Tag: घनाक्षरी 769 posts Sort by: Latest Likes Views Rajesh vyas 11 Jan 2023 · 1 min read पास चले आइए __ घनाक्षरी दिल में बसा लो हमें_ चाहते हैं हम तुम्हें । दूरियां ये मिट जाए_ पास चले आइए।। कहते नहीं हो कुछ _रहते हो खोए खोए। कब तक सहोगे ये _पास... Hindi · घनाक्षरी 2 2 18 Share Ravi Prakash 6 Jan 2023 · 1 min read *दुबका लिहाफ में पड़ा हुआ (घनाक्षरी)* *दुबका लिहाफ में पड़ा हुआ (घनाक्षरी)* ■■■■■■■■■■■■■■■■■■■ कोई-कोई घर से ही निकला नहीं है अभी कोई-कोई दुबका लिहाफ में पड़ा हुआ कोई-कोई ताप रहा हीटर-अँगीठी रखे शीत लहर के जाल... Hindi · घनाक्षरी 17 Share Jitendra Kumar Noor 3 Jan 2023 · 1 min read कविता (घनाक्षरी) 1 सन-सन बहेले बयार फूटे रोम-रोम, काँपेले शरीर हाथ-गोड़ कठुवायल बा। हथवा से पनिया के छूवे के ना मन करे, लागे कि फिरिजवे से काढ़ि के धरायल बा। घनघोर कुहरा... Bhojpuri · कविता · कवित्त · घनाक्षरी 2 2 49 Share Ravi Prakash 2 Jan 2023 · 1 min read *नया साल बेतुका है (घनाक्षरी)* *नया साल बेतुका है (घनाक्षरी)* ■■■■■■■■■■■■■■■■■ नए वर्ष की मनाने खुशी हाथी दादा बोले आज रात को डिनर होटल में खाएँगे मस्ती में रात - भर झूमते रहेंगे हम सुबह... Hindi · घनाक्षरी 15 Share Ravi Prakash 30 Dec 2022 · 1 min read *नया साल आ गया (घनाक्षरी)* *नया साल आ गया (घनाक्षरी)* ■■■■■■■■■■■■■■■ ठिठुर रहे हैं सब, ठंड का प्रकोप अब जनवरी माह देखो, विकराल आ गया काँप रही धरती है, काँप रहा गगन है डर रहा... Hindi · घनाक्षरी 17 Share Kavita Chouhan 21 Dec 2022 · 1 min read आ जाते जो एक बार आ जाते जो एक बार....... आ जाते जो एक बार आनंदित सा हो मन मिट जाते अवसाद आ जाते जो एक बार परे निर्बल मरुस्थल स्नेह का गहरा सागर वो... Hindi · कविता · घनाक्षरी · विरह गीत 1 29 Share Ravi Prakash 16 Dec 2022 · 1 min read हास्य कवि की पत्नी (हास्य घनाक्षरी) हास्य कवि की पत्नी (हास्य घनाक्षरी) ##################### पत्नी यह बोली सुनो मेरे पति कवि एक कविता में रात - दिन मुझको भुनाते हैं जनता के बीच जा के मुझको कुरूप... Hindi · घनाक्षरी 24 Share Rajesh vyas 9 Dec 2022 · 1 min read प्रीत के बोलेंगे बोल ___ मत छेड़ो मत छेड़ो ऐसे मुझे मत छेड़ो। चोंट दिल पर मेरे गहरी लग जायेगी।। चाहता हूं तुमको मैं चाहो तुम मुझको भी। संग संग चलो मेरे प्रीत जग जायेगी।।... Hindi · घनाक्षरी 2 32 Share Rajesh vyas 8 Nov 2022 · 1 min read मेरा क्या कसूर है ___घनाक्षरी तुम्हारी नजर से नजर मिल जाए मेरी। दिल धक धक करे _मेरा क्या कसूर है।। इठलाती बलखाती चलती हो हिरनी सी। चला आऊं पीछे पीछे _मेरा क्या कसूर है।। रुक... Hindi · घनाक्षरी 3 47 Share Kavita Chouhan 5 Nov 2022 · 1 min read नगर से दूर...... नगर से दूर गाँव में छोटी बस्ती सी एक हरे भरे खेतों के समीप सुखद आराम सुगंध भरी वायु बहती मंत्रमुग्ध कर रंग बिरंगे परिदृश्य में नयनाभिराम टूटे फूटे खपरैल... Hindi · कविता · कविता-हिन्दी · घनाक्षरी · हिन्दी कविता 2 51 Share Ravi Prakash 4 Nov 2022 · 1 min read *अर्बन नक्सल कलम (घनाक्षरी)* *अर्बन नक्सल कलम (घनाक्षरी)* ______________________________ अर्बन नक्सल की कलम चलती चलता तब देश का मान नहीं निज गौरव और अतीत भुला रहती निज की पहचान नहीं हिंदुत्व सदैव ही हेय... Hindi · घनाक्षरी 36 Share Ravi Prakash 4 Nov 2022 · 1 min read *प्रभु देना कुटिल बर्ताव नहीं (घनाक्षरी)* *प्रभु देना कुटिल बर्ताव नहीं (घनाक्षरी)* ________________________ ट्रस्ट न काम करें अच्छे यदि ट्रस्टीशिप का भाव नहीं वंशज भी व्यर्थ ही संचालक यदि उनमें सेवा का चाव नहीं क्या अपना... Hindi · घनाक्षरी 36 Share Ravi Prakash 4 Nov 2022 · 1 min read *प्रभु नाम से जी को चुराते रहे (घनाक्षरी)* *प्रभु नाम से जी को चुराते रहे (घनाक्षरी)* __________________________________ मूरख वे धन को सुरक्षित रख जीवन-भर चॅंवर ढुलाते रहे मूरख वे भूमि समझ अपनी अधिकार के पत्र बढ़ाते रहे मूरख... Hindi · घनाक्षरी 36 Share Ravi Prakash 4 Nov 2022 · 1 min read *गंगा स्नान (घनाक्षरी)* *गंगा स्नान (घनाक्षरी)* _______________________ जिसकी न कहीं उपमा जग में जल गंगा का वरदान रहा जिसकी छवि देख के मुग्ध जगत जिसके कारण अभिमान रहा जिसके पूजन से पाप मिटे... Hindi · घनाक्षरी 27 Share Ravi Prakash 2 Nov 2022 · 1 min read *हर देह ही स्वर्ग सिधार रही(घनाक्षरी)* *हर देह ही स्वर्ग सिधार रही(घनाक्षरी)* ________________________ कब वृक्ष लदे हैं सदा फल से कब बाग में नित्य बहार रही कब चंद्र है रोज दिखा नभ में कब सूर्य में... Hindi · घनाक्षरी 37 Share Ravi Prakash 27 Oct 2022 · 1 min read *भाई-दूज कह रहा पावन प्रसंग आज (घनाक्षरी)* *भाई-दूज कह रहा पावन प्रसंग आज (घनाक्षरी)* _________________________ भाई-दूज कह रहा पावन प्रसंग आज नेह के अटूट रिश्तों की परछाई है तिलक लगाने आई रोली-चावल को लिए बहन के मन... Hindi · घनाक्षरी 38 Share Ravi Prakash 21 Oct 2022 · 1 min read *आइए स्वदेशी वस्तुओं का उपयोग करें (घनाक्षरी : सिंह विलोकित छंद )* *आइए स्वदेशी वस्तुओं का उपयोग करें (घनाक्षरी : सिंह विलोकित छंद )* ---------------------------------------- आइए स्वदेशी वस्तुओं का उपयोग करें अब न विदेशी माल किंचित भी लाइए लाइए वही हो देश-हित... Hindi · घनाक्षरी 32 Share Ravi Prakash 21 Oct 2022 · 1 min read *धन व्यर्थ जो छोड़ के घर-आँगन(घनाक्षरी)* *धन व्यर्थ जो छोड़ के घर-आँगन(घनाक्षरी)* ________________________ धन व्यर्थ जो छोड़ के घर-आँगन परदेस में बिन-सम्मान मिला वह कोठी क्या वह बॅंगला क्या माँ को न जहाँ स्थान मिला वो... Hindi · घनाक्षरी 45 Share Ravi Prakash 15 Oct 2022 · 1 min read *गाता है शरद वाली पूनम की रात नभ (घनाक्षरी: सिंह विलोकित छंद)* *गाता है शरद वाली पूनम की रात नभ (घनाक्षरी: सिंह विलोकित छंद)* _________________________ गाता है शरद वाली पूनम की रात नभ भीग-भीग चाँदनी में मन मुस्काता है मुस्काता है हृदय... Hindi · घनाक्षरी 54 Share Ravi Prakash 14 Oct 2022 · 1 min read *शक्ति दो भवानी यह वीरता का भाव बढ़े (घनाक्षरी: सिंह विलोकित छंद)* *शक्ति दो भवानी यह वीरता का भाव बढ़े (घनाक्षरी: सिंह विलोकित छंद)* ______________________ शक्ति दो भवानी यह वीरता का भाव बढ़े देश में समस्त चहुॅं