उमा झा 138 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid उमा झा 22 Apr 2024 · 11 min read विचित्र समय समय पर एक अफवाह उड़ाए जाते हैं और लोगों को मूर्ख बनाए जा रहे हैं ।कौन ऐसा रोग फिर आया है जो एक-दूसरे के सटने मात्र से हो जाता... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता 2 13 Share उमा झा 21 Apr 2024 · 1 min read बाल श्रमिक फटे अधर, नयनाश्रु लिये कहा बालमन, सुन माँ धरणी, सुन पिता गगन । है क्या मेरा निर्छिन्न अपराध अपार, श्रमिक पांत खड़ा हूँ विवश लाचार। हुई ईश्वर की ऐश्वर्यशक्ति आज... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता 3 19 Share उमा झा 21 Apr 2024 · 1 min read शिशु – – – शिशु – – – हे जग के पालनहार जन्म देकर तू क्या किया, स्नेह सुधा गंग धार, बिन बताए मुझसे छीन लिया, मिलना था, माँ का आंचर नंगी धरती पर... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 2 13 Share उमा झा 6 Apr 2024 · 1 min read तितली तुम भी आ जाओ तितली तुम भी आ जाओ, सुना मन सुना है उपवन, , खिला हृदय पर चिंता का गहरा, अमृत घोल से, चहक बोल बन, हर्षित पुष्प खिला जाओ, तितली तुम भी... Hindi 37 Share उमा झा 31 Mar 2024 · 1 min read है यह भी एक सत्य सत्य खोज का मिला संज्ञान, चंचल चित है विषय से अंजान। है जीवन में उलझे कई जाल, तिलक लगाऊं किसे बना भाल। है जिज्ञासा लिखूँ उत्कृष्ट कविता, विपक्ष ओर खडी़... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता 3 54 Share उमा झा 25 Mar 2024 · 1 min read होरी रंग में गौरी हरखि हरखि भऽ बजली, होरी खेलब शिव संग में, रंग घोरु नें नंदी खेलब होरी रंग घोरु नें-----। रंगकऽ आंगन शैल शिखर हैत, ऋखिगण अओता क्षण क्षण में, रंग... Maithili 1 53 Share उमा झा 11 Mar 2024 · 1 min read भारत भविष्य है जा कहाँ रहा ये भारत भविष्य, अध्ययन से ही विमुख हो रहे शिष्य। है न परिष्कृत जीवन की चिंता, है न किसी भांति लज्जा की चिंता। स्वच्छंद उदंडता की... Hindi 46 Share उमा झा 22 Feb 2024 · 1 min read मेरी आकांक्षा सुन संस्कृति तुही है मेरी साक्षी, है तेरी माँ महत्वाकांक्षी । तु ही पूर्ण करेगी वह उद्देश्य, था जीवन का जो अवशेष । तुझे शिखर पर देखने की जिज्ञासा, करो... Poetry Writing Challenge 1 62 Share उमा झा 22 Feb 2024 · 1 min read होती जब वर्षा की कहर होती जब घमासान वर्षा की कहर दुबक दुबक कर बैठे सब अपने घर, होती जब घमासान वर्षा की कहर । समय समय पर बिजली कड़की, शांत चित वाली धरती भी... Poetry Writing Challenge 35 Share उमा झा 21 Feb 2024 · 1 min read शराब की दुकान(व्यंग्यात्मक) शराब की दुकान (व्यंग्य व्यंजन ) सरकार से मिला एक फरमान, खुलेगी अब शराब की दुकान । नेता को आया सोते जागते सपना, शराब पीने वालों को न होते कोरोना... Poetry Writing Challenge 1 2 43 Share उमा झा 21 Feb 2024 · 3 min read स्वर संधि की व्याख्या दो स्वर वर्णों की होती जब युगलबंदी, तब ही दिखती स्वर संधि । नवम, नागेन्द्र, बसुधैव, हिमालय, हैं