सी चमकने दो। जुल्फों के घने बादल, अब खुल के बरसने दो। जीवन का सबक यारो, ये याद रखो हरदम, गिरता जो सॅंभलता... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 11 Share सत्य कुमार प्रेमी 16 May 2024 · 1 min read आइना देखा तो खुद चकरा गए। गज़ल आइना देखा तो खुद चकरा गए। अपना चेहरा देखकर घबरा गए।.. मतला छोड़कर उनको हम आगे आ गए। अपनों को हम किसलिए बिसरा गए।...हुस्ने मतला भूख के मारे थे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 11 Share सत्य कुमार प्रेमी 16 May 2024 · 1 min read होली पर बस एक गिला। ग़ज़ल होली पर बस एक गिला। वो क्यों मुझसे नहीं मिला। खोले थे दिल के दरवाजे, उसने रक्खा बंद किला।। हम दोनों तो एक से हैं, गांव शहर औ'र एक... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 10 Share सत्य कुमार प्रेमी 16 May 2024 · 1 min read कैसे निभाऍं उस से, कैसे करें गुज़ारा। ग़ज़ल 221/2122/221/2122 कैसे निभाऍं उस से, कैसे करें गुज़ारा। जां का हमारी दुश्मन, जाने जिगर हमारा।1 दरिया ए इश्क में हम, कुछ इस तरह फॅंसे है, छूटा इधर किनारा, छूटा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 9 Share सत्य कुमार प्रेमी 16 May 2024 · 1 min read प्यार भी खार हो तो प्यार की जरूरत क्या है। गज़ल 2122/1122/1212/222 प्यार भी खार हो तो प्यार की जरूरत क्या है। जीत में हार हो तो हार की जरूरत क्या है।1 शब्द भी तीर कमानों की तर्ह होते हैं... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 12 Share सत्य कुमार प्रेमी 16 May 2024 · 1 min read कुछ अपनी कुछ उनकी बातें। गज़ल 22/22/22/22 कुछ अपनी कुछ उनकी बातें। कुछ हल्की कुछ गहरी बातें।1 बातें तो बातें होती हैं, कुछ सच्ची कुछ झूठी बातें।2 आपस में मिलकर करते हैं, कुछ सोची कुछ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 11 Share सत्य कुमार प्रेमी 16 May 2024 · 1 min read ये बता दे तू किधर जाएंगे। गज़ल 2122/1122/22(112) ये बता दे तू किधर जाएंगे। हम मुसाफिर हैं गुजर जाएंगे।1 देख लेंगे जो मुझे आईने, टूटकर खुद ही बिखर जाएंगे।2 मुझको मरना भी अगर होगा कभी, तेरी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 12 Share D.N. Jha 16 May 2024 · 1 min read कभी राधा कभी मीरा ,कभी ललिता दिवानी है। कभी राधा कभी मीरा ,कभी ललिता दिवानी है। यही हम जानते हैं ये ,सभी तो राज रानी है। जपे जॅंह नाम राधे का, वहीं ब्रजधाम हो जाए, यही तुलसी यही... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल/गीतिका 2 28 Share सत्य कुमार प्रेमी 16 May 2024 · 1 min read दिल से बहुत बधाई है पोते के जन्म पर। गज़ल - 221/2121/1221/212 दिल से बहुत बधाई है पोते के जन्म पर। फिर से बहार आई है पोते की जन्म पर।1 दादा खुशी से झूमते, दादी भी नाचती, अब बट... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 10 Share सत्य कुमार प्रेमी 16 May 2024 · 1 min read करवां उसका आगे ही बढ़ता रहा। गज़ल- 212/212/212/212 करवां उसका आगे ही बढ़ता रहा। झूठ को सच बताकर वो छलता रहा।1 वो अमीरों को अपना बनाता रहा। जो था मुफलिस वो बेमौत मरता रहा।2 सबको सपने... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 9 Share सत्य कुमार प्रेमी 16 May 2024 · 1 min read आए हैं फिर चुनाव कहो राम राम जी। गज़ल 221/2121/1221/212 आए हैं फिर चुनाव कहो राम राम जी। जनता भी ताव में है जपो राम राम जी।1 सस्ती हरेक चीज के वादे हवा हुए, कुछ है नहीं जवाब... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 5 Share सत्य कुमार प्रेमी 16 May 2024 · 1 min read छोड़ कर घर बार सब जाएं कहीं। मुक्तक छोड़ कर घर बार सब जाएं कहीं। पर अकेले जिंदगी कटती नहीं। चार दिन के बाद दिल कहता चलो, फिर से अपने दर पे चलते हैं वहीं। .........