ओर देशभक्ति दो देशभक्ति दो... Hindi · घनाक्षरी 58 Share Ravi Prakash 11 Oct 2022 · 1 min read *सेना वीर स्वाभिमानी (घनाक्षरी: सिंह विलोकित छंद)* *सेना वीर स्वाभिमानी (घनाक्षरी: सिंह विलोकित छंद)* ________________________ बलिदानी है हमारी सेना वीर स्वाभिमानी वंदनीय सेना के जवानों की जवानी है जवानी है उसी की अभिनंदनीय जो कि मिटी देश... Hindi · घनाक्षरी 60 Share Ravi Prakash 10 Oct 2022 · 1 min read *वंदनीय सेना (घनाक्षरी : सिंह विलोकित छंद* *वंदनीय सेना (घनाक्षरी : सिंह विलोकित छंद* ------------------------------------- काम है हमारी यह वन्दनीय सेना ही का काम यह शौर्य भरा इसको प्रणाम है प्रणाम है जो युद्ध लड़ा भारत के... Hindi · घनाक्षरी 47 Share Ravi Prakash 9 Oct 2022 · 1 min read *तलवार है तुम्हारे हाथ में हे देवी माता (घनाक्षरी: सिंह विलोकित छंद)* *तलवार है तुम्हारे हाथ में हे देवी माता (घनाक्षरी: सिंह विलोकित छंद)* ------------------------------------- तलवार है तुम्हारे हाथ में हे देवी माता भाला गदा और चक्र करता प्रहार है प्रहार है... Hindi · घनाक्षरी 52 Share Ravi Prakash 8 Oct 2022 · 1 min read *सिंह की सवारी (घनाक्षरी : सिंह विलोकित छंद)* *सिंह की सवारी (घनाक्षरी : सिंह विलोकित छंद)* _________________________ माता हैं पधारी वीर-वेशधारी ले के शस्त्र भीषण-से शब्द रणभूमि में प्रदाता हैं प्रदाता हैं संदेश शत्रुओं में बार-बार माता युद्ध... Hindi · घनाक्षरी 58 Share Ravi Prakash 7 Oct 2022 · 1 min read *सरस्वती वन्दना* *सरस्वती वन्दना* *(घनाक्षरी :सिंह विलोकित छंद)* ------------------------------------- वर दो माँ शारदे समस्त राष्ट्र-भारत में सबके हृदय राष्ट्र-चेतना से भर दो भर दो माँ पावक पुनीत पुण्यवान ऐसी राष्ट्र वंदनीय अभिनन्दनीय... Hindi · घनाक्षरी 82 Share Ravi Prakash 6 Oct 2022 · 1 min read *माँ कटार-संग लाई हैं* *(घनाक्षरी : सिंह विलोकित छंद )* *माँ कटार-संग लाई हैं* *(घनाक्षरी : सिंह विलोकित छंद )* _________________________ आई हैं तैयार हो के सिंह पे सवार हो के करती प्रहार माँ कटार-संग लाई हैं लाई हैं अचूक... Hindi · घनाक्षरी 1 1 27 Share Ravi Prakash 5 Oct 2022 · 1 min read *निराकार भाव* (घनाक्षरी) *निराकार भाव* (घनाक्षरी) -------------------------------------- भाता है जो मिला निराकार भाव जीवन में अब न अभाव का प्रभाव कुछ आता है आता है समझ यही उचित जो हो रहा है बुद्धि... Hindi · घनाक्षरी 39 Share Ravi Prakash 22 Sep 2022 · 1 min read *जीवन का सार (घनाक्षरी)* *जीवन का सार (घनाक्षरी)* _________________________ अपने न दुखड़े को जगत में रोओ कभी जग को न दुखड़े को सुनने से प्यार है किसको है फुर्सत सुने दुखभरी-कथा जिसका कि अर्थ... Hindi · घनाक्षरी 31 Share Ravi Prakash 22 Sep 2022 · 1 min read *कभी बरसात है (घनाक्षरी)* *कभी बरसात है (घनाक्षरी)* _________________________ बार-बार देखिए चमत्कार ईश्वर के जिसने बनाया यहाँ, दिन और रात है नदियों-पहाड़ों-झरनों को देख लगता है जैसे बड़ी यह एक कोई करामात है कठपुतली-समान... Hindi · घनाक्षरी 30 Share Ravi