कितने किसलय स्वर संधि के आलय । स्वर संधि के पांच भेद,... Poetry Writing Challenge 1 65 Share उमा झा 21 Feb 2024 · 1 min read दूर करो माँ सघन अंधेरा दूर करो माँ सघन अंधेरा, जाने आया किस काल द्वार से, महाप्रलय, अट्टहास- अहंकार से, विध्वंस नृत्य किया घनघोर, क्रंदन, विलाप करता नित फेरा, दूर करो माँ सघन अंधेरा ।... Poetry Writing Challenge 42 Share उमा झा 21 Feb 2024 · 1 min read आवाह्न स्व की!! आवाह्न स्व की! !!! हिन्दी दिवस का मचा है शोर, पढते- पढते हो गया संध्या से भोर, सच बता हे मनुज! क्या छलका नैना से नोर, क्या हुआ कभी, हृदय... Poetry Writing Challenge 36 Share उमा झा 21 Feb 2024 · 1 min read बेगूसराय की हार-- बेगूसराय की हार हुई, या प्रकृति की अदृश्य मार पड़ी । कभी जल से भरा था यह क्षेत्र, आज बन गया क्षणिक इत्र, हम कैसे हैं स्वार्थी मित्र, मित्र हन्ता... Poetry Writing Challenge 39 Share उमा झा 21 Feb 2024 · 1 min read है कौन सबसे विशाल बारंबार मन में उठता एक सवाल, है कौन सबसे विशाल? पूछा हमने शैल शिखर से, क्या है तू सबसे विशाल? कहा पर्वत हाँ दिखता हूँ विशाल, है पर इसका किस्सा... Poetry Writing Challenge 27 Share उमा झा 21 Feb 2024 · 1 min read प्रकृति की गोद प्रकृति की गोद पूर्व काल से है उदघोषित, कभी न करना पर्यावरण प्रदूषित । वेद शास्त्र ऋचाएँ किया बखान, समझ वृक्ष पुत्र, हो कल्याण । हर एक वृक्ष है जीवन... Poetry Writing Challenge 33 Share उमा झा 21 Feb 2024 · 1 min read समय की महत्ता समय किसी की ऊपज नहीं है, समय किसी से विवश नहीं है, समय का जिसने त्याग किया, जीवन भर जग का दुत्कार सहा, मत सोचो समय हमारे हाथों की कठपुतली,... Poetry Writing Challenge 31 Share उमा झा 19 Feb 2024 · 1 min read कब आओगे मनहर बसंत दिशा दिशा में है कोहरे का पहरा, निशदिन रहता चौकसी गहरा धूप बिचारी दिखा न पाए मुखरा ,सुनने वाला कौन है दुखरा, है जब सूरज नजर बंद, हो कैसे शीतलहर... Poetry Writing Challenge 1 47 Share उमा झा 19 Feb 2024 · 1 min read खा ले तितली एक निवाला खा ले तितली एक निवाला, आ जाएगा भालू काला- काला, चले रोप लें लम्बा पेड़, होगा उस पर टाॅफी- बिस्किट ढेर, होंगे इनके रेपर चमचम वाला, खा ले तितली एक... Poetry Writing Challenge 1 46 Share उमा झा 19 Feb 2024 · 1 min read भारत की --- हो अगर पुष्प खंडित भी कभी, सौरभ न खोना चाहिए, सदि-वदि के राग द्वेष में कांति न खोना चाहिए, जलती है जो अच्युत सी ज्योति, जग जन में भ्रांति न... Poetry Writing Challenge 1 32 Share उमा झा 16 Feb 2024 · 1 min read गणपति संगै रहबै यौ गणपति सगैं रहबै यौ मोर धिया के भाय बनिक विघन के रहबै यौ, गणपति संगै रहबै यौ। धिया निर्बुद्धि, बल के हीन, निर्बल बुझियो यौ, ऋद्धि- सिद्धि के स्वामी गजानन,... Maithili 1 63 Share उमा झा 16 Feb 2024 · 1 min read हे शारद देवी नमस्तुभ्यं जय भगवती देवी नमस्तुभ्यं हे ज्ञान प्रदायिनी नमस्तुभ्यं। जय भगवती देवी नमस्तुभ्यं हे ज्ञान प्रदायिनी नमस्तुभ्यं।।