Posts Tag: गीतिका 391 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid surenderpal vaidya 25 Apr 2024 · 1 min read * संवेदनाएं * ** गीतिका ** ~~ हर समय जीवित रहें संवेदनाएं। स्नेह की शुभ भावना मन में जगाएं। भूख से कोई तड़पता न रहे अब। पास हो कुछ बांट कर सबको खिलाएं।... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · गीतिका · संवेदनाएं · सार्द्धमनोरम छंद 3 12 Share rkchaudhary2012 25 Apr 2024 · 1 min read कंधे पे अपने मेरा सर रहने दीजिए कंधे पे अपने मेरा सर रहने दीजिए। कुछ देर मुहब्बत का सफर रहने दीजिए। करते हो मुझे तुम भी प्यार मेरा जैसा ही जमाने को यह झूठी खबर रहने दीजिए।... Hindi · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · गीत · गीतिका · रमाकान्त चौधरी 41 Share surenderpal vaidya 23 Apr 2024 · 1 min read * सामने बात आकर * ** गीतिका ** ~~ करो तुम कभी सामने बात आकर। रखो अब नहीं कुछ कहीं भी छुपाकर। न अच्छे लगे आज ये फासले जब। शपथ लो रखेंगे सभी को हटाकर।... Hindi · गीतिका · भुजंगप्रयात छंद 1 1 13 Share surenderpal vaidya 22 Apr 2024 · 1 min read * चाह भीगने की * ** गीतिका ** ~~ हैं मेघ खूब छाए, चारों तरफ गगन में। है चाह भीगने की, बस खूब आज मन में। बहती हुई हवाएं, लगती बहुत सुहानी। अनुभूतियां सुकोमल, होती... Hindi · गीतिका · दिग्पाल मृदुगति छंद 1 1 12 Share surenderpal vaidya 21 Apr 2024 · 1 min read * जब लक्ष्य पर * ** गीतिका ** ~~ जब लक्ष्य पर हमारी, रहती सदा नजर है। संशय नहीं जरा भी, कैसी कठिन डगर है। जो कह दिया करेंगे, हम पूर्ण हर शपथ को। अब... Hindi · गीतिका · दिग्पाल मृदुगति छंद 1 1 9 Share surenderpal vaidya 21 Apr 2024 · 1 min read * पावन धरा * ** गीतिका ** ~~ नमन पावन धरा को नित्य बारंबार करता हूं। इसी हित मैं हृदय से व्यक्त निज आभार करता हूं। यहां जन्मे यहां पर सांस लेकर जिन्दगी पाई।... Hindi · गीतिका · पावन धरा · विधाता छंद 1 1 9 Share surenderpal vaidya 18 Apr 2024 · 1 min read * याद है * ** गीतिका ** ~~ याद है अब हमें बात प्रिय आपकी। खूबसूरत मुलाकात प्रिय आपकी। अब भुलाए नहीं भूल पाती कभी। साथ में चान्दनी रात प्रिय आपकी। प्यार के गीत... Hindi · गीतिका · याद · वाचिक सृग्विणी छंद 1 1 25 Share करन ''केसरा'' 16 Apr 2024 · 2 min read भारत के राम भारत की खुशबू हैं राम जन जन की स्पंदन राम तुलसी नानक संत कबीर के शब्दों और भावों में राम। राम नहीं हैं जाति धर्म आडंबर में राम नहीं मिलते... Hindi · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · गीत · गीतिका · मुक्तक 19 Share surenderpal vaidya 15 Apr 2024 · 1 min read * ज्योति जगानी है * ** गीतिका ** ~~ सबके मन में भक्ति भाव की, ज्योति जगानी है। और निराशा भरी तमस की, धूल हटानी है। नवरात्रि पर्व की शुभ वेला, मां का ध्यान धरें।... Hindi · गीतिका · नवरात्रि · विष्णुपद छंद 1 1 18 Share surenderpal vaidya 10 Apr 2024 · 1 min read * शक्ति स्वरूपा * ** गीतिका ** ~~ शक्ति स्वरूपा हर बाला है, दुर्गा की अवतार। कर