Posts Tag: अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ 121 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 23 Dec 2021 · 1 min read गांव दिखाएंगे। खूबसूरती का सर से पांव दिखाएंगे कभी आना तुम्हें अपना गांव दिखाएंगे। धूप बहुत है शहर की भीड़ भाड़ में कभी आना तुम्हें धूप में भी छांव दिखाएंगे। कभी आना... Hindi · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कविता · सुकून 50 4 291 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 24 Dec 2021 · 1 min read जिंदगी आहिस्ता चल ऐ जिंदगी कई कर्ज चुकाना बाकी है कुछ दर्द मिटाना बाकी है कुछ फर्ज़ निभाना बाकी है ।। रफ्तार में तेरे चलने से कुछ रूठ गए कुछ छूट... Hindi · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कठिन जीवन · कविता 50 8 934 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 6 May 2022 · 1 min read पिता मेरी धरती मेरा अम्बर, मेरी सृष्टि मेरा समंदर, बनके लहू बहते है मुझमें, पिता है मेरे रगों के अंदर।। सर से लेकर पांव तक, धूप से लेकर छांव तक। पिता... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कविता · परिवार 50 28 398 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 18 Dec 2021 · 1 min read इल्जाम है गलत इल्जाम हमपे दिलफेक आशिक़ी का, मोहब्बत बाँटना तो फलसफा है जिन्दगी का । किसी नाज़नी को हमने जी भर क्या देख लिया, लग गया हमपे तोहमत, सरे आम... Hindi · अभिषेक काव्य संग्रह · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कविता 49 12 457 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 21 Dec 2021 · 1 min read हथियार बनाता हूं। मैं झरने सा बहकर ही कही भी धार बनाता हूं। जमाने से अलग अपनी, इक पहचान बनाता हूं।। मैं पंछी सा उड़ता हूं , न अब घर बार बनाता हूं।।... Hindi · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कठिन जीवन · कविता 49 8 306 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 21 Dec 2021 · 1 min read नूर ए हुस्न आपके चेहरे के नूर के आगे सब सादा सा लगता है, है तो वो पूनम का चांद पर आपके सामने आधा सा लगता है।। बातें आपकी सबको दीवाना बनाती हैं,... Hindi · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कविता 49 6 431 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 24 Dec 2021 · 1 min read समय को भी तलाश है । तू खुद की खोज में निकल, तू किस लिए हतास है तू चल तेरे वजूद की, समय को भी तलाश है ।। जो लिपटी तुझसे बेड़ियां, बना ले इनको वस्त्र... Hindi · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कठिन जीवन · कविता 49 5 914 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 6 Apr 2021 · 1 min read ऐ मां वो गुज़रा जमाना याद आता है। तेरी गोद में बैठकर आँसू बहाना याद आता है, ऐ माँ वो गुज़रा जमाना याद आता है। वो बचपन के दिन, वो शरारतें, वो शैतानियां मेरी, वो पड़ोसी के घर... Hindi · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कविता · परिवार 48 10 762 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 21 Dec 2021 · 1 min read लोग लोग पूछते है, कहा खो जाते हों। यही बैठे-बैठे, कहा चले जाते हो तरह-तरह से सवाल करते है। सवालों से लहूलुहान करते है। अब उन्हें कौन समझाए । कि, जो... Hindi · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कठिन जीवन · कविता 48 8 267 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 21 Dec 2021 · 1 min read घुल से गए हो। तुम मुझमें इस कदर घुल गए हो, कि मैं अब ख़ुद में भी बचा नही , यह कहना भी शायद गलत न होगा, तुम मुझ में घर कर गए हो... Hindi · अभिषेक काव्य संग्रह · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कविता 48 6 350 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 22 Dec 2021 · 1 min read लगाया करती हैं वो चुप हैं.. उनकी ख़ामोशी कुछ बात बताया करती है। कुछ मीठा, कुछ तीखा-सा, इल्जाम लगाया करती है। हम उनसे दूर हुए कब थे, वो मेरे पास हुए कब थे... Hindi · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कविता · विरह काव्य 48 4 480 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 23 Dec 2021 · 1 min read दोस्ती करली!! आज आसमान से दोस्ती कर ली, कुछ अनकही उसकी समझ ली! अक्सर मौन से रहने वाला, क्यों आक्रोश में बिजली कड़काता, अक्सर खुली हवा सहलाने वाला, क्यों बदलो के पीछे... Hindi · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कविता · सुकून 48 4 463 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 14 Jan 2022 · 1 min read लाल उठो!! रात गई ,लाल उठो, बोल रहीं