1।। ब्रह्मानंदे विहारिणी माँ परब्रह्मकांति: धारिणी माँ। जगमात तु ब्रह्माणी हे ब्रह्मज्ञानं प्रदा मह्यम्।। 2।।... Sanskrit 1 60 Share उमा झा 15 Feb 2024 · 1 min read क्या बनाऊँ आज मैं खाना क्या बनाऊँ आज मैं खाना, मन को लगे जो अति सुहाना। घर में है रखा आलू, बैगन, गोभी, टमाटर, पालक साग, संग रखा है कई दाल का दाना, क्या बनाऊँ... Poetry Writing Challenge 56 Share उमा झा 15 Feb 2024 · 1 min read बोलो जय सिया राम नगर नगर में जाकर कह दो, ढोल नगाड़े बिगुल बजा दो, सब मिल सखियाँ मंगल गाओ, आऐंगे श्रीराम, बोलो राम राम, बोलो जय जय सिया राम। पावन धरणी निश्छल अंबर,... Poetry Writing Challenge 1 51 Share उमा झा 15 Feb 2024 · 1 min read आशीष तेरा जीवन हो सफल, यशगान करे सम्पूर्ण अचल। तू स्वस्थ रहे दीर्घायु रहे, काया रहे सदा निश्छल। जिस धरणी की तू ऋणी, कृतज्ञ पुष्प हर पांत खिलाती चल। ... Poetry Writing Challenge 1 56 Share उमा झा 1 Feb 2024 · 1 min read कतो बैसल छी भंग मतवाला, कतो बैसल छी भंग मतवाला, दिल भैर हम बौउवावै छी, हृदय हमर अछि चंचल दानी, तैं नै अहाॅं के पाबै छी। पुष्प धतूरा बेलपत्र हीन, अहिना जोल चरहाबै छी, हृदय... Maithili 1 48 Share उमा झा 30 Dec 2023 · 1 min read माँ गै करै छी गोहार अहि बेर जे किछ भेलै जननी, होए नै बारंबार, माय धिया के मध्य हे जननी, फेर नै बनबिहैं आरि, माँ गै करै छी गोहार। अपन व्यथा माँ किहियै ककरा, छोडि... Maithili 86 Share उमा झा 6 Oct 2023 · 1 min read सुख कखनौ नै पौने छी अश्मशान विहारिणी काली, चरण में शीश झुकौने छी, विपदा अछि विक्राल भयंकर, सुख कखनौ नै पौने छी । पुरूब जनम कि अही जनम के, पापी में हम अग्रणी छी, कहर... Maithili 2 121 Share उमा झा 25 May 2023 · 1 min read बुद्धि विवेक में कितना अंतर बुद्धि विवेक दो शब्द हैं सुन्दर, है पर दोनों में कितना अंतर । बुद्धि सदा स्व हित का जपता मंतर, विवेक होता परहित का बड़ा समंदर । स्वार्थपूर्ति बुद्धि का... Poetry Writing Challenge 1 115 Share उमा झा 25 May 2023 · 1 min read माँ बनना जब तक न मिलता नारी को संतान सुख, घर-परिवार सर्व समाज रहते विमुख। जाने किन किन बातों से करते तीक्ष्ण उपहास , रहता नयनों के इर्द-गिर्द आंसू का वास ।... Poetry Writing Challenge 2 120 Share उमा झा 25 May 2023 · 1 min read तुम्हारा ही पुकार है अखण्ड दीप ज्योत्सना, प्रकाश दिव्यमान है, धरा में अंधकार है, तुम्हारा ही पुकार है तुम्हारा ही पुकार है ,तुम्हारा ही पुकार है । उठो हे देवी सिन्धसुता, उठो हे देवी... Poetry Writing Challenge 1 83 Share उमा झा 25 May 2023 · 1 min read चिड़िया रानी दूर गगन की चिड़िया रानी, आकर पीलो थोड़ा पानी । दाना चुगते लगेगी प्यास, कहाँ भटकेगी दूर आकाश, बिन पानी क्या जीवन का आस, तन मन तेरा होगा हताश, है... Poetry Writing Challenge 2 252 Share उमा झा 18 May 2023 · 1 min read ढूंढें कहाँ जा अपनी पहचान हम ने सुना है इस दुनिया में, है मात-पिता का ऊँचा स्थान । पुत्र-पुत्री नेत्र