Prakash 2 Sep 2022 · 1 min read *रास-भावना में आ गईं (घनाक्षरी)* *रास-भावना में आ गईं (घनाक्षरी)* _________________________ रास -महारास राधा-माधव का देख-देख गोपियॉं समस्त रास-भावना में आ गईं थिरक उठे मन ही मन पॉंव उनके भी मृदुल उन पर भी मस्तियाँ-सी... Hindi · घनाक्षरी · श्री राधा शतक 59 Share Ravi Prakash 2 Sep 2022 · 1 min read *राधा और माधव का रास था ( घनाक्षरी )* *राधा और माधव का रास था ( घनाक्षरी )* ____________________________ थिरक रहे हों स्वर्ण-नीलमणि एक साथ इस भॉंति राधा और माधव का रास था बरस रहा था रस बरबस हृदय... Hindi · घनाक्षरी · श्री राधा शतक 39 Share Ravi Prakash 1 Sep 2022 · 1 min read *श्री राधा जी (घनाक्षरी 1 )* *श्री राधा जी (घनाक्षरी 1)* (1) नमन करोगे राधा रानी को जो हाथ जोड़ बरस सरस रस प्यार कर जाएगा प्रेम रससिन्धु ब्रजराजरानी ने कृपा की सॉंवला सलोना आ के... Hindi · घनाक्षरी · श्री राधा शतक 1 46 Share Ravi Prakash 23 Aug 2022 · 1 min read *शून्य में विराजी हुई* *(घनाक्षरी)* *शून्य में विराजी हुई* *(घनाक्षरी)* ---------------------------------------- सुख उसको नहीं कहेंगे हम किसी भाँति सुख जो कि मिलता है धन ही को पाने से सुख वह भी नहीं है वास्तविक कैसे... Hindi · घनाक्षरी 82 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 20 Aug 2022 · 1 min read स्तुति वाणी माई शारदा जी, बुद्धि परदान करीं, चरन में शरन दीं मां, नमन स्वीकारीं जी, ज्ञान दीहीं दिप्त करी, हियरा आनंद भरीं, नाशि ना कुबुद्धिया के,, हमरा के तारी जी।... Bhojpuri · घनाक्षरी 5 4 144 Share Ravi Prakash 18 Aug 2022 · 1 min read तुलसीदास जी (घनाक्षरी) तुलसीदास जी (घनाक्षरी) ****************************** कवियों में सबसे महान कार्य तुलसी का शत शत लेखनी को उनकी प्रणाम है रच दिया महाकाव्य राम का चरित गा के गा रहा उसी को... Hindi · घनाक्षरी 36 Share आकाश महेशपुरी 17 Aug 2022 · 1 min read क्यों मनुष्य ही मनुष्य को नहीं स्वीकारता भेदभाव रखना तो धर्म का स्वभाव नहीं, फिर भी मनुष्य ऊँच नीच क्यों पुकारता। पशुओं से मेलजोल रखता है किंतु हाय, क्यों मनुष्य ही मनुष्य को नहीं स्वीकारता। श्वान को... Hindi · घनाक्षरी 1 252 Share surenderpal vaidya 14 Aug 2022 · 1 min read आजादी का अमृत महोत्सव आजादी का अमृत महोत्सव- २०२२ घनाक्षरी- १ ~~ हिन्द का प्रतीक प्रिय खूब फहरा रहा है, तीन रंग साथ लिए चक्र गतिमान है। हर्ष भावना के साथ शौर्य का संदेश... Hindi · घनाक्षरी 2 1 76 Share Ashok Sharma 3 Aug 2022 · 1 min read विश्व स्तनपान दिवस मातृ दुग्ध अमृत है, हर शिशु जीव हेतु, जगरूक माता अब, आप बन जाइये। पेट में ही ज्ञान पाता, शिशु दुग्ध कैसे पीना? जनम समय इसे, जरूर पिलाइये। छह माह... Hindi · घनाक्षरी 127 Share Dr Archana Gupta 1 Aug 2022 · 1 min read आया है प्यारा सावन उमड़ उमड़ कर, गरज गरज कर, घिर आये काले काले , घनर घनन घन। देख पड़ती फुहार,पुलक रहा है तन, भीग बरसात में यूँ, खिले वन उपवन, धरती से उठ... Hindi · घनाक्षरी 2 1 149 Share Ravi Prakash 1 Aug 2022 · 1 min read *अग्रसेन को नमन (घनाक्षरी)* *अग्रसेन