Posts Tag: ग़ज़ल/गीतिका 15k posts List Grid Previous Page 9 Next Taj Mohammad 13 May 2024 · 1 min read अपने ही घर से बेघर हो रहे है। आज अपने ही घर से बेघर हो रहे है। वो मां बाप देखो कितना जार जार रो रहे हो।। चुन चुन कर ख्वाबों से यूं सजाया था। दीवारों दर तो... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल/गीतिका 130 Share सत्य कुमार प्रेमी 13 May 2024 · 1 min read देख बहना ई कैसा हमार आदमी। हज़ल😂- 12 देख बहना ई कैसा हमार आदमी। हाय कितना है सुंदर तोहार आदमी।1 ई था किस्मत म हमरे नकारा आदमी, अब हूॅं पीछे पड़े हैं हजार आदमी।2 नीक लागै... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल/गीतिका 120 Share Nitesh Shah 13 May 2024 · 1 min read सूरज क्यों चमकता है? कविता-डॉ.नितेश शाह सूरज क्यों चमकता है? आग-सा क्यों दहकता है? चाँद क्यों दर-दर भटकता है? बादल क्यों बरसता है? क्यों बहती जलधारा है? क्यों दरिया इतना खारा है? क्यों नदियाँ... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका 99 Share Nitesh Shah 13 May 2024 · 1 min read आँखें कुछ कहती हैं? आखें कुछ कहती हैं? सच को सच और झूठ को झूठ पढ़ लेती हैं, आखें कुछ कहती हैं? बंद आँखों से अपनेपन की बात वह समझती हैं आखें कुछ कहती... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका 89 Share सत्य कुमार प्रेमी 13 May 2024 · 1 min read सातो जनम के काम सात दिन के नाम हैं। गज़ल- 11 (वैलेंटाइन डे पर) सातो जनम के काम सात दिन के नाम हैं। कितना कठिन है प्यार में झंझट तमाम हैं।1 टेडी बियर, गुलाब कभी चॉकलेट लिए, सब घूमते... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल/गीतिका 96 Share सत्य कुमार प्रेमी 13 May 2024 · 1 min read मय है मीना है साकी नहीं है। गज़ल- 10 मय है मीना है साकी नहीं है। इसलिए आज पी ही नहीं है। तू न आई ये महफ़िल है सूनी, आज की शाम भी जी नहीं है। पी... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल/गीतिका 92 Share सत्य कुमार प्रेमी 13 May 2024 · 1 min read कम कमाना कम ही खाना, कम बचाना दोस्तो! गज़ल- 9 कम कमाना कम ही खाना, कम बचाना दोस्तो! पर किसी की आंख में आंसू न लाना दोस्तो! जिंदगी तो इस जहाँ में आपकी कट जायेगी! पर खुदा को... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल/गीतिका 109 Share सत्य कुमार प्रेमी 13 May 2024 · 1 min read जो दर्द किसी को दे, व्योहार बदल देंगे। गज़ल- 8 जो दर्द किसी को दे, व्योहार बदल देंगे। सदभाव घटे जिस से, वो प्यार बदल देंगे। जनतंत्र के जन गण हैं, ये याद सदा रखना, अपने पे जो... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल/गीतिका 86 Share Taj Mohammad 13 May 2024 · 1 min read हर किसी में आम हो गयी है। अब तो हर किसी में आम हो गयी है। देखो मोहब्बत यूँ बदनाम हो गयी है।। अमीरों के यहाँ फिरसे बाज़ार सजा। गरीब की इज्जत नीलाम हो गयी है।। वहाँ... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल/गीतिका 106 Share सत्य कुमार प्रेमी 13 May 2024 · 1 min read नारी के बिना जीवन, में प्यार नहीं होगा। गज़ल- 8 नारी के बिना जीवन, में प्यार नहीं होगा। नारी जो नहीं सुंदर, संसार नहीं होगा। घूमेंगे लिए दिल को, देंगे भी बता किसको, दिलवर ही नहीं होगा, दिलदार... