Posts Tag: गीतिका 420 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Next surenderpal vaidya 5 May 2024 · 1 min read भोर समय में आज सभी को भोर समय में, हमें जगाना है। सभी के मन में न उठने का, एक बहाना है। फूल खिले हैं देख लीजिए, कलियां मुस्काई। साथ सभी को आगे... Poetry Writing Challenge-3 · गीतिका · भोर · विष्णुपद छंद 3 23 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 28 Nov 2018 · 1 min read गीतिका गीतिका (आधार छंद- मंगलवत्थू) ऐसा हुआ कमाल,चुनावी मौसम में । बदली सबकी चाल,चुनावी मौसम में।।1 खींचें नेता टाँग ,मढ़ें आरोप सभी , बहुत बुरा है हाल,चुनावी मौसम में ।।2 करता... Hindi · गीतिका 2 1 403 Share लक्ष्मी सिंह 26 Aug 2019 · 1 min read वसंत और पतझड़ विधा-ललित छंद सृजन हुआ जीवन का प्रतिपल, मंगलमय जग सारा। फूट रहे हैं नव किसलय-दल, कितना सुखद नजारा। प्राण-भरा भू के कण-कण में, सजी दिशाएँ सारी। वृक्ष लदे फूलों से... Hindi · गीतिका · बसंत · ललित छंद/सार छंद 2 510 Share लक्ष्मी सिंह 30 Aug 2019 · 1 min read जिंदगी से प्यार करना आयोजन_मनोरम_छंद एक कोशिश मापनी- 2122 2122 जिन्दगी से प्यार करना। मन न मैला यार करना। प्रीत का श्रृंगार करना। हर दिवस त्योहार करना। स्वर्ग-सा संसार करना। सत्य का जयकार करना... Hindi · गीतिका · ज़िन्दगी · प्रेम · मनमनोरम छंद 2 2 363 Share लक्ष्मी सिंह 4 Sep 2019 · 1 min read गणेश वंदना _आनंद_वर्धक_छंंद_ मापनी_2122_2122_212 बाल गणपति! भाल पर चंदा सजे। शोकहारी! जग तुम्हेँ ज्यादा भजे।। हो सदाशुभ लाभ के दाता तुम्हीं। कामगति! ब्रह्मांड के ज्ञाता तुम्हीं। थाल में मोदक लगाया भोग है।... Hindi · आनंद वर्धक छंद · ग़ज़ल/गीतिका · गीतिका · भजन 2 1 203 Share लक्ष्मी सिंह 6 Sep 2019 · 1 min read गणेश वंदना .रक्ता छंद सृजन मापनी....२१२ १२१ २ श्री गणेश बोलिये। भक्ति भाव घोलिये। आरती उतार लो। देव को निहार लो। श्री महेश लाल हो। दीन के दयाल हो। सूंड़ एक दंत... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका · गीतिका · भजन · रक्ता छंद · वंदना 2 1 408 Share मोहन 15 Aug 2022 · 1 min read तिरंगा है नमन तुमको की तुम हो देश का सम्मान मेरे है नमन तुमको की तुमसे देश का अभिमान मेरे 1. तुम तो रंगो से भरे हो तुम तो धर्मों से... Hindi · कविता · गीत · गीतिका 2 2 227 Share मोहन 20 Aug 2022 · 1 min read मोहन 1. तुम्हारे ख्यालों में, रहता हूं मैं अब। न कहता था कुछ, ना ही कहता हूं मैं अब।। 2. हां बदला नहीं हूं, बहुत मैं अभी पर। जो सहना नहीं,... Hindi · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · गीत · गीतिका · शेर 2 230 Share Neelam Sharma 1 Sep 2022 · 1 min read प्राणदायी श्वास हो तुम। आधार छंद- "माधवमालती" (मापनीयुक्त मात्रिक) मापनी- गालगागा गालगागा गालगागा गालगागा (28 मात्रा) समान्त- "आस", पदान्त- "हो तुम" । 