चिडियाँ। चाँद गया साथ लिये, शीतल चंदनियां । अंबर से फूट रहे, धूप भरे अंकुर, दूध मिले ग्वाल दिखे धेनु सुवन आतुर। लो उनसे... Hindi · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कठिन जीवन · कविता 48 4 688 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 26 Jan 2022 · 1 min read गांव कई महीनों बाद हम अपने गांव को आते हैं, देखकर प्रकृति की सुंदर काया हम विस्मित हो जाते हैं।। सुबह उठें हम सूरज की मखमली रोशनी को पाते हैं, चिड़ियों... Hindi · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कविता · सुकून 48 5 256 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 20 Jan 2022 · 1 min read भूल नहीं पाता कोई वहशी दरिंदा नहीं माना मैं भी फरिश्ता नहीं, एक अदना–सा इंसान हूं मैं अच्छा बुरा कुछ समझता नहीं, खुद से मुझको है नाराजगी पर तुमसे कोई शिकायत नहीं, पास... Hindi · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कविता · विरह काव्य 48 4 299 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 30 Jan 2022 · 1 min read दोस्त (2) कुछ लोग नहीं कुछ होकर भी, जैसे सब कुछ बन जाते हैं । कुछ कदम साथ ही चलते केवल, लेकिन दिल में बस जाते हैं ।। उन पर अधिकार नहीं... Hindi · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कविता · दोस्ती 48 7 454 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 15 Dec 2021 · 1 min read ठीक नहीं । यूं हर वक्त खफा हो जाना ठीक नहीं, मेरा नाम लिख कर के मिटाना ठीक नहीं, आती हैं कई मुश्किलें राह –ए – जिंदगी में, यूं ज़रा सी ठोकर से... Hindi · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कविता · विरह काव्य 47 6 513 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 21 Dec 2021 · 1 min read चाहता हूं। मैं सब से प्यार लुटाऊं, वह दुआएं चाहता हूं ऐ मेरे रब!! मैं हर इक सांस में सुंदर सुहानी महक चाहता हूं ।। अपनी आवाज की खुशबू की, हवाएं चाहता... Hindi · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कविता 47 6 229 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 21 Dec 2021 · 1 min read यात्रा यात्रा इस जीवन की, मोहक कुछ मार्मिक भी..! रोना और मुसकाना, पाना और खोना भी…! निश्चित सब पहले से, आना और जाना भी..! साथ कहां तक देते, बचपन या यौवन... Hindi · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कविता 47 6 268 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 14 Jan 2022 · 1 min read बादल उड़े हुए धुओं का छल हूं, अदृश्य बूंदों का जल हूं, कुछ देर श्वेत रंग से लुभाऊंगा, आसमान में फिर गूंज मचाऊंगा ! गरजते- बरसते देखा होगा, बनते - बिखरते... Hindi · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कविता · सुकून 47 1 492 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 19 Jan 2022 · 1 min read तुम हो तो.... प्रत्यक्ष न देखूं तो हसर क्या? भले फलसफे का एहसास है, होना क्या है,ना होना क्या है? तटस्थ होकर भी बेकार है। तुम नही तो फीका इंद्रधनुष भी, तुम हो... Hindi · अभिषेक काव्य संग्रह · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कविता 47 4 318 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 19 Jan 2022 · 1 min read जीवन, सत्य, व्यथा रिश्तो में यूं एक दूसरे की गलतियां बताया नहीं करते जो अपने हैं अपनापन जताया नहीं करते माना की गलतियां की है मैंने, पर क्या आप सही हो? चलो मान... Hindi · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कविता · विरह काव्य 47 4 299 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 16 Jan 2022 · 1 min read रूठ जाता है कहां आसान है दुआओं में सबकी खुशियां मांगना, अगर रोशनी को मनाओ तो अंधेरा भी रूठ जाता है। हमारा साथ रहना उनकी बेचैनी का सबब है मगर, इक पल भी... Hindi · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कविता · स्व–अभिमान 47 2 434 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 21 Jan 2022 · 1 min read कन्या विदाई जो आई आज विदाई है, जीवन की यह पुरवाई है । एक पक्ष में खुशियां है तो, एक पक्ष से जुदाई है । लड़की की देखो कठिन, परिश्रम की घड़ी... Hindi · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कविता 47 3 256 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 15 Dec 2021 · 1 min read मां–बाप मां–बाप ने ऐसी कहानी दी है, ज़िन्दगी भर की निशानी दी है। शक्ल-सूरत सब एक जैसे, उम्र भर की निगरानी दी है। आज मुझे हर शक्स पहचान लेता है, आपने... Hindi · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कविता · परिवार 46 6 287 