में लिए त्रिशूल सामने, देवी ज्यों साकार। सघन केश हैं शीश सुसज्जित, नेत्र तीसरा भाल। कानों में... Hindi · गीतिका · नवरात्रि · सरसी छंद 1 1 22 Share surenderpal vaidya 10 Apr 2024 · 1 min read * शक्ति आराधना * ** गीतिका ** ~~ आ गया नवरात्रि का अवसर सुपावन। है सभी का भक्ति श्रद्धा से भरा मन। शक्ति की आराधना का है समय यह। हम करें दुर्गा शिवा का... Hindi · गीतिका · नवरात्रि · सार्द्धमनोरम छंद 1 1 21 Share डॉक्टर वासिफ़ काज़ी 9 Apr 2024 · 1 min read दो शे'र ( चाँद ) ज़मीं पर बैठ कर चाँद को तकते रहे । हम इश्क़ में..... यूँ ही हाथ मलते रहे ।। जिस राह पर थी दुश्वारियां और ग़म । हम आख़िर तक उसी... Hindi · गीतिका 1 24 Share Dr.Pratibha Prakash 8 Apr 2024 · 1 min read योगी शून्य प्रसून परम योगी योगेश्वर, तुम महादेवाधि ईश्वर परमेश्वर तुमसे सुशोभित भू कुल मण्डल, तुम ही नाथ अगम्य अगोचर सकल ब्रह्माण्ड तुम्हारी माया , श्वांस श्वांस समझ यही आया काला... Hindi · कविता · गीतिका 2 1 41 Share surenderpal vaidya 7 Apr 2024 · 1 min read * मन कही * ** गीतिका ** ~~ छूट गई हैं जो भी बातें, कर लें आज। और सुरों में ले आएं अब, मन के साज। ऊंचें स्वर में जब हम करते, कभी न... Hindi · गीतिका · निश्चल छंद 1 1 35 Share Dr.Pratibha Prakash 6 Apr 2024 · 1 min read कैलाशा तेजोमय तेजस रूप तिहारा , ओजोमय ओजस रूप तिहरा सकल ब्रह्मांडों के तुम स्वामी , श्री चरणों में प्रणाम हमारा || समस्त लोक तोहे नित ध्याएं, तेरे ही गुणों को... Hindi · कविता · गीतिका 2 1 28 Share surenderpal vaidya 6 Apr 2024 · 1 min read * थके पथिक को * ** गीतिका ** ~~ थके पथिक को जब थोड़ा सा, मिल जाए विश्राम। आगे बढ़ जाएगा फिर से, लेकर प्रभु का नाम। सभी दिशाओं में अविरल ये, रहते नित गतिमान।... Hindi · गीतिका · पथिक · सरसी छंद 1 27 Share surenderpal vaidya 3 Apr 2024 · 1 min read * लोकतंत्र महान है * ** गीतिका ** ~~ मन लिए आशा भरे अभियान करना चाहिए। और मिलकर लक्ष्य का संधान करना चाहिए। लोकतंत्र महान है मजबूत होता जा रहा। वोट के अधिकार का सम्मान... Hindi · गीतिका · गीतिका छंद · लोकतंत्र 1 1 28 Share surenderpal vaidya 2 Apr 2024 · 1 min read * साथ जब बढ़ना हमें है * ** गीतिका ** ~~ साथ जब बढ़ना हमें है, छोड़ दें अलगाव। और सब सहते रहे मिल, मन बदन पर घाव। शूल पांवों में चुभा है, राह पर वीरान। मिल... Hindi · गीतिका · रूपमाला छंद 1 1 21 Share surenderpal vaidya 2 Apr 2024 · 1 min read * भावना में * ** गीतिका ** ~~ भावना में जो सदा रमते रहे। सत्य से ही दूर वो रहते रहे। झूठ आकर्षक बहुत लगता कभी। आवरण मन पर सघन पड़ते रहे। सत्य में... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · आनन्दवर्धक छंद · गीतिका · सत्य 2 29 Share लक्ष्मी सिंह 31 Mar 2024 · 1 min read सत्य ईश्वर ही परम सत्य है,शाश्वत है अविनाशी है। निराकार ज्योति-बिन्दु है,परम शक्ति विश्वासी है।। सत्य आनंद,शुभ,पवित्र,सतत्-शांति का गागर है। उच्चतम-कल्याणकारी,सुखद स्नेह का सागर है।। सच पर धूल नहीं चढ़ती, सत्य... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · गीतिका 3 1 33 Share shabina. Naaz 30 Mar 2024 · 1 min read वो तो है ही यहूद वो तो है ही यहूद उनका तो काम ही है सियासत करना...... मेरे अल्लाह तू क़िबला ये अव्वल की हिफाजत करना वो परेशा हाल है घर से है बेघर.... या... Hindi · Quote Writer · गीतिका · शेर 37 Share surenderpal vaidya 28 Mar 2024 · 1 min read * प्रीति का भाव * ** गीतिका ** ~~ ध्यान से शब्द हर एक बोलो। प्रीति का भाव रस खूब घोलो। आंख नम हैं सभी कुछ बताती। मत छुपाओ सभी राज खोलो। है थका सा... Hindi · गीतिका · छंद बाला 2 32 Share surenderpal vaidya 28 Mar 2024 · 1 min read * सत्य पथ पर * ** गीतिका ** ~~ बेकरारी में नहीं अब हाथ मलना चाहिए। जब जमाने में सभी को साथ चलना चाहिए। सत्य पथ पर कष्ट होंगे सब करेंगे हम सहन। अब स्वयं... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · गीतिका · गीतिका छंद 4 1 31 Share Dr.Pratibha Prakash 27 Mar 2024 · 2 min read अकेले आए हम अकेले है जाना अकेले , बहकाते हैं ये दुनियाँ के मेले कुछ भी नहीं है सच्चा यहाँ , सारे ही रिश्ते हैं मिथ्या यहाँ बालू के ढेर पर... Hindi · गीत · गीतिका 3 172 Share surenderpal vaidya 26 Mar 2024 · 1 min read * नाम रुकने का नहीं * ** गीतिका ** ~~ ज्ञान की शुभ रौशनी की ओर बढ़ना है हमें अब। है तमस अज्ञान का हर वक्त हरना है हमें अब। नाम रुकने का नहीं लेना कभी... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · गीतिका · माधव मालती छंद 3 33 Share surenderpal vaidya 24 Mar 2024 · 1 min read * फागुन की मस्ती * ** गीतिका ** ~~ सभी दिशाओं में रंगों को, बिखरा जाती होली। फागुन की मस्ती को लेकर, जब भी आती होली। खूब बहाते हैं रंगों को, घोल घोल पानी में।... Hindi · गीतिका · छंद सार · फागुन · होली 1 1 35 Share डी. के. निवातिया 23 Mar 2024 · 1 min read खेलो रे होली, साथी खेलो रे - डी के निवातिया होली गीत *********** खेलो खेलो रे, खेलो खेलो रे, खेलो रे होली, साथी खेलो रे !! रंग लगाओ, सबको गले लगाओ, मौज मनाओ भाई गुंजिया खाओ, रंगो में रंगो के,... Hindi · कविता · गीत · गीतिका · होली गीत 30 Share surenderpal vaidya 23 Mar 2024 · 1 min read * काव्य रचना * ** गीतिका ** विश्व कविता दिवस (२१मार्च) की हार्दिक शुभकामनाएं! ~~ काव्य रचना स्नेह की सरिता बहाती जा रही है। एक दूजे को सहजता से मिलाती जा रही है। शब्द... गीतिका · विश्व कविता दिवस · सार्द्धमनोरम छंद 1 1 25 Share surenderpal vaidya 22 Mar 2024 · 1 min read * मायने हैं * ** गीतिका ** ~~ आपसी मतभेद सारे पाटने हैं। तब कठिन होते समझने मायने हैं। सत्य क्या है और क्या मिथ्या यहां पर। जो हमें सब दिख रहा है सामने... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · गीतिका · सार्द्धमनोरम 3 1 38 Share surenderpal vaidya 22 Mar 2024 · 1 min read * खूब खिलती है * ** गीतिका ** ~~ कली जब स्नेह की सुंदर हृदय में खूब खिलती है। समझ लो आ गया फागुन नयन से नींद उड़ती है। सभी खाली यहां आते व खाली... Hindi · गीतिका · विधाता छंद 1 1 34 Share Aman Sinha 21 Mar 2024 · 2 min read विदाई कुछ दिन पहले तक ही तो,वो घुटनो के बल चलती थी अपनी तुतलाती भाषा में, पापा पापा कहती थी पहली बार जो अपने मुँह से, पहला शब्द वो बोली थी... Hindi · कविता · गीत · गीतिका · मुक्तक · संस्मरण 37 Share surenderpal vaidya 20 Mar 2024 · 1 min read * शक्ति है सत्य में * ** गीतिका ** ~~ शक्ति है सत्य में जब समाहित सदा। साथ देना जरूरी बहुत सर्वदा। ये पराजित नहीं है कभी भी हुआ। है हमेशा रहा साथ मंगल प्रदा। सत्य... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · गीतिका · वाचिक स्त्रग्विणी 4 3 35 Share surenderpal vaidya 20 Mar 2024 · 1 min read * जिन्दगी में * ** गीतिका ** ~~ जिन्दगी में हर समय है मुस्कुराना। चाहतों को चाहिए बस खिलखिलाना। आज दरवाजा खुला है ताजगी है। बंद अनुभूति बना देगी दिवाना। आंख में गहरा समुंदर... Hindi · गीतिका · सार्ध मनोरम छंद 1 1 28 Share surenderpal vaidya 19 Mar 2024 · 1 min read * सत्य एक है * ** गीतिका ** ~~ सत्य एक है जिनको ज्ञानी, अलग ढंग से कहते। ज्ञान सिंधु में सब मिल जाता, अविरल बढ़ते बढ़ते। सत्य भावनाओं से ऊपर, रौशन पथ करता है।... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · गीतिका · छंद सार 3 1 39 Share surenderpal vaidya 18 Mar 2024 · 1 min read * कौन है * ** गीतिका ** ~~ स्वच्छ है माहौल सबको भा रहा। कौन है कचरा यहां बिखरा रहा। जब निकलता जा रहा आगे समय। कौन है पीछे हमारे आ रहा। दीप क्यों... Hindi · आनन्दवर्धक छंद · गीतिका 1 1 32 Share surenderpal vaidya 7 Mar 2024 · 1 min read * मंजिल आ जाती है पास * ** गीतिका ** ~~ पथ पर आगे बढ़ते बढ़ते, मंजिल आ जाती है पास। मिट जाती है थकन राह की, मन में जग जाती है आस। तीव्र धूप पथरीले पथ... Hindi · आल्ह छंद · गीतिका 1 1 44 Share surenderpal vaidya 29 Feb 2024 · 1 min read * हासिल होती जीत * ** गीतिका ** ~~ भीषण संघर्षों के कारण, हासिल होती जीत। लिए विजय की ध्वजा साथ में, गाते गौरव गीत। सबको गले लगाएंगे हम, लेंगे सबका साथ। कोई नहीं पराया... Hindi · गीतिका · सरसी छंद 1 1 34 Share surenderpal vaidya 29 Feb 2024 · 1 min read * धीरे धीरे * ** गीतिका ** ~~ धीरे धीरे खोल दीजिए, बंद पड़ी अलमारी को। रहें सुरक्षित सारी चीजें, पूर्ण करें तैयारी को। लेकिन मन में राज हमेशा, कहां सुरक्षित रह पाते। कहां... Hindi · गीतिका · लावणी छंद 1 1 37 Share Godambari Negi 26 Feb 2024 · 1 min read प्रभात वर्णन देख सूरज लालिमा को, रात उठकर के चली। अब यहाँ क्या काम मेरा , सोचकर आँखें मली।। व्योम में फैला उजाला, खिल रही है हर दिशा। आँख फाड़े देखती है,... Hindi · गीतिका 1 80 Share surenderpal vaidya 26 Feb 2024 · 1 min read * किसे बताएं * ** गीतिका ** ~~ किसे बताएं मन की बातें, कौन सुनेगा यार। इस जीवन ने हर पल देखो, बहुत सहे हैं खार। सहन करेंगे स्वयं सभी कुछ, आगे भी चुपचाप।... Hindi · गीतिका · सरसी छंद 54 Share surenderpal vaidya 21 Feb 2024 · 1 min read * मुस्कुराना * ** गीतिका ** ~~ है जरूरी जिन्दगी में मुस्कुराना। हो सके तो अश्रु खुशियों के बहाना। कष्ट का अवसाद का आता समय जब। है कठिन तब आंसुओं को रोक पाना।... Poetry Writing Challenge · गीतिका · सार्द्धमनोरम 1 1 55 Share surenderpal vaidya 19 Feb 2024 · 1 min read * सुन्दर फूल * ** गीतिका ** ~~ सुन्दर फूल जगा देते हैं, मन में प्यार। लेकिन अल्प समय इनका है, जीवन सार। खिला खिला जीवन लाता प्रिय, मन में भाव। किंतु शूल हेतु... Poetry Writing Challenge · गीतिका · निश्चल छंद 3 1 57 Share surenderpal vaidya 19 Feb 2024 · 1 min read * बातें मन की * ** गीतिका ** ~~ बातें मन की कह डालो तुम, मन से आज। नहीं रहेगा देखो छुपकर, कोई राज। प्यार भरे शब्दों में होगी, जब फरियाद। बिना बताए कर डालेंगे,... Poetry Writing Challenge · गीतिका · निश्चल छंद 2 1 50 Share surenderpal vaidya 18 Feb 2024 · 1 min read * हिन्दी को ही * ** गीतिका ** ~~ हिन्दी को ही गले लगाएं, नित यह ध्यान धरें हम। अंग्रेजी का भूत भगाएं, यह शुभ कर्म करें हम। आजाद देश प्रिय भारत की, महिमा का... Poetry Writing Challenge · गीतिका · सार छंद · हिन्दी 2 1 74 Share राहुल रायकवार जज़्बाती 18 Feb 2024 · 1 min read मुझे छूकर मौत करीब से गुजरी है... आंसुओं से कोई तस्वीर पिघली है, हाल ही में मुझे छूकर मौत गुजरी है ।। यहां रास्तों पर मुझे ठोकर मिली है, आज भी होंठो की हंसी बिखरी है ।।... Poetry Writing Challenge · कविता · ग़ज़ल · गीतिका · पुस्तक समीक्षा · संस्मरण 2 53 Share manjula chauhan 17 Feb 2024 · 1 min read तपकर तपकर लोहा बन गए जब, तो सोने मे ढलने की चाहत नहीं। जीवन संघर्ष बना रहे तो ही सही है, मधुबन मे रहने की अब चाहत नहीं। Poetry Writing Challenge · गीतिका 1 32 Share surenderpal vaidya 17 Feb 2024 · 1 min read * जिन्दगी की राह * ** गीतिका ** ~~ जिन्दगी की राह में होती मधुर अनुभूतियाँ। खिलखिलाते स्नेह की चढ़ते सहज हम सीढियाँ। चुन लिया करते सहज ही लोग अक्सर देखिए। जब कभी दिखती उन्हें... Poetry Writing Challenge · गीतिका · छंद गीतिका 1 1 54 Share surenderpal vaidya 16 Feb 2024 · 1 min read * मुस्कुराते नहीं * ** गीतिका ** ~~ आप क्यों मुस्कुराते नहीं हैं। स्नेह मन में जगाते नहीं हैं। छोड़ कर देखिए उलझनों को। आप हिम्मत जुटाते नहीं हैं। आस का एक दीपक जलाकर।... Poetry Writing Challenge · गीतिका · बाला छंद 1 1 56 Share surenderpal vaidya 15 Feb 2024 · 1 min read * सामने आ गये * ** गीतिका ** ~~ सामने आ गये मुस्कुराते हुए। जल उठे हैं ह्रदय में अनेकों दिए। अब हमें यह पता चल गया क्या कहें। हम निशा में भटकते हुए क्यों... Poetry Writing Challenge · गीतिका · वाचिक स्त्रग्विणी 1 1 77 Share Bodhisatva kastooriya 15 Feb 2024 · 1 min read अनुराग मुझे तुमसे अनुराग कितना है? पुष्प में मीठा पराग जितना है!! भ्रमर स्वादन चाहे कितना करे, पुनर्निर्माण का सम्भाग उतना है!! मुझे तुमसे... माँ की ममता दूध से बहती है... Poetry Writing Challenge · गीतिका 70 Share Page 1 Next