2122 2122 2122 2122 प्रेम की संजीवनी हो प्राणदायी श्वास हो तुम।... Hindi · गीतिका 2 249 Share लक्ष्मी सिंह 4 Sep 2022 · 1 min read कवि के उर में जब भाव भरे तोटक छंद 112 112 112 112 कवि के उर में जब भाव भरे, कविता बन के हर घाव झरे।। कवि व्योम विचार घना रहता, निज छंद उगा कविता लिखता। कवि... Hindi · गीतिका · तोटक छंद 2 2 364 Share Mahesh Jain 'Jyoti' 30 Oct 2022 · 1 min read श्री राम वंदना 🦚 *श्री राम वंदना* ००००००००००० श्री चरणों में हे रघुनंदन ! प्रभु अमिय सिंधु लहराता है । पतवार नाम की जो थामे ,वह भवसागर तर जाता है ।।१ - तुम... Hindi · गीतिका 2 141 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 9 Jan 2023 · 1 min read गीतिका चाटुकारिता का गुण नर में,जब तक कड़ा नहीं होता। तब तक पद-सत्ता के पग में,कोई पड़ा नहीं होता।। दिल से कही बात जो जाती,दिल तक सदा पहुँचती है, हर मानव... Hindi · गीतिका 2 2 272 Share Dr. Girish Chandra Agarwal 10 Jan 2023 · 1 min read जीवन की सांझ चारों तरफ अंधेरा खोया कहीं सबेरा। पथ में बहुत हैं काँटे खल तामसी सताते। कोई लगे न अपना जीवन है एक सपना।। कैसे मैं राह पाऊं डूबूँ या पार जाऊं।... Hindi · कविता · गीत · गीतिका 2 197 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 11 Apr 2023 · 1 min read कौन सोचता बोलो तुम ही... कौन सोचता बोलो तुम ही, दुखिया की लाचारी पर ? पढ़ो पोथियाँ भरी पड़ी हैं, भारत की सन्नारी पर। देश हुआ आजाद मगर क्या, खुशहाली सब तक आयी ? मिल... Hindi · गीतिका 2 213 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 14 May 2023 · 2 min read हृद्-कामना.... हृद्-कामना... यही कामना जग में सबसे, सरल-सहज व्यवहार करूँ। तेरी कृपा के गुल खिलें तो, उन्हें गले का हार करूँ।। नहीं चाहिए मुझको प्रभुवर, किस्मत से कुछ भी ज्यादा। लिखा... Poetry Writing Challenge · गीतिका 2 248 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 15 May 2023 · 1 min read आदमी चिकना घड़ा है... आदमी चिकना घड़ा है.... वक्त ये कितना कड़ा है। किस कदर तनकर खड़ा है। कौन किससे क्या कहे अब, बंद मुँह ताला जड़ा है। सत्य लुंठित सकपकाया, एक कोने में... Poetry Writing Challenge · गीतिका 2 2 289 Share Prakash Chandra 16 May 2023 · 1 min read फुटपाथ 8. फुटपाथ इलाहाबाद के फुटपाथ पर वह तोड़ती पत्थर , लिखते समय निराला को नही था ये भान । कि आधुनिक भारत के निर्माता करेंगे , उनकी कविता का इतना... दोस्ती- कहानी प्रतियोगिता · गीतिका 2 3 168 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 18 May 2023 · 1 min read रात बदरिया... रात बदरिया घिर - घिर आए। पास न कोई दिल घबराए। बागी हुआ निगोड़ा मौसम, आ धमकाए लाज न आए। उफ कैसी मनहूस घड़ी है, बात - बात पर जी... Poetry Writing Challenge · गीतिका 2 191 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 18 May 2023 · 1 min read आओ प्रिय बैठो पास... आओ प्रिय बैठो पास... आओ प्रिय बैठो पास, कुछ ख्वाब मधुर से बुन लें। कुछ कहो जो तुम आँखों से, हम आँखों से सुन लें। प्रेमसिक्त इस भावनगर में, लफ्जों... Poetry Writing Challenge · गीतिका 2 169 Share surenderpal vaidya 19 May 2023 · 1 min read चालें बहुत शतरंज की * गीतिका * ~~ बातें बहुत व्यवहार की, करते हैं लोग। चालें बहुत शतरंज की, चलते हैं लोग। अनजान बन जाते मगर, सब है मालूम। निज स्वार्थ के ही मोहरे,... Poetry Writing