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Tag: मुक्तक
11k posts
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*पलटूराम*
*पलटूराम*
Dushyant Kumar
दिव्य दर्शन है कान्हा तेरा
दिव्य दर्शन है कान्हा तेरा
Neelam Sharma
* बेटियां *
* बेटियां *
surenderpal vaidya
सफलता की चमक
सफलता की चमक
Raazzz Kumar (Reyansh)
* मधुमास *
* मधुमास *
surenderpal vaidya
इस ज़िंदगानी में
इस ज़िंदगानी में
Dr fauzia Naseem shad
*राम-राम कहकर ही पूछा, सदा परस्पर हाल (मुक्तक)*
*राम-राम कहकर ही पूछा, सदा परस्पर हाल (मुक्तक)*
Ravi Prakash
दिल में हिन्दुस्तान रखना आता है
दिल में हिन्दुस्तान रखना आता है
नूरफातिमा खातून नूरी
*स्वजन जो आज भी रूठे हैं, उनसे मेल हो जाए (मुक्तक)*
*स्वजन जो आज भी रूठे हैं, उनसे मेल हो जाए (मुक्तक)*
Ravi Prakash
नेता के बोल
नेता के बोल
Aman Sinha
सूर्य देव
सूर्य देव
Bodhisatva kastooriya
प्याला।
प्याला।
Kumar Kalhans
हज़ार ग़म हैं तुम्हें कौन सा बताएं हम
हज़ार ग़म हैं तुम्हें कौन सा बताएं हम
Dr Archana Gupta
प्यासा के हुनर
प्यासा के हुनर
Vijay kumar Pandey
मुक्तक
मुक्तक
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
* कुछ पता चलता नहीं *
* कुछ पता चलता नहीं *
surenderpal vaidya
*हुस्न से विदाई*
*हुस्न से विदाई*
Dushyant Kumar
जीवन साथी
जीवन साथी
Aman Sinha
*उसी को स्वर्ग कहते हैं, जहॉं पर प्यार होता है (मुक्तक )*
*उसी को स्वर्ग कहते हैं, जहॉं पर प्यार होता है (मुक्तक )*
Ravi Prakash
*सुवासित हैं दिशाऍं सब, सुखद आभास आया है(मुक्तक)*
*सुवासित हैं दिशाऍं सब, सुखद आभास आया है(मुक्तक)*
Ravi Prakash
लक्ष्य
लक्ष्य
Suraj Mehra
मुक्तक
मुक्तक
प्रीतम श्रावस्तवी
किसी भी बात की चिंता...
किसी भी बात की चिंता...
आकाश महेशपुरी
*खिले जब फूल दो भू पर, मधुर यह प्यार रचते हैं (मुक्तक)*
*खिले जब फूल दो भू पर, मधुर यह प्यार रचते हैं (मुक्तक)*
Ravi Prakash
छंद घनाक्षरी...
छंद घनाक्षरी...
डॉ.सीमा अग्रवाल
कृपाण घनाक्षरी....
कृपाण घनाक्षरी....
डॉ.सीमा अग्रवाल
* वर्षा ऋतु *
* वर्षा ऋतु *
surenderpal vaidya
हिज्र में रात - दिन हम तड़पते रहे
हिज्र में रात - दिन हम तड़पते रहे
Dr Archana Gupta
बहुत दागी यहाँ पर हैं
बहुत दागी यहाँ पर हैं
आकाश महेशपुरी
बड़ी शान से नीलगगन में, लहर लहर लहराता है
बड़ी शान से नीलगगन में, लहर लहर लहराता है
Dr Archana Gupta
*जो लूॅं हर सॉंस उसका स्वर, अयोध्या धाम बन जाए (मुक्तक)*
*जो लूॅं हर सॉंस उसका स्वर, अयोध्या धाम बन जाए (मुक्तक)*
Ravi Prakash
किन्नर व्यथा...
किन्नर व्यथा...
डॉ.सीमा अग्रवाल
माँ सच्ची संवेदना...
माँ सच्ची संवेदना...
डॉ.सीमा अग्रवाल
छलने लगे हैं लोग
छलने लगे हैं लोग
आकाश महेशपुरी
मुक्तक... हंसगति छन्द
मुक्तक... हंसगति छन्द
डॉ.सीमा अग्रवाल
मुक्तक... छंद हंसगति
मुक्तक... छंद हंसगति
डॉ.सीमा अग्रवाल
इन्द्रिय जनित ज्ञान सब नश्वर, माया जनित सदा छलता है ।
इन्द्रिय जनित ज्ञान सब नश्वर, माया जनित सदा छलता है ।
लक्ष्मी सिंह
मुक्तक...छंद-रूपमाला/मदन
मुक्तक...छंद-रूपमाला/मदन
डॉ.सीमा अग्रवाल
मुक्तक...छंद पद्मावती
मुक्तक...छंद पद्मावती
डॉ.सीमा अग्रवाल
*भ्रष्टाचार*
*भ्रष्टाचार*
Dushyant Kumar
* चलते रहो *
* चलते रहो *
surenderpal vaidya
* उपहार *
* उपहार *
surenderpal vaidya
वो मेरी जान, मुझे बहुत याद आती है(जेल से)
वो मेरी जान, मुझे बहुत याद आती है(जेल से)
Dushyant Kumar
*यातायात के नियम*
*यातायात के नियम*
Dushyant Kumar
*बेटी की विदाई*
*बेटी की विदाई*
Dushyant Kumar
*हम किसी से कम नहीं*
*हम किसी से कम नहीं*
Dushyant Kumar
*मानव शरीर*
*मानव शरीर*
Dushyant Kumar
आक्रोष
आक्रोष
Aman Sinha
*गरीबी में न्याय व्यवस्था (जेल से)*
*गरीबी में न्याय व्यवस्था (जेल से)*
Dushyant Kumar
*राम अर्थ है भवसागर से, तरने वाले नाम का (मुक्तक)*
*राम अर्थ है भवसागर से, तरने वाले नाम का (मुक्तक)*
Ravi Prakash
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