Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
10 Oct 2022 · 1 min read

जिंदगी तुमसे जीना सीखा

जज्बातों को रोक रोक कर
दिल पर काबू पाना सीखा,
छलके आंसू पोंछ पोंछकर
जाम गमों का पीना सीखा,
मैंने तुमसे जीना सीखा ।

पथरीली जलती राहों पर
जल जलकर भी चलना सीखा,
जीवन की ठोकर खा खाकर
गिर गिरकर जरा संभलना सीखा,
मैंने तुमसे जीना सीखा ।

नाउम्मीदी के इस आलम में
खुद से उम्मीद लगाना सीखा,
ख्वाबों की अर्थी को अपने
खुद ही कंधा देना सीखा,
मैंने तुमसे जीना सीखा ।

बेहतर जीवन के चक्कर में
तनहा तनहा जीना सीखा,
उत्तम कुटुंब के लिए हमेशा
जितने बरस बिताना सीखा,
मैंने तुमसे जीना सिखा ।।

©अभिषेक पाण्डेय अभि

39 Likes · 17 Comments · 367 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
प्रेम पथिक
प्रेम पथिक
Aman Kumar Holy
हाथ में कलम और मन में ख्याल
हाथ में कलम और मन में ख्याल
Sonu sugandh
लर्जिश बड़ी है जुबान -ए -मोहब्बत में अब तो
लर्जिश बड़ी है जुबान -ए -मोहब्बत में अब तो
सिद्धार्थ गोरखपुरी
फागुन की अंगड़ाई
फागुन की अंगड़ाई
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
रंगों की दुनिया में हम सभी रहते हैं
रंगों की दुनिया में हम सभी रहते हैं
Neeraj Agarwal
विश्वगुरु
विश्वगुरु
Shekhar Chandra Mitra
बाँध लू तुम्हें......
बाँध लू तुम्हें......
Dr Manju Saini
वायरस और संक्रमण के शिकार
वायरस और संक्रमण के शिकार
*Author प्रणय प्रभात*
दोहा- बाबूजी (पिताजी)
दोहा- बाबूजी (पिताजी)
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
मैं चांद को पाने का सपना सजाता हूं।
मैं चांद को पाने का सपना सजाता हूं।
Dr. ADITYA BHARTI
!! फूलों की व्यथा !!
!! फूलों की व्यथा !!
Chunnu Lal Gupta
_देशभक्ति का पैमाना_
_देशभक्ति का पैमाना_
Dr MusafiR BaithA
"कलयुग का दौर"
Dr. Kishan tandon kranti
राहुल की अंतरात्मा
राहुल की अंतरात्मा
Ghanshyam Poddar
💃युवती💃
💃युवती💃
सुरेश अजगल्ले 'इन्द्र '
किसी मे
किसी मे
Dr fauzia Naseem shad
जिनके नौ बच्चे हुए, दसवाँ है तैयार(कुंडलिया )
जिनके नौ बच्चे हुए, दसवाँ है तैयार(कुंडलिया )
Ravi Prakash
तू जब भी साथ होती है तो मेरा ध्यान लगता है
तू जब भी साथ होती है तो मेरा ध्यान लगता है
Johnny Ahmed 'क़ैस'
#justareminderdrarunkumarshastri
#justareminderdrarunkumarshastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
संवेदनाओं का भव्य संसार
संवेदनाओं का भव्य संसार
Ritu Asooja
ठंड से काँपते ठिठुरते हुए
ठंड से काँपते ठिठुरते हुए
Shweta Soni
3001.*पूर्णिका*
3001.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
अपनी कद्र
अपनी कद्र
Paras Nath Jha
कभी कभी पागल होना भी
कभी कभी पागल होना भी
Vandana maurya
जन्नत
जन्नत
जय लगन कुमार हैप्पी
कह्र ....
कह्र ....
sushil sarna
"दीप जले"
Shashi kala vyas
ध्यान
ध्यान
Monika Verma
** मुक्तक **
** मुक्तक **
surenderpal vaidya
अंदाज़े शायरी
अंदाज़े शायरी
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
Loading...