Challenge · कविता · गीतिका · शतरंज 2 2 178 Share Mahesh Jain 'Jyoti' 31 May 2023 · 1 min read गीतिका गीतिका...8 (मापनी-1222 1222 1222 1222 ,समान्त -आने, पदान्त-याद आते हैं ) --- किधर जाने गये वो दिन पुराने याद आते हैं। किये कितने कहाँ कैसे बहाने याद आते हैं ।।... Poetry Writing Challenge · गीतिका 2 184 Share Mahesh Jain 'Jyoti' 2 Jun 2023 · 1 min read गीतिका * आभार लिखें * --- छलकें गीत गगरिया जैसे , आओ मन का प्यार लिखें । अभिसारों की सारी गाथा , पन्नों पर मनुहार लिखें ।। - जैसे झर-झर झरना... Poetry Writing Challenge · गीतिका 2 210 Share Mahesh Jain 'Jyoti' 2 Jun 2023 · 1 min read गीतिका गीतिका....10 मापनी-1222 1222 1222 1222 समान्त-आते , पदान्त-हैं । --- दिखाते खेल प्रभु हर पल नहीं हम देख पाते हैं । नदी के नीर से बहते हुए जीवन बिताते हैं... Poetry Writing Challenge · गीतिका 2 2 356 Share Mahesh Jain 'Jyoti' 6 Jun 2023 · 1 min read गीतिका गीतिका-18 ०००००० अब जलाना दीप होगा ०००००००००००००० जागना होगा हमें गुलशन बचाने के लिये । बिजलियाँ तैयार हैं इसको जलाने के लिये ।। ० भौक देते लोग खंजर पीठ में... Poetry Writing Challenge · गीतिका 2 147 Share surenderpal vaidya 7 Jun 2023 · 1 min read बढ़ रही नारी निरंतर ** गीतिका ** ~~ बढ़ रही नारी निरंतर तोड़ हर दीवार। और करती जा रही है स्वप्न सब साकार। दूर उससे है नहीं अब ज्ञान और विज्ञान। लक्ष्य नूतन छू... Poetry Writing Challenge · कविता · गीतिका · नारी 2 321 Share surenderpal vaidya 8 Jun 2023 · 1 min read बिन फले तो * गीतिका * ~~ बिन फले तो पेड़ कोई व्यर्थ झुक जाता नहीं। बिन अमित गहराइयों के सिंधु लहराता नहीं। सांझ ढलने पर पथिक विश्राम करता है मगर। भोर होते... Poetry Writing Challenge · कविता · गीतिका · पेड़ 2 217 Share सौरभ पाण्डेय 13 Jun 2023 · 2 min read मैं कश्मीरी पंडित था गैरों से था डर नहीं मुझको, पर अपनों से आतंकित था मैं भी हूं इसी देश का वासी, मैं कश्मीरी पंडित था मैं कश्मीरी पंडित था।। ईद,दिवाली,होली,मुहर्रम त्योहार सभी तो... Poetry Writing Challenge · कविता · गीत · गीतिका 2 2 72 Share surenderpal vaidya 14 Jun 2023 · 1 min read ** बातें बहुत ** * गीतिका * ~~ बातें बहुत व्यवहार की, करते हैं लोग। चालें बहुत शतरंज की, चलते हैं लोग। अनजान बन जाते मगर, सब है मालूम। निज स्वार्थ के ही मोहरे,... Poetry Writing Challenge · कविता · गीतिका 2 160 Share डी. के. निवातिया 13 Jul 2023 · 1 min read फितरत से वाकिफ हूँ मैं हर चाल पहचानता हूँ फ़ितरत *** मैं किस हाल में हूँ बखूबी ये बात जानता हूँ, टूटता गिरता बार बार खुद को संभालता हूँ ! ऐसा मेरी फितरत में नहीं दोष दूँ किसी को,... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · गीतिका · शेर 2 85 Share ज़ैद बलियावी 6 Jul 2023 · 1 min read "रात यूं नहीं बड़ी है" रात यूं नहीं बड़ी है, तेरे इंतज़ार की घड़ी है, वो चांद सा है चेहरा लब फूल की लड़ी है, वो पंखुड़ी सी पलके और झील सी है आंखे, मैसम... Hindi · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · गीत · गीतिका 2 1 117 Share DR ARUN KUMAR SHASTRI 9 Jul 2023 · 1 min read नसीब डॉ अरुण कुमार शास्त्री - एक अबोध बालक - अरुण अतृप्त * नसीब * टूट जाना हो सकता है, मेरी किस्मत होगा । मगर फितरत नहीं, ये तो समझना होगा... