Posts Tag: ग़ज़ल/गीतिका 15k posts List Grid Previous Page 8 Next D.N. Jha 16 May 2024 · 1 min read कभी राधा कभी मीरा ,कभी ललिता दिवानी है। कभी राधा कभी मीरा ,कभी ललिता दिवानी है। यही हम जानते हैं ये ,सभी तो राज रानी है। जपे जॅंह नाम राधे का, वहीं ब्रजधाम हो जाए, यही तुलसी यही... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल/गीतिका 3 103 Share सत्य कुमार प्रेमी 16 May 2024 · 1 min read दिल से बहुत बधाई है पोते के जन्म पर। गज़ल - 221/2121/1221/212 दिल से बहुत बधाई है पोते के जन्म पर। फिर से बहार आई है पोते की जन्म पर।1 दादा खुशी से झूमते, दादी भी नाचती, अब बट... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 100 Share सत्य कुमार प्रेमी 16 May 2024 · 1 min read करवां उसका आगे ही बढ़ता रहा। गज़ल- 212/212/212/212 करवां उसका आगे ही बढ़ता रहा। झूठ को सच बताकर वो छलता रहा।1 वो अमीरों को अपना बनाता रहा। जो था मुफलिस वो बेमौत मरता रहा।2 सबको सपने... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 96 Share सत्य कुमार प्रेमी 16 May 2024 · 1 min read आए हैं फिर चुनाव कहो राम राम जी। गज़ल 221/2121/1221/212 आए हैं फिर चुनाव कहो राम राम जी। जनता भी ताव में है जपो राम राम जी।1 सस्ती हरेक चीज के वादे हवा हुए, कुछ है नहीं जवाब... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 71 Share सत्य कुमार प्रेमी 16 May 2024 · 1 min read छोड़ कर घर बार सब जाएं कहीं। मुक्तक छोड़ कर घर बार सब जाएं कहीं। पर अकेले जिंदगी कटती नहीं। चार दिन के बाद दिल कहता चलो, फिर से अपने दर पे चलते हैं वहीं। .........✍️ सत्य... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 109 Share सत्य कुमार प्रेमी 16 May 2024 · 1 min read उलझी हुई जुल्फों में ही कितने उलझ गए। मुक्तक उलझी हुई जुल्फों में ही कितने उलझ गए। उलझी हुई जुल्फों से ही मसले सुलझ गए। जो भी घनेरी जुल्फों के साए में आ गये, वो सारे शख्स इनकी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 97 Share D.N. Jha 16 May 2024 · 1 min read त्रिलोकीनाथ बुलाऊॅं जब कभी उनको,जगत के नाथ आते हैं। कभी कोई नहीं सुनते, तभी श्री कृष्ण आते हैं। चले दौड़े वहाॅं झटपट , त्रिलोकी नाथ हैं जाते, मगन होकर बुलाने से,... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल/गीतिका 1 112 Share सत्य कुमार प्रेमी 16 May 2024 · 1 min read आप पाएंगे सफलता प्यार से। गज़ल 2122/2122/212 आप पाएंगे सफलता प्यार से। मत डरो बस जिंदगी में हार से। आपको ही चोट आएगी सुनो, सिर न टकराना कभी दीवार से। देखने में काठ का लट्ठा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 133 Share सत्य कुमार प्रेमी 16 May 2024 · 1 min read महफ़िल में कुछ जियादा मुस्कुरा रहा था वो। गज़ल 221/2121/2121/212 महफ़िल में कुछ जियादा मुस्कुरा रहा था वो। हॅंस कर सभी से दर्द को छुपा रहा था वो।1 हैं मुश्किलें उसी की तो उसी को झेलना, औरों का... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 105 Share भरत कुमार सोलंकी 15 May 2024 · 1 min read मै ना सुनूंगी "ना सुनूंगी " भोली सुरत लेके तु मुझको क्यो बहकाता है। आलाप ना कर, तेरी मैं ना सुनगी बहाना लेके तु मीठे बोल से क्यों समझाता है । आलाप ना... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल/गीतिका 104 Share डी. के. निवातिया 15 May 2024 · 1 min read मुहब्बत भी करके मिला क्या दिन-दिनांक : बुधवार, १५ मई, २०२४ विद्या : ग़ज़ल विषय : इश्क/प्यार/मुहब्बत शीर्षक : मुहब्बत भी करके मिला क्या बह्र: बहरे मुतकारिब मुसद्दस सालिम अरकान : फ़ऊलुन फ़ऊलुन फ़ऊलुन मात्रा... Hindi · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · मुक्तक 1 2 99 Share D.N. Jha 15 May 2024 · 1 min read तमाशा सुनते थे जो हर बातों को,करने लगे बहाने अब। छुप -छुप कर ही देखा करते,आंखें लगे चुराने अब। हंसते गाते ही रहते थे,खोए- खोए दिखते हैं, सुनते थे जो हर... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल/गीतिका 1 129 Share D.N. Jha 15 May 2024 · 1 min read बेटी की ताकत पहचाने बेटी की ताकत पहचानें , भले पकाती रोटियाॅं। बात बुलंदी से वह कहती, चढ़ जाती हैं चोटियाॅं।। चहक- चहक कर खेला करती,वही पुराने खेल को, बचपन की यादें दे... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल/गीतिका 1 84 Share D.N. Jha 15 May 2024 · 1 min read आशियाना आशियाना वहीं , हम बनाते रहे। वे खुशी से जहाॅं ,खिलखिलाते रहे। उम्र भर साथ चलने का वादा किया, ईंट से ईंट को हम सजाते रहे। चाल ऐसी चली खूब... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल/गीतिका 1 101 Share भरत कुमार सोलंकी 15 May 2024 · 1 min read भूल ना था भुल ना था पश्चाताप के आलम में मैअपना वजूद खोज रहा विग्रह् के मनोरम मे मै रख कलम कुछ सोच रहा क्यो मैं अपने मां बाप की भूल था उम्मीद... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल/गीतिका 93 Share D.N. Jha 15 May 2024 · 1 min read मातम नीर आंखों का दिखा मातम मनाते आजकल। लूट का धंधा बना कर घर सजाते आजकल। कर दिया इंसाफ फिर भी क्यों बुलाते आपको, गीत गाकर हम सभी को वे सुनाते... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल/गीतिका 2 107 Share सत्य कुमार प्रेमी 14 May 2024 · 1 min read हो हमारी या तुम्हारी चल रही है जिंदगी। गज़ल 2122/2122/2122/212 हो हमारी या तुम्हारी चल रही है जिंदगी। सच तो है ये धीरे धीरे जल रही है जिंदगी। देखते ही देखते आंखों से ओझल होगी ये, बर्फ़ की... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 94 Share सत्य कुमार प्रेमी 14 May 2024 · 1 min read मेरे खाते में भी खुशियों का खजाना आ गया। गज़ल 2122/2122/2122/212 मेरे खाते में भी खुशियों का खजाना आ गया। दोस्तों जब से मुझे भी मुस्कुराना आ गया।1 मुझको हर इक शख्स घर का देखता हरदम खुशी, क्योंकि मुझको... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 104 Share सत्य कुमार प्रेमी 14 May 2024 · 1 min read प्यार चाहा था पा लिया मैंने। गज़ल 2122/1212/22 प्यार चाहा था पा लिया मैंने। खुद से ही दिल लगा लिया मैंने। 1 बेसबब ही किसी की उल्फत में, दर्द ओ गम भी उठा लिया मैंने।2 मांगने... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 92 Share Nitesh Shah 14 May 2024 · 1 min read कोरोना कोरोना ने खोली आँखें, जगा दी प्रेम की आशा, सलामी देते है उनको, जिन्होंने की बड़ी सेवा, डॉक्टर हो या नर्से हो, करू शत शत नमन उनको, बचा की रूह... Hindi · कविता · कुण्डलिया · ग़ज़ल/गीतिका · गीतिका 84 Share Nitesh Shah 14 May 2024 · 1 min read सबसे सुन्दर प्यारा देश सबसे सुन्दर प्यारा देश, दुबई है सबसे न्यारा देश, भांति भांति के लोग यहाँ, यह देता अद्भुत सन्देश, ना चोरी, ना सीनाजोरी, निर्भयता का है यह देश, सपनों की उड़ान... Hindi · कविता · ग़ज़ल/गीतिका 74 Share Nitesh Shah 14 May 2024 · 1 min read राम नहीं बन सकते ..... राम नहीं बन सकते हैं, पर सीता की आशा करते हैं, गुरुद्वारे पर माथ टेका, मस्जिद में सजदा करते हैं, पर्व में जाकर करे प्रार्थना, मंदिर में हर सर झुकते... Hindi · कविता · ग़ज़ल/गीतिका 65 Share D.N. Jha 14 May 2024 · 1 min read जिंदगी समर है चलना सॅंभल -सॅंभल कर,यह जिंदगी समर है। अब फूल मत समझना, काॅंटों भरा सफर है। चलते यहाॅं समय से,अब जीतते वही हैं, यह सोच कर हमेशा,चलता रहा डगर है। अब... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल/गीतिका 1 105 Share Taj Mohammad 14 May 2024 · 1 min read ज़माने की नजर से। ज़माने की नजर से कभी तुम ना देखना हमको। जमाना है फरेबी तुम फरेबी ना समझना हमको।। गर मौत जुदा कर दे कभी जिंदगी में हमें तुमसे। तुम सदा बद... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल/गीतिका 1 98 Share भरत कुमार सोलंकी 14 May 2024 · 1 min read मन की प्रीत मन की मीत ही मेरी प्रीत है आकाश में उड़ते परिन्दाे का ,कुछ तो अरमान होता है धरती पर रेंगते जीव का भी, कुछ न कुछ तो अरमान होता है... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल/गीतिका 125 Share भरत कुमार सोलंकी 14 May 2024 · 1 min read मन की प्रीत मन की मीत ही मेरी प्रीत है आकाश में उड़ते परिन्दाे का ,कुछ तो अरमान होता है धरती पर रेंगते जीव का भी, कुछ न कुछ तो अरमान होता है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 91 Share सत्य कुमार प्रेमी 13 May 2024 · 1 min read गम के पीछे ही खुशी है ये खुशी कहने लगी। ग़ज़ल- 25 गम के पीछे ही खुशी है ये खुशी कहने लगी। मौत से ही जिंदगी है जिंदगी कहने लगी।1 तुम उतर जाओ गले तो चैन कुछ आ जाएगा। ओस... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल/गीतिका 1 80 Share सत्य कुमार प्रेमी 13 May 2024 · 1 min read याद करने के लिए बस यारियां रह जाएंगी। गज़ल- 24 याद करने के लिए बस यारियां रह जाएंगी। या लिखी थीं जो कभी वो चिट्ठियां रह जाएंगी।1 जाति धर्मों में अभी तक हम सभी जकड़े हुए, तोड़ दो... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल/गीतिका 88 Share सत्य कुमार प्रेमी 13 May 2024 · 1 min read ये जो मुहब्बत लुका छिपी की नहीं निभेगी तुम्हारी मुझसे। गज़ल- 23 ये जो मुहब्बत लुका छिपी की नहीं निभेगी तुम्हारी मुझसे। अगर ज़रा सा भी देख लेगी तो सारी दुनियां जलेगी मुझसे। कसम खुदा की न जी सकूंगा अगर... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल/गीतिका 1 119 Share सत्य कुमार प्रेमी 13 May 2024 · 1 min read मैं गीत हूं ग़ज़ल हो तुम न कोई भूल पाएगा। गज़ल-22 मैं गीत हूं ग़ज़ल हो तुम न कोई भूल पाएगा। तुम्हारा जिक्र होगा जब हमारा नाम आएगा।1 हमीं तुम्हीं रहेंगे यार लोगों की जुबान पर, कोई हमें कोई तुम्हें... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल/गीतिका 87 Share सत्य कुमार प्रेमी 13 May 2024 · 1 min read आइना देखा तो खुद चकरा गए। गज़ल- 21 आइना देखा तो खुद चकरा गए। अपना चेहरा देखकर घबरा गए। छोड़कर उनको हम आगे आ गए। इसलिए अपनों को हम बिसरा गए। भूख के मारे थे वो,... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल/गीतिका 87 Share सत्य कुमार प्रेमी 13 May 2024 · 1 min read कैसे निभाऍं उसको, कैसे करें गुज़ारा। ग़ज़ल- 20 कैसे निभाऍं उसको, कैसे करें गुज़ारा। जां का हमारी दुश्मन, जाने जिगर हमारा।1 दरिया ए इश्क में हम, कुछ इस तरह से डूबे, छूटा इधर किनारा, छूटा उधर... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल/गीतिका 113 Share Nitesh Shah 13 May 2024 · 1 min read शिक्षक अज्ञान अँधेरा दूर करे जो, ज्ञानांजन बढाता है, गुरु का दर्ज़ा इस जग में, सबसे ऊँचा होता है, गुरु बिन ज्ञान नहीं संभव, वह ही राह दिखाता है, इसीलिये इस... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · गीतिका 67 Share Nitesh Shah 13 May 2024 · 1 min read मातृभाषा हिंदी हिंदी है सबकी पहचान, हिंदी से है देश महान, पढ़ते हम गीता कुरान, हिंदी में है पूरा ज्ञान, हिंदी का सब करो सम्मान, हिंदी भाषाओं में प्रधान, है तीसरा इसका... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · कुण्डलिया · ग़ज़ल/गीतिका · गीत 94 Share सत्य कुमार प्रेमी 13 May 2024 · 1 min read कुछ अपनी कुछ उनकी बातें। गज़ल- 17 कुछ अपनी कुछ उनकी बातें। कुछ हल्की कुछ गहरी बातें।1 बातें तो बातें होती हैं, कुछ सच्ची कुछ झूठी बातें।2 आपस में मिलकर करते हैं, कुछ सोची कुछ... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल/गीतिका 1 93 Share सत्य कुमार प्रेमी 13 May 2024 · 1 min read सबकी सलाह है यही मुॅंह बंद रखो तुम। गज़ल-16 सबकी सलाह है यही मुॅंह बंद रखो तुम। सच में ये बात है सही मुॅंह बंद रखो तुम।1 मुंह खोलने की सोचते तो उनका है संदेश, है खैरियत इसी... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल/गीतिका 97 Share Nitesh Shah 13 May 2024 · 1 min read कुत्ते का दर्द एक वफादार कुत्ता, मित्र से बोला यार मैं हूँ बड़ा परेशान, मालिक ने लिखवाया, कुत्ते से सावधान! अरे! ये मानवीय स्वान, बनते हैं हमसे महान, हमारी ही वफादारी पर, ये... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · ग़ज़ल/गीतिका 77 Share Nitesh Shah 13 May 2024 · 1 min read आतम अनुभव आतम अनुभव आतम अनुभव करना रे भाई ! सप्त तत्व का ज्ञान सु धरना, मिथ्यातम को हरना रे भाई , आतम अनुभव करना रे भाई !।। क्रोध-मान-माया-लोभादिक, नहीं आतमा का... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · ग़ज़ल/गीतिका 57 Share सत्य कुमार प्रेमी 13 May 2024 · 1 min read हो हमारी या तुम्हारी चल रही है जिंदगी गज़ल-16 हो हमारी या तुम्हारी चल रही है जिंदगी। सच तो है ये धीरे धीरे जल रही है जिंदगी। देखते ही देखते आंखों से ओझल होगी ये, बर्फ़ की सिल्ली... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल/गीतिका 89 Share Nitesh Shah 13 May 2024 · 1 min read कविता-सुनहरी सुबह सुबह हमें जगाती है, काम की याद दिलाती है, सुबह हमें सबसे पहले, प्रभु की याद कराती है, रोज़ सवेरे सबसे पहले, सूरज से मिलवाती है, सुबह की शोभा हम... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · कहानी · ग़ज़ल/गीतिका 55 Share सत्य कुमार प्रेमी 13 May 2024 · 1 min read मेरे खाते में भी खुशियों का खजाना आ गया। गज़ल- 16 मेरे खाते में भी खुशियों का खजाना आ गया। दोस्तों जब से मुझे भी मुस्कुराना आ गया।1 मुझको हर इक शख्स घर का देखता हरदम खुशी, क्योंकि मुझको... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल/गीतिका 79 Share Nitesh Shah 13 May 2024 · 1 min read उम्र घटने लगी उम्र घटने लगी, साँस थामने लगी, है बची ज़िंदगी आखिरी ........ देव जाने नहीं, शास्त्र जाने नहीं, नहीं जानी गुरु की है, महिमा कभी, अब क्या होगा प्रभो, अब क्या... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका 51 Share सत्य कुमार प्रेमी 13 May 2024 · 1 min read पत्नी व प्रेमिका में क्या फर्क है बताना। हज़ल😂- 15 दादा से बोला पोता नालेज मेरा बढ़ाना। पत्नी व प्रेमिका में क्या फर्क है बताना। बीबी समझ लें टीवी, औ'र प्रेमिका मोबाइल, पहली सजाओ घर में, दूजी कहीं... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल/गीतिका 155 Share Nitesh Shah 13 May 2024 · 1 min read सोचा एक अफ़साना लिख दूँ, सोचा एक अफ़साना लिख दूँ, ज़िन्दगी का फ़साना लिख दूँ, अवसर एक सुहाना लिख दूँ, खुशी का परवाना लिख दूँ ।। गुज़रा हुआ ज़माना लिख दूँ, रूठना और मनाना लिख... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका 51 Share सत्य कुमार प्रेमी 13 May 2024 · 1 min read सत्तर भी है तो प्यार की कोई उमर नहीं। हज़ल😂- 14 सत्तर भी है तो प्यार की कोई उमर नहीं। पर आपकी तो होती भी सीधी कमर नहीं। घुटने हुए खराब तो चलने में मुश्किलें, अब दर्द वाले तेल... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल/गीतिका 99 Share Nitesh Shah 13 May 2024 · 1 min read पिता पिता समान न जग में कोई, पिता सभी की जान है, पिता नहीं तो कुछ भी नहीं है, पिता है तो जहान है।। पिता से ही दिन, पिता से ही... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका 71 Share Nitesh Shah 13 May 2024 · 1 min read होली आई, होली आई, होली आई, होली आई, रंगों की सौगात है लाई।। ठंडक की हो गई विदाई, ग्रीष्म ऋतु की प्रभा है छाई। गुजिया और मिठाइयाँ खाई, मानवता की लौ है जलाई। होली... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका 54 Share सत्य कुमार प्रेमी 13 May 2024 · 1 min read दुनियां में मेरे सामने क्या क्या बदल गया। गज़ल- 13 दुनियां में मेरे सामने क्या क्या बदल गया। इंसां वही है आज भी चेहरा बदल गया।1 लड़के व लड़़कियाॅं भी सभी एक सी दिखें, परवरदिगार कैसा जमाना बदल... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल/गीतिका 140 Share Nitesh Shah 13 May 2024 · 1 min read बच्चे देश की शान हैं बच्चे देश की शान हैं, हमें उनपर अभिमान हैं, बच्चे मन के सच्चे हैं, सबकी आँखों के तारे हैं, बच्चे सबको भाते हैं, सबके मन को लुभाते हैं, देख-देख बच्चों... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · दोहा 77 Share Nitesh Shah 13 May 2024 · 1 min read दीप जले जब सारी धरती आन मिले, जब मानवता का स्नेह जगे, जब हर मानव बंधु-सा लगे, तब मन ही मन में दीप जले।। जब भाई-भाई के गले लगे, जब न रहीम... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका 48 Share Previous Page 8 Next