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल/गीतिका 104 Share सत्य कुमार प्रेमी 13 May 2024 · 1 min read या खुदा तेरा ही करम रहे। गज़ल- 6 या खुदा तेरा ही करम रहे, के बिना तेरे है गुजर नहीं। मैं दुआ करूं तो फिजूल है, के दुआ में है वो असर नहीं। हैं कठिन बहुत... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल/गीतिका 82 Share सत्य कुमार प्रेमी 13 May 2024 · 1 min read अब आदमी के जाने कितने रंग हो गए। गज़ल- 5 अब आदमी के जाने कितने रंग हो गए। गिरगिट भी देख करके उनको दंग हो गए।1 दिल में छुपा के रखते हैं न जाने कितने राज, दिल दिल... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल/गीतिका 119 Share सत्य कुमार प्रेमी 13 May 2024 · 1 min read कृष्ण प्रेम की परिभाषा हैं, प्रेम जगत का सार कृष्ण हैं। गज़ल- 4 कृष्ण प्रेम की परिभाषा हैं, प्रेम जगत का सार कृष्ण हैं। कृष्ण जिॅंदगी कृष्ण बॅंदगी, जीवन का आधार कृष्ण हैं। सात सुरों में मिलता जीवन, सुर जीवन में... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल/गीतिका 125 Share सत्य कुमार प्रेमी 13 May 2024 · 1 min read देश से दौलत व शुहरत देश से हर शान है। गज़ल- 3 देश से दौलत व शुहरत देश से हर शान है। देश से ही हम, हमारी देश से पहचान है।। देश के प्रति प्रेम का अंकुर अगर फूटा नहीं,... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल/गीतिका 100 Share सत्य कुमार प्रेमी 13 May 2024 · 1 min read दुनियाँ में सबने देखा अपना महान भारत। गज़ल- 2 दुनियाँ में सबने देखा अपना महान भारत। जय जय जवान भारत जय जय किसान भारत। ऐसे न लोग कहते हमको बड़ा जहाँ में, करता मदद गरीबों की है... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल/गीतिका 77 Share सत्य कुमार प्रेमी 13 May 2024 · 1 min read ये राम कृष्ण की जमीं, ये बुद्ध का मेरा वतन। गज़ल- 1 ये राम कृष्ण की जमीं, ये बुद्ध का मेरा वतन। ये सत्य शिव के सुंदरम, से है बना मेरा वतन। जो गूंजे तान बंशी की तो, नांचे ग्वाल... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल/गीतिका 93 Share Taj Mohammad 13 May 2024 · 1 min read खुदा सा लगता है। कुछ कुछ वो मुझको खुदा सा लगता है। जो मेरी सब जरूरतों को पूरा करता है।। इत्तेफ़ाक़ से नही उसको मांगा है रब से। वो मुझको मेरी मांगी दुआ सा... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल/गीतिका 117 Share Taj Mohammad 13 May 2024 · 1 min read कुछ दुआ की जाए। चलो उसके लिए कुछ दुआ की जाए। शायद यूँ ही उसको शिफ़ा मिल जाए।। हो गया है वो बड़ा ही परेशान गमों से। जाने इन्ही दुआओं से अच्छा हो जाए।।... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल/गीतिका 94 Share Taj Mohammad 13 May 2024 · 1 min read हंसी आयी है लबों पर। बड़े दिनों बाद हंसी आयी है लबों पर। आज नज़र जो गयी उसके खतों पर।। उसकी हर एक याद बचाकर रखी है। जो परेशां करता था हमें शरारतों पर।। जाने... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल/गीतिका 1 109 Share भरत कुमार सोलंकी 13 May 2024 · 2 min read ममता का सागर मां ममता का सागर मां बेटे की उम्मीद है मा बेटे की जिद है। मां की फटकार बेटे को सही गलत की पहचान करवाती है मौका लालच बेटे को सब्जीवन... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 140 Share Taj Mohammad 12 May 2024 · 1 min read खर्च हो रही है ज़िन्दगी। खर्च हो रही है ज़िन्दगी उनसे इश्क़ को निभानें में। गर चाहते हो खुश रहना तो दिल ना लगाना ज़मानें में।। जी ना पाओगे तुम मोहब्बत के खुद से दूर... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल/गीतिका 2 103 Share Taj Mohammad 12 May 2024 · 1 min read सांसों से आईने पर क्या लिखते हो। सांसों से आईने पर क्या लिखते हो, गर है इश्क़ हमसे तो क्यों ना कहते हो। यूँ कब तक दिल को अपने रोकोगे, छोड़ हया हमसे तुम क्यों ना मिलते... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल/गीतिका 128 Share Taj Mohammad 12 May 2024 · 1 min read रोना ना तुम। रोना ना तुम जो हम कभी कफ़न में अपनें घर को आए। समझ लेना वो सब कुछ जो भी हम तुझसे ना कह पाए।। हमें माफ कर देना जो तुझसे... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल/गीतिका 2 141 Share Taj Mohammad 12 May 2024 · 1 min read ज़ख़्म ही देकर जाते हो। जब भी आते हो इक ज़ख़्म ही देकर जाते हो। पर मेरे दर्द का मलहम बनके तुम कब आओगे।। आज वक्त है तुम्हारा तो तुम्हीं हुकूमत करलो। पर बदलती तो... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल/गीतिका 1 135 Share D.N. Jha 12 May 2024 · 1 min read मीठी बोली जाने कितने बिक जाते हैं, प्यारे मीठी बोली में। हॅंसी -खुशी सौगात मिले अब,बाबा मेरी झोली में। नहीं प्यार की कीमत कोई,ये तो बस अनमोल यहाॅं, चंदन अक्षत कुमकुम टीका,प्यार... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल/गीतिका 2 138 Share Anant Yadav 12 May 2024 · 1 min read दहेज मांग दस बीस, साठ सत्तर से लेकर, लाखों में बेच रहे लड़के हाय ये कितने भूखे नंगे हैं जो अपने बेटे तक को बेच रहे कहते पढ़ाया, स्नातक लगा पैसा इतना... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · निबंध · लेख 1 79 Share Anant Yadav 12 May 2024 · 1 min read मन में रख विश्वास मन में रख विश्वास, तू करता रह प्रयास न हार अंत है जीवन का, अनंत करता रह प्रयास गिर गिर मकड़ी चढ़ती, फिर भी न माने हार बस तू अनंत... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · लेख 53 Share Anant Yadav 12 May 2024 · 2 min read जिंदगी तुझसे हार गया जिंदगी तुझसे वह हार गया, सहर्ष आत्महत्या स्वीकार गया, वह पंखे से है लटक गया, न जाने वह कैसे भटक गया, न थी कीमत उन नंबर की, जिन नंबर से... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · कहानी · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका 54 Share Anant Yadav 12 May 2024 · 1 min read मंजिल की चाह ये मंजिल को चाह है सताती बहुत है रुलाती बहुत है रुलाती बहुत है मिलेगी न चाहत, मिलेगी नसीहत करता है मेहनत तू करता जा बंदे अभी तेरी मंजिल में... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · गीत · बाल कविता 108 Share Anant Yadav 12 May 2024 · 2 min read लेखनी के शब्द मेरे बनोगी न मरियाहू की गलियों में वो मुझसे मिली, वो हमारी उसकी पहली मुलाकात भी ।। उसने एक दिन कहा, हाय कैसे हो तुम, क्या अकेले मेरी तरह रहते हो तुम ।।... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · बाल कविता · लेख · संस्मरण 85 Share Anant Yadav 12 May 2024 · 1 min read कोई और नहीं यादों में रहना, सीखना बाकी है, रक्त कि स्याही से इतिहास लिखना बाकी है। यूं फर्ज तो छोटू सा है, तू जो करेगा उससे बढ़कर कोई और नही, जो सोचेगा... Poetry Writing Challenge-3 · *जीवन का सत्य* · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · बाल कविता 111 Share Anant Yadav 12 May 2024 · 1 min read बोलो हां कर दोगी ना जिस्म की रूह , बेखयाली में ख्याल, नींद में हो सपने ,तुम गैर होके भी अपने । क्या हॉल तुम्हारा बयां तो करो, खामोश लब, मुस्करा लेगें फिर से ,... Poetry Writing Challenge-3 · *जीवन का सत्य* · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · संस्मरण 88 Share Diwakar Mahto 12 May 2024 · 1 min read इतनी खुबसुरत हो तुम यकीन नहीं होता, यकीन नहीं होता, की इतनी खुबसुरत हो तुम । इन्सान नहीं, इन्सान नहीं, कोई देवी की मुरत हो तुम ।। मेरी जिंदगी , मेरी चाहत हो तुम... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · शेर 149 Share Mangilal 713 12 May 2024 · 1 min read सीख गुलाब के फूल की कांटे होते गुलाब में, तोड़ते है फिर भी उसे। छोड़े खुशबू हाथ में, तोड़कर जो उसे फेंक दे।। तू अपने जीवन पथ में, क्यों डरता है बाधाओं से । मूल... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · कोटेशन · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · गुलाब और काॅंटे 10 95 Share Mangilal 713 12 May 2024 · 1 min read प्यार की चंद पन्नों की किताब में मोहब्बत के मायने बदल जाते हैं प्यार की चंद पन्नो की किताब में हलचल होती है दिल में सिमट कर रह जाता है फिर इश्क प्यार की चंद पन्नों की... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · कोटेशन · ग़ज़ल/गीतिका 10 98 Share Mangilal 713 12 May 2024 · 1 min read चांद सितारों सी मेरी दुल्हन चांद-सितारों सी मेरी दुल्हन कैसे कह दूं चांद तू बहुत खुबसूरत है सुना था लोगों से आईना सच बोलता है देखा जब मैने मेरी दुल्हन को आईने में तो लगा... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · कोटेशन · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका 10 92 Share Mangilal 713 12 May 2024 · 1 min read भटक ना जाना मेरे दोस्त भटक ना जाना मेरे दोस्त तुम इन जिंदगी की राहों में राहों में मिलेंगे यहां तुम्हे कई कांटे कई फूल भी जमाना खराब बहुत है लोग लाजवाब बहुत है राहों... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · कोटेशन · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · बाल कविता 10 219 Share Mangilal 713 12 May 2024 · 1 min read मां का महत्त्व मुंह से निकली बच्चे के पहली पुकार है “मां” आदि और अंत संसार का होती है “मां” आगे जिसके पूरी दुनिया छोटी लगती वो है “मां” आगे जिसके रिश्ते सारे... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · बाल कविता 10 175 Share Taj Mohammad 11 May 2024 · 1 min read मुझे दर्द सहने की आदत हुई है। मुझे दर्द सहने की आदत हुई है। उसे इस कदर चाहने जो लगा हूं।। समझना नहीं मुझे अब किसीको। उसे इस कदर सोचने जो लगा हूं।। मांगता हूं माफी खुदा... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल/गीतिका 1 143 Share Taj Mohammad 10 May 2024 · 1 min read सारे ही चेहरे कातिल है। सारे ही चेहरे कातिल है। हम जाए भी तो जाए कहां।। ऐ खुदा अब तू ही बता। मुझको यूं खुशियों का पता।। कहीं हासिल ना सुकूं है। नफरत फैली है... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल/गीतिका 1 108 Share Taj Mohammad 10 May 2024 · 1 min read दुनियाँ की भीड़ में। दुनियाँ की भीड़ में वह जाने कहां खो गया है। कोशिश तो बहुत की पर वह ना मिल सका है।। जाने कैसे रहेगें हम बिना उसके यूं ज़िंदगी में। फरिश्ते... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल/गीतिका 1 116 Share Taj Mohammad 10 May 2024 · 1 min read दुआओं में जिनको मांगा था। दुआओं में जिनको मांगा था। वही अब देखो बद्दुआ बन गए है।। दिल जिनकी इबादत करता था। वही किसी और के खुदा बन गए है।। दरख्तो से सारे परिंदे क्या... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल/गीतिका 1 119 Share Taj Mohammad 10 May 2024 · 1 min read लफ्जों के सिवा। पैरहन में बहुत छेद थे उस गरीब के। वो कैसे चला जाता यूं महफिले अमीर के।। लफ्जों के सिवा ना था कुछ देने को। तोहफे में दुआएं भेजी है वास्ते... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल/गीतिका 149 Share Ravi Prakash 9 May 2024 · 1 min read *गरीबों की ही शादी सिर्फ, सामूहिक कराते हैं (हिंदी गजल)* *गरीबों की ही शादी सिर्फ, सामूहिक कराते हैं (हिंदी गजल)* ________________________ 1) गरीबों की ही शादी सिर्फ, सामूहिक कराते हैं गरीबों का कहो उपहास, किस कारण उड़ाते हैं 2) बहुत... Hindi · Quote Writer · ग़ज़ल/गीतिका 259 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 7 May 2024 · 1 min read हँस रहे थे कल तलक जो... हँस रहे थे कल तलक जो, आज रोते दिख रहे हैं। जोश में मय पी गए अब, होश खोते दिख रहे हैं। हर कहीं झगड़ा कराएँ, है यही बस काम... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल/गीतिका 2 134 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 6 May 2024 · 1 min read सूर्य तम दलकर रहेगा... सूर्य तम दलकर रहेगा। हिम जमा गलकर रहेगा। ज्ञान से अज्ञान हरने, दीप इक जल कर रहेगा। लिप्त जो मिथ्याचरण में, हाथ वो मल कर रहेगा। कुलबुलाता नित नयन में... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल/गीतिका 1 90 Share नवल किशोर सिंह 5 May 2024 · 1 min read *ग़ज़ल*/ *सियासत* ग़ज़ल बताएँ चोर सबको हम, अजब अपनी हिमाक़त है। हमारे साथ होता जो, उसे मिलती रिआयत है। पलटना बोल कर कुछ भी, पहनना दीन का चोला, मियाँ मासूम बनने से,... Hindi · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका 1 73 Share अंसार एटवी 4 May 2024 · 1 min read लहरों ने टूटी कश्ती को कमतर समझ लिया लहरों ने टूटी कश्ती को कमतर समझ लिया अच्छा हुआ कि कश्ती ने तेवर समझ लिया जिस दाम जिसने चाहा उसी दाम में रखा मुझको किसी ग़रीब का ज़ेवर समझ... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका 123 Share Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD 4 May 2024 · 1 min read "तर्के-राबता" ग़ज़ल बहते दरिया के रुख़ को आज मोड़ आया था, मैं तो परबत की, बाँह ही, मरोड़ आया था। वज़ू के वास्ते भटके वो, थी तौहीन मेरी, मैं उसके जिस्म पे,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 4 125 Share Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD 3 May 2024 · 1 min read अनुनय (इल्तिजा) हिन्दी ग़ज़ल दूर इतना भी अब न जाओ तुम, सुनो मेरी भी, कुछ सुनाओ तुम। सबसे मिलते हो मुस्कुरा कर ही, मुझपे भी, कुछ तरस तो खाओ तुम। अपनी ज़ुल्फ़ेँ न यूँ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 6 6 177 Share Previous Page 9 Next