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 18 Dec 2021 · 1 min read चांद कहानी पूनम की वह रात सुहानी बना शशि था तब अभिमानी बोला मेरी चाँदनी शीतल जब जाती है यह भूतल सारा जग है जगमग होता मेरे होते काम ना सोता मैं... Hindi · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कविता · सुकून 46 6 593 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 21 Dec 2021 · 1 min read प्यास हमें पी जाएगी। कूप, नदी, नल , झील, नहर हर–घाट पर ठोकर खाएंगे तड़प–तड़प कर दम तोड़ेंगे पर प्यास बुझा ना पायेंगे बूंद बूंद की कीमत समझो उसे बचा कर रखो तुम जिस... Hindi · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कविता 46 6 349 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 23 Dec 2021 · 1 min read लाजवाब लगते हो। आँखों में किसी का ख़्वाब रखते हो, चेहरे पे सादगी का रूमाल रखते हो। चलो जब तो क्या कमाल लगते हो, बैठो जहां भी बेमिसाल लगते हो। सारे फूल तुम्हारे... Hindi · अभिषेक काव्य संग्रह · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कविता 46 4 271 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 14 Jan 2022 · 1 min read बेकरार हर तरफ हर जगह बेशुमार हूं मैं चैन से जीने को बेकरार हूं मैं! अपनों की भीड़ में अपनों के आस पास अजनबियों की कतार में शुमार हूं मैं! कुछ... Hindi · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कविता 46 4 357 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 12 Jan 2022 · 1 min read दर्द दर्द सहकर भी जब ये निड़र जाएगा आदमी फिर इससे भी बिसर जाएगा। फूल की राहों में, कांटे रहें भी मगर साथ हर पल नहीं हम- सफ़र जाएगा।। यह नया... Hindi · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कठिन जीवन · कविता 46 3 268 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 31 Mar 2022 · 1 min read दीवाना हर इंसान होगा दोस्त होंगे, परिवार होगा, फिर भी मन एकांत होगा, दौलत भी होगी, शोहरत भी होगी, फिर भी मन अशांत होगा। क्या गम होगा जिंदगी में, जिससे हर कोई अनजान होगा।... Hindi · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कविता · स्व–अभिमान 46 5 446 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 15 Dec 2021 · 1 min read मुस्कुराना चाहता हूं। अदाकारी बड़ा दुख दे रही है मैं सचमुच मुस्कुराना चाहता हूं वो मेरी बात को जबतक न माने मैं सबसे रूठ जाना चाहता हूं मुझे उससे बिछड़ना ही है मुझसे... Hindi · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · ग़ज़ल/गीतिका 45 6 1k Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 29 Jun 2022 · 1 min read नज़रें मिलाना भी नहीं आता क्या सितम है के उन्हें नजरें मिलाना भी नहीं आता। हम हकलाने लगते हैं, उन्हें तो शरमाना भी नहीं आता। वैसे तो रहते हैं खोए-खोए से अक्सर ही वो कहीं... Hindi · अभिषेक काव्य संग्रह · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कविता 45 6 265 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 1 Apr 2022 · 1 min read मां (कविता) मां के चेहरे की झलक देख चेहरा फूलों सा खिलता है उसका नन्हा सा आंचल ही भूमंडल–सा लगता है मैं उसका राजा बेटा हूं आंखों का तारा कहती है मैं... Hindi · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कविता · परिवार 44 10 248 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 5 Apr 2022 · 1 min read मुझको कबतक रोकोगे मुट्ठी में कुछ सपने लेकर भरकर जेबों में आशाएं दिल में है अरमान यही कुछ कर जाएं, कुछ कर जाएं ।। सूरज सा तेज नहीं मुझमें दीपक से जलता देखोगे... Hindi · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कठिन जीवन · कविता 44 4 913 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 14 Apr 2022 · 1 min read क्या कीजिए? धूप तो है बहुत फिर भी क्या कीजिए ताप इस जिंदगी का सहन कीजिए., कुछ कहूं आपसे आप भी कुछ कहें मैं सुनूं आपको आप मेरी भी सुनें ! क्या... Hindi · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कविता · विरह काव्य 44 6 286 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 2 Apr 2022 · 1 min read मां (कविता 2) मां संवेदना है, भावना है, एहसास है मां जीवन की खुशियों में फूलों का वास है मां रोते हुए बच्चे का खुशनुमा पालना है मां रेगिस्तान में नदी और मीठा... Hindi · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कविता · परिवार 43 4 191 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 15 Feb 2022 · 1 min read काश तुम में वो बात होती! काश तुम में वो बात होती! कुछ नई, कुछ पुरानी तकरार होती! काश तुम्हें चाहने के लिए, ये दिल ख़ुद से इजाज़त न माँगता! काश तुमपे इतना ऐतबार होता, कि... Hindi · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कविता · विरह काव्य 42 3 293 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 4 Mar 2022 · 1 min read कितना आराम करेगा तू अरे उठ...