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21 Jan 2022 · 1 min read

कन्या विदाई

जो आई आज विदाई है,
जीवन की यह पुरवाई है ।

एक पक्ष में खुशियां है तो,
एक पक्ष से जुदाई है ।

लड़की की देखो कठिन,
परिश्रम की घड़ी यह आई है ।

आंखों में आंसू लिए हुई है,
क्योंकि आज विदाई है ।

जिस मां से उसने जन्म लिया,
उससे भी आज विदाई है।

पिता की छाया से भी देखो,
बिटिया की जुदाई है ।

बहन के स्नेह को देख देखकर,
सबकी आंखें भर आई हैं ।

भाई के लाड प्यार की देखो,
आज कठिन परीक्षा आई है।

जो आई आज विदाई है,
जीवन की यह पुरवाई है।।
© अभिषेक पाण्डेय अभि

48 Likes · 3 Comments · 258 Views
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