✍️ सत्य... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 9 Share सत्य कुमार प्रेमी 16 May 2024 · 1 min read उलझी हुई जुल्फों में ही कितने उलझ गए। मुक्तक उलझी हुई जुल्फों में ही कितने उलझ गए। उलझी हुई जुल्फों से ही मसले सुलझ गए। जो भी घनेरी जुल्फों के साए में आ गये, वो सारे शख्स इनकी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 9 Share D.N. Jha 16 May 2024 · 1 min read त्रिलोकीनाथ बुलाऊॅं जब कभी उनको,जगत के नाथ आते हैं। कभी कोई नहीं सुनते, तभी श्री कृष्ण आते हैं। चले दौड़े वहाॅं झटपट , त्रिलोकी नाथ हैं जाते, मगन होकर बुलाने से,... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल/गीतिका 1 33 Share सत्य कुमार प्रेमी 16 May 2024 · 1 min read आप पाएंगे सफलता प्यार से। गज़ल 2122/2122/212 आप पाएंगे सफलता प्यार से। मत डरो बस जिंदगी में हार से। आपको ही चोट आएगी सुनो, सिर न टकराना कभी दीवार से। देखने में काठ का लट्ठा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 12 Share सत्य कुमार प्रेमी 16 May 2024 · 1 min read महफ़िल में कुछ जियादा मुस्कुरा रहा था वो। गज़ल 221/2121/2121/212 महफ़िल में कुछ जियादा मुस्कुरा रहा था वो। हॅंस कर सभी से दर्द को छुपा रहा था वो।1 हैं मुश्किलें उसी की तो उसी को झेलना, औरों का... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 11 Share भरत कुमार सोलंकी 15 May 2024 · 1 min read मै ना सुनूंगी "ना सुनूंगी " भोली सुरत लेके तु मुझको क्यो बहकाता है। आलाप ना कर, तेरी मैं ना सुनगी बहाना लेके तु मीठे बोल से क्यों समझाता है । आलाप ना... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल/गीतिका 15 Share डी. के. निवातिया 15 May 2024 · 1 min read मुहब्बत भी करके मिला क्या दिन-दिनांक : बुधवार, १५ मई, २०२४ विद्या : ग़ज़ल विषय : इश्क/प्यार/मुहब्बत शीर्षक : मुहब्बत भी करके मिला क्या बह्र: बहरे मुतकारिब मुसद्दस सालिम अरकान : फ़ऊलुन फ़ऊलुन फ़ऊलुन मात्रा... Hindi · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · मुक्तक 15 Share D.N. Jha 15 May 2024 · 1 min read तमाशा सुनते थे जो हर बातों को,करने लगे बहाने अब। छुप -छुप कर ही देखा करते,आंखें लगे चुराने अब। हंसते गाते ही रहते थे,खोए- खोए दिखते हैं, सुनते थे जो हर... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल/गीतिका 1 30 Share D.N. Jha 15 May 2024 · 1 min read बेटी की ताकत पहचाने बेटी की ताकत पहचानें , भले पकाती रोटियाॅं। बात बुलंदी से वह कहती, चढ़ जाती हैं चोटियाॅं।। चहक- चहक कर खेला करती,वही पुराने खेल को, बचपन की यादें दे... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल/गीतिका 1 29 Share D.N. Jha 15 May 2024 · 1 min read आशियाना आशियाना वहीं , हम बनाते रहे। वे खुशी से जहाॅं ,खिलखिलाते रहे। उम्र भर साथ चलने का वादा किया, ईंट से ईंट को हम सजाते रहे। चाल ऐसी चली खूब... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल/गीतिका 1 35 Share भरत कुमार सोलंकी 15 May 2024 · 1 min read भूल ना था भुल ना था पश्चाताप के आलम में मैअपना वजूद खोज रहा विग्रह् के मनोरम मे मै रख कलम कुछ सोच रहा क्यो मैं अपने मां बाप की भूल था उम्मीद... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल/गीतिका 12 Share D.N. Jha 15 May 2024 · 1 min read मातम नीर आंखों का दिखा मातम मनाते आजकल। लूट का धंधा बना कर घर सजाते आजकल। कर दिया इंसाफ फिर भी क्यों बुलाते आपको, गीत गाकर हम सभी को वे सुनाते... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल/गीतिका 2 26 Share सत्य कुमार प्रेमी 14 May 2024 · 1 min read हो हमारी या तुम्हारी चल रही है जिंदगी। गज़ल 2122/2122/2122/212 हो हमारी या तुम्हारी चल रही है जिंदगी। सच तो है ये धीरे धीरे जल रही है जिंदगी। देखते ही देखते आंखों से ओझल होगी ये, बर्फ़ की... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 12 Share सत्य कुमार प्रेमी 14 May 2024 · 1 min read मेरे खाते में भी खुशियों का खजाना आ गया। गज़ल 2122/2122/2122/212 मेरे खाते में भी खुशियों का खजाना आ गया। दोस्तों जब से मुझे भी मुस्कुराना आ गया।1 मुझको हर इक शख्स घर का देखता हरदम खुशी, क्योंकि मुझको... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 11 Share सत्य कुमार प्रेमी 14 May 2024 · 1 min read प्यार चाहा था पा लिया मैंने। गज़ल 2122/1212/22 प्यार चाहा था पा लिया मैंने। खुद से ही दिल लगा लिया मैंने। 1 बेसबब ही किसी की उल्फत में, दर्द ओ गम भी उठा लिया मैंने।2 मांगने... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 12 Share Nitesh Shah 14 May 2024 · 1 min read कोरोना कोरोना ने खोली आँखें, जगा दी प्रेम की आशा, सलामी देते है उनको, जिन्होंने की बड़ी सेवा, डॉक्टर हो या नर्से हो, करू शत शत नमन उनको, बचा की रूह... Hindi · कविता · कुण्डलिया · ग़ज़ल/गीतिका · गीतिका 15 Share Nitesh Shah 14 May 2024 · 1 min read सबसे सुन्दर प्यारा देश सबसे सुन्दर प्यारा देश, दुबई है सबसे न्यारा देश, भांति भांति के लोग यहाँ, यह देता अद्भुत सन्देश, ना चोरी, ना सीनाजोरी, निर्भयता का है यह देश, सपनों की उड़ान... Hindi · कविता · ग़ज़ल/गीतिका 14 Share Nitesh Shah 14 May 2024 · 1 min read राम नहीं बन सकते ..... राम नहीं बन सकते हैं, पर सीता की आशा करते हैं, गुरुद्वारे पर माथ टेका, मस्जिद में सजदा करते हैं, पर्व में जाकर करे प्रार्थना, मंदिर में हर सर झुकते... Hindi · कविता · ग़ज़ल/गीतिका 11 Share D.N. Jha 14 May 2024 · 1 min read जिंदगी समर है चलना सॅंभल -सॅंभल कर,यह जिंदगी समर है। अब फूल मत समझना, काॅंटों भरा सफर है। चलते यहाॅं समय से,अब जीतते वही हैं, यह सोच कर हमेशा,चलता रहा डगर है। अब... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल/गीतिका 1 42 Share Taj Mohammad 14 May 2024 · 1 min read ज़माने की नजर से। ज़माने की नजर से कभी तुम ना देखना हमको। जमाना है फरेबी तुम फरेबी ना समझना हमको।। गर मौत जुदा कर दे कभी जिंदगी में हमें तुमसे। तुम सदा बद... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल/गीतिका 1 16 Share भरत कुमार सोलंकी 14 May 2024 · 1 min read मन की प्रीत मन की मीत ही मेरी प्रीत है आकाश में उड़ते परिन्दाे का ,कुछ तो अरमान होता है धरती पर रेंगते जीव का भी, कुछ न कुछ तो अरमान होता है... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल/गीतिका 17 Share भरत कुमार सोलंकी 14 May 2024 · 1 min read मन की प्रीत मन की मीत ही मेरी प्रीत है आकाश में उड़ते परिन्दाे का ,कुछ तो अरमान होता है धरती पर रेंगते जीव का भी, कुछ न कुछ तो अरमान होता है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 14 Share सत्य कुमार प्रेमी 13 May 2024 · 1 min read गम के पीछे ही खुशी है ये खुशी कहने लगी। ग़ज़ल- 25 गम के पीछे ही खुशी है ये खुशी कहने लगी। मौत से ही जिंदगी है जिंदगी कहने लगी।1 तुम उतर जाओ गले तो चैन कुछ आ जाएगा। ओस... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल/गीतिका 1 9 Share सत्य कुमार प्रेमी 13 May 2024 · 1 min read याद करने के लिए बस यारियां रह जाएंगी। गज़ल- 24 याद करने के लिए बस यारियां रह जाएंगी। या लिखी थीं जो कभी वो चिट्ठियां रह जाएंगी।1 जाति धर्मों में अभी तक हम सभी जकड़े हुए, तोड़ दो... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल/गीतिका 13 Share Previous Page 2 Next