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · गीत · गीतिका 2 139 Share डी. के. निवातिया 13 Jul 2023 · 1 min read फ़ितरत अपनी-अपनी "फ़ितरत अपनी-अपनी" कोई हसंता है तो कोई हंसाता है, कोई रोता है तो कोई रुलाता है, कोई भगाता है तो कोई बुलाता है, कोई फंसता है तो कोई फंसाता है... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता · कविता · गीत · गीतिका 2 92 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 14 Jul 2023 · 1 min read गीतिका संग्रह- अनुबंधों की नाव से बात- बात पर लोग हो रहे, देखो पीले- लाल। संयम धीरज शौर्य चुक गया,है प्रभाव कलिकाल।।1 सच्चाई दम तोड़ रही है, झूठ मचाए शोर, जाने समझे बिना देखिए, करते लोग... Hindi · गीतिका 2 1 81 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 25 Jul 2023 · 1 min read स्मृति-बिम्ब उभरे नयन में.... स्मृति-बिम्ब उभरे नयन में .... दुआ-बद्दुआ जिस-जिस से मिली, फलती रही। किस्मत भी टेढ़ी-मेढ़ी, चाल अपनी चलती रही। झुलसता रहा जीवन, संघर्ष-अनल-आवर्त में, प्रीत-वर्तिका भी मद्धम, बीच रिदय जलती रही।... Hindi · गीतिका 2 4 205 Share surenderpal vaidya 24 Aug 2023 · 1 min read चन्द्रयान अभियान मुक्तक-१ ~~ दक्षिण ध्रुव पर चान्द के, पँहुचा भारत देश। अखिल विश्व के सामने, अवसर बना विशेष। राह प्रगति की बढ़ रहा, ज्ञान और विज्ञान। हर्षित जनता देश की, खिला... Hindi · गीतिका · घनाक्षरी · चंद्रयान मिशन · मुक्तक 2 2 320 Share surenderpal vaidya 4 Sep 2023 · 1 min read कदम पीछे हटाना मत ** गीतिका ** ~~ बढ़े हैं जो कदम पीछे हटाना मत। कहो अब मुश्किलों को पास आना मत। उड़ा दी ठोकरों से आज हर बाधा। हमें हर बार यूं ही... Hindi · कविता · गीतिका 2 2 156 Share umesh mehra 20 Sep 2023 · 1 min read 🙏🙏श्री गणेश वंदना🙏🙏 गणपति गण नायक नमो नमो। हे विघ्न विनाशक नमो नमो।। तुम शिव पार्वती के नंदन हो। तुम सनातनी सिर चंदन हो।। लंबोदर सुखकारी नमो नमो।,,,, रिद्धि सिद्धि सुख दायक तुम।... Hindi · गीतिका 2 995 Share surenderpal vaidya 8 Oct 2023 · 1 min read ** चिट्ठी आज न लिखता कोई ** ** गीतिका ** ~~ यह विकास का क्रम तकनीकी, सब कुछ निगल रहा है। भावों की सुन्दर कलियों को, हर पल मसल रहा है। मोबाइल में सब खोए हैं, बातें... Hindi · कविता · गीतिका 2 1 90 Share umesh mehra 13 Oct 2023 · 1 min read 🙏विषय """श्राद्ध 🙏 बीत रहे पितृ पक्ष पर कागा आते नहीं मुंडेर। जिंदा थे जब नहीं पुकारा हो गई अब तो देर।। इस फरेबी दुनियां में पितृ नहीं अब आते हैं। भूखे थे... Hindi · गीतिका 2 725 Share Shyamsingh Lodhi (Tejpuriya) 13 Oct 2023 · 1 min read माँ ही हैं संसार मां ही सबकुछ मां ही ज्ञान, मां ही हैं संसार l बिन मां के संसार में, लागत सब भंगार ll पैदा किया उठाये कष्ट, सबकुछ दुनिया भूल l मुझको मां... Hindi · कविता · गीत · गीतिका · दोहा · मुक्तक 2 118 Share surenderpal vaidya 24 Oct 2023 · 1 min read * विजयदशमी मनाएं हम * ** गीतिका ** ~~ बढ़ें आगे विजय पथ पर विजयदशमी मनाएं हम। बहुत हैं छद्म के रावण सभी को मिल जलाएं हम। जगाकर भावना निज देश की खातिर अहर्निश अब।... Hindi · गीतिका · विजयदशमी · विधाता छंद 2 3 239 Share surenderpal vaidya 27 Oct 2023 · 1 min read * हाथ मलने लगा * ** गीतिका ** ~~~~~~~~~~~~~~~~~~ सत्य जब हाथ मलने लगा देखिए। झूठ का पर निकलने लगा देखिए। बिन दिए जब नहीं है मिला कुछ यहां। छद्म सहयोग छलने लगा देखिए। साथ... Hindi · गीतिका · वाचिक स्त्रग्विणी · सत्य 2 1 65 Share surenderpal vaidya 4 Nov 2023 · 1 min read * मुस्कुरा देना * ** गीतिका ** ~~ जरा सा देखकर तुम मुस्कुरा देना। किसी की नींद के पल पल चुरा देना। पता सबको यही आदत हसीनों की। बना जीवन सभी का बेसुरा देना।... Hindi · गीतिका · सिंधु छंद 2 1 86 Share Dr. Rajendra Singh 'Rahi' 8 Nov 2023 · 1 min read जो भूल गये हैं जो गये हैं भूल.. जो गये हैं भूल अपने साज़ उनको क्या कहें। बेच बैठे हैं यहाँ आवाज़ उनको क्या कहें।। हैं यहाँ दुश्मन सियासी खाल को पहने हुए, मानते... Hindi · गीतिका 2 167 Share surenderpal vaidya 24 Nov 2023 · 1 min read * जगेगा नहीं * गीतिका ~~ सही वक्त पर जो जगेगा नहीं। पता राह का फिर, मिलेगा नहीं। निभाएं हमेशा किए वायदे। कठिन फल भुगतना पड़ेगा नहीं। उसे है उठानी, बहुत मुश्किलें। कठिन हाल... Hindi · गीतिका · वाचिक भुजंगी 2 1 125 Share surenderpal vaidya 25 Nov 2023 · 1 min read * मन बसेगा नहीं * गीतिका ~*~ बिना प्यार वह मन बसेगा नहीं। इरादा सफल हो सकेगा नहीं। जलाएं दिया है जरूरी बहुत। तमस में कहीं कुछ दिखेगा नहीं। सुनो सत्य छुपता नहीं जान लो।... Hindi · गीतिका · वाचिक भुजंगी 2 1 66 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 28 Nov 2023 · 1 min read सरस्वती वंदना-3 गीतिका- लिखता रहूँ नित काव्य नूतन प्यार दे माँ शारदे। मम लेखनी को भाव का उपहार दे माँ शारदे।।1 भावुक नहीं संवेदना से संबंध भी अपना नहीं, पर काव्य लेखन... Hindi · गीतिका 2 2 177 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 15 Jan 2024 · 1 min read क्या यही संसार होगा... चरम पर व्यभिचार होगा। बढ़ रहा अँधियार होगा। सात्विकता क्षीण होगी, तमस का विस्तार होगा। गालियों से बात होगी, अस्मिता पर वार होगा। ध्वस्त होंगीं सभ्यताएँ, मूल्य मन पर भार... Hindi · गीतिका · सजल 2 87 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 1 Dec 2023 · 1 min read गीतिका (बता तो दे!) उमड़ा दिल में प्यार,बता तो दे। छोड़ दिया घर द्वार,बता तो दे।।1 सुंदर है रँग- रूप ,सुहानी है, कैसा है व्यवहार ,बता तो दे।।2 पहन जीन टी- शर्ट,घूमती है, छोड़... Hindi · गीतिका 2 1 133 Share राहुल रायकवार जज़्बाती 18 Feb 2024 · 1 min read मुझे छूकर मौत करीब से गुजरी है... आंसुओं से कोई तस्वीर पिघली है, हाल ही में मुझे छूकर मौत गुजरी है ।। यहां रास्तों पर मुझे ठोकर मिली है, आज भी होंठो की हंसी बिखरी है ।।... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · ग़ज़ल · गीतिका · पुस्तक समीक्षा · संस्मरण 2 75 Share Previous Page 2 Next