और कितना आराम करेगा तू ? रात को ठीक से सोया नहीं ? रात का मौसम ठीक नहीं ? नींद आ रही है तुझे अरे... चुप ! खुद से... Hindi · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कठिन जीवन · कविता 42 3 335 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 5 Feb 2022 · 1 min read प्राणवल्लभा जिसे हम अपनी जान कहते हैं, वो हमें अनजान कहते हैं। कुछ इस कदर से दिल को समझाने लगे हैं, हम रो रो के मुस्कुराने लगे हैं।। सोचा था चल... Hindi · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कविता · विरह काव्य 42 2 305 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 1 Apr 2022 · 1 min read याद है मुझे वो रातों में तेरा ख्वाबों में आना, याद है मुझे । वो बेवजह रूठकर मनाना और सताना, याद है मुझे । वो मुझे देख मुस्कुराना तेरा, याद है मुझे ।... Hindi · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कविता · विरह काव्य 42 4 400 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 30 Aug 2022 · 1 min read पेड़ मेरे घर के चारो तरफ, पेड़ आसमान लगे नापने, जैसे मानो कोई रेस लगी हो, जंगल में ना होने की ठेस लगी हो ! धूप आंगन से बिछड़ी जाती है,... Hindi · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कविता · सुकून 42 4 128 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 12 Sep 2022 · 1 min read मुस्कुराना पसंद है। वक़्त नूर को बेनूर कर देता है, छोटे से जख्म को नासूर कर देता है, कौन चाहता है अपनों से दूर रहना, पर वक़्त सबको मजबूर कर देता है। किसी... Hindi · अभिषेक काव्य संग्रह · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कविता 41 8 199 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 11 Sep 2022 · 1 min read कैसा हूं मैं किसी दरख्त से लटके अकेले पत्ते के जैसा हूँ मैं, मुसल्सल आँधियों में जूझती उस लौ–सा हूँ मैं। है सब यहाँ, पर मेरा अपना यहाँ कुछ भी नहीं, अपने ही... Hindi · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कठिन जीवन · कविता 40 8 315 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 12 Sep 2022 · 1 min read अच्छा लगा। अजनबी थे जो आप हमारे लिए, यूं दोस्त बनकर मिलना अच्छा लगा ! बचपने की हरकत तो नहीं करता मैं, पर आपके सामने वो भी करके अच्छा लगा ! यूं... Hindi · अभिषेक काव्य संग्रह · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कविता 40 8 141 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 10 Oct 2022 · 1 min read जिंदगी तुमसे जीना सीखा जज्बातों को रोक रोक कर दिल पर काबू पाना सीखा, छलके आंसू पोंछ पोंछकर जाम गमों का पीना सीखा, मैंने तुमसे जीना सीखा । पथरीली जलती राहों पर जल जलकर... Hindi · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कठिन जीवन · कविता 39 17 367 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 7 Oct 2022 · 1 min read पिता का पता पिता का पता कौन बताए, कब सोते कब जग जाते हैं, अथक काम में लग जाते हैं, कब पीते कब खाते हैं। कौन बताए? बच्चों क़ो बढ़ना, पढ़ना-लिखना, लिए आंखों... Hindi · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कविता · परिवार 35 14 550 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 18 Oct 2022 · 1 min read पापा प्यारे से रिश्ते का एहसास हैं पापा संवेदना के भंडार हैं पापा हम सबके सिरताज हैं पापा रोटी कपड़ा और मकान हैं पापा ।। आशीर्वाद से तकदीर बदल कर सवारते... Hindi · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कविता · परिवार 35 8 454 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 29 Oct 2022 · 1 min read ऐ दिल न चल इश्क की राह पर, ऐ दिल न चल इश्क की राह पर, रुक जा .... लौट जा... ये खता न कर! मिलेगा धोखा तुझे वफा के नाम पर, मश्वरा है मेरा ठहर जा यहीं... Hindi · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कविता · विरह काव्य 34 8 209 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 14 Nov 2022 · 1 min read परिवार समझता है सबसे बड़ा हो गया। कि इंसान खुद में खुदा हो गया। बड़ा सबसे होने की चाहत में ही, वो अपनों से ही अब जुदा हो गया। हॅंसी छोड़... Hindi · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कविता · परिवार 34 1 518 Share Page 1 Next