को नमन (घनाक्षरी)* ★★★★★★★★★★★★ अग्रसेन को नमन आगे बढ़ लिया प्रण बोले पशु बलि नहीं राज्य में चलाऊँगा मुझ में बसे हैं प्राण वही प्राण पशु में हैं वेदना... Hindi · घनाक्षरी 62 Share Dr Archana Gupta 24 Jul 2022 · 1 min read सावन उमड़ उमड़ कर, गरज गरज कर, घिर आये काले काले, घनर घनर घन। देख पड़ती फुहार,पुलक रहा है तन, भीग बरसात में यूँ, खिले वन उपवन, धरती से उठ रही,... Hindi · घनाक्षरी 5 2 80 Share Ravi Prakash 10 Jul 2022 · 1 min read छोटा परिवार( घनाक्षरी ) छोटा परिवार( घनाक्षरी ) ******************************* एक-एक घर में हैं छह-छह बेटा-बेटी देश यह बोझ बोलो कैसे सह पाएगा इतनी आबादी यदि बढ़ी दूनी चौगुनी तो देश क्या विकास पथ पर... Hindi · घनाक्षरी 102 Share Dr. Sunita Singh 19 Jun 2022 · 1 min read हमें देश ऐसा चाहिए शांति सुरक्षा का भाव, जन गण का सम्मान प्रेम का विश्वास रहे ऐसा देश चाहिए । जाति धर्म संप्रदाय,मिटे भेद-भाव जहाँ कोई न उदास रहे, ऐसा देश चाहिए । हरे-भरे... Hindi · घनाक्षरी 71 Share Ravi Prakash 13 Jun 2022 · 1 min read *जीवन को मात है (घनाक्षरी)* *जीवन को मात है (घनाक्षरी)* ---------------------------------------- किसको है जाना कब ,किसने है जाना कब आने और जाने का न समय ही ज्ञात है कोई वर्षों से थक हार-हार पड़ा हुआ... Hindi · घनाक्षरी 58 Share Godambari Negi Pundir 2 Jun 2022 · 1 min read 'वट वृक्ष' साक्षात त्रिदेव वट, सब तरुओं से हट। अंतर अमिय घट, गमन परख झट।। दीर्घजीवी होती जड़, दूर रहे पतझड़। गहन भू तक गढ़, कहाए अक्षय वट।। हैं ब्रह्मा जड़ भीतर,... Hindi · घनाक्षरी 1 1 96 Share Godambari Negi Pundir 30 May 2022 · 1 min read "पिता कुटुंब की धुरी" पिता धुरी कुटुंब की, घूमे सब चहुंओर। श्रम-स्वेद बहा रहा, नाच रहा मन मोर।। ज़रूरत होती पूरी, होता है पिता ज़रूरी। मिले पिता अवलंब, मिलता जीवन छोर।।1 मनोबल देता पिता,... Hindi · घनाक्षरी 4 7 167 Share आर.एस. 'प्रीतम' 30 May 2022 · 1 min read $तीन घनाक्षरी #कवित्त छंद कवित्त एक वार्णिक छन्द है। इसमें चार चरण होते हैं। इसके प्रत्येक चरण में 16, 15 के विराम से 31 वर्ण होते हैं। प्रत्येक चरण के अन्त में... Hindi · घनाक्षरी 1 313 Share आकाश महेशपुरी 28 May 2022 · 1 min read भोजपुरी के संवैधानिक दर्जा बदे सरकार से अपील रहल चुनाव जब बार-बार मंचवा से, दिहनी बचन ओ के जनि बिसराई दीं। केतना करोड़ लोग रोज मनुहार करे, काठ बा करेज का ई येतने बताई दीं? भाषा मारिसस, सूरीनाम... Bhojpuri · घनाक्षरी 7 1 450 Share Ravi Prakash 26 May 2022 · 1 min read *प्रभु नहीं मिलते हैं 【 घनाक्षरी 】* *प्रभु नहीं मिलते हैं 【 घनाक्षरी 】* प्रभु नहीं मिलते हैं पोथियों को पढ़-पढ़ भावना में भर-भर के बुलाना चाहिए प्रभु नहीं तीर्थों में भ्रमण से हुए प्राप्त हृदय में... Hindi · घनाक्षरी 66 Share Godambari Negi Pundir 24 May 2022 · 1 min read 'ले चल पार ' पार मोहे लेकेे चल, आस मोहे देके चल। पतवार खेके चल, पाँव नाव टेके चल।। चल मांझी पार चल, नौका को उतार चल। धार को निहार चल, ले समीर सार... Hindi · घनाक्षरी 1 120 Share Previous Posts