हैं इनके,काटूँ किसको, दोनों ही इनके संतान । जब अपना सगा दिखे न कोई, आँचल... Poetry Writing Challenge 163 Share उमा झा 18 May 2023 · 1 min read जब लिखती हूँ मैं कविता जब लिखती हूँ मैं कविता, पग नूपुर नहीं, कंठहार नहीं गहनों से होती श्रृंगार नहीं, होती है शब्दों की रुनझुनता , जब लिखती हूँ मैं कविता । बसंत की स्नेहिक... Poetry Writing Challenge 111 Share उमा झा 18 May 2023 · 1 min read उपहार सुनो! शिष्य करते सम्मान यदि, मत दे वह उपहार कभी, जो उपज हुआ मन का मैला, गुरु शिष्य एक ही, दक्ष धरा के, एक पथ, एक दिशा के, एक लक्ष्य,... Poetry Writing Challenge 131 Share उमा झा 18 May 2023 · 1 min read गुरु वंदना वंदन करूँ गुरु श्रेष्ठ, प्रकृति हे तुम्हारी । तू आकर से सहित हो, आकर से रहित हो, हर रूप में उदित हो, हर कांति में निहित हो, बन कर विशाल... Poetry Writing Challenge 221 Share उमा झा 16 May 2023 · 1 min read मैं विपदा की हूँ तरंग मैं विपदा की हूँ तरंग, जिस ओर चलूँ, जिस ओर मुरूँ, कायर की न भांति चलूँ, तनिक टूटते मेरे तन, कर देती मैं अंग भंग, राहों की हूँ पथिक मतंग,... Poetry Writing Challenge 97 Share उमा झा 16 May 2023 · 1 min read जाग उठी धरती की ज्वाला जाग उठी फिर से धरती की ज्वाला, देख द्रोही होता अब क्या होने वाला । क्रांति की आंधी जब चलती है, सहस्र शिव की तांडव दिखती है । एक एक... Poetry Writing Challenge 100 Share उमा झा 16 May 2023 · 1 min read मानव की चिढ तुझे मिली हरियाली डाली, मेरी प्रकाशयुक्त कोठरी भी काली। यह जग है मेरा साम्राज्य, हर छायाप्रति पर दिखे तुहीं आज । तुझे देख होती अति पीड़ा, बना रहूँ कबतक मैं... Poetry Writing Challenge 80 Share उमा झा 16 May 2023 · 2 min read मैं गुड्डी मन की मतवाली घटा भी मुझसे पूछे, कहो क्या राह तुम्हारी, हवा भी मुझसे पूछे, चलूँ क्या साथ तुम्हारी, खगवृंद बोले मुझसे , बन जा तू सखिया हमारी, उसके चित में मैं बसने... Poetry Writing Challenge 82 Share उमा झा 16 May 2023 · 1 min read शिशु ------- हे जग के पालनहार प्रभु जन्म देकर तू क्या किया, स्नेह सुधा की गंग धार, बिन बताए मुझसे छीन लिया, मिलना था, जो माँ का आंचर नंगी धरती पर तू... Poetry Writing Challenge 57 Share उमा झा 16 May 2023 · 1 min read बाल श्रमिक फटे अधर, नयनाश्रु लिये कहा बालमन, सुन माँ धरणी, सुन पिता गगन । है क्या मेरा निर्छिन्न अपराध अपार, श्रमिक पांत खड़ा हूँ विवश लाचार। हुई ईश्वर की ऐश्वर्यशक्ति आज... Poetry Writing Challenge 152 Share उमा झा 16 May 2023 · 1 min read अर्थ बिना जीवन बेकार गुरूजी पुस्तक कांख दबाए, भूखे पेट अश्रुधार के मारे, जा पहुंचे धनपति के द्वार । मुट्ठी भर दाना दे कर, साथ कई शर्त लगाकर, किया धनपति उन्हे स्वीकार । मरता... Poetry Writing Challenge 83 Share उमा झा 16 May 2023 · 1 min read कर्म बड़ा या भाग्य बड़ा कर्म बड़ा या भाग्य बड़ा, हे मनुज तु सोच जरा, जो नर भाग्यशाली होते हैं, सुख शांति का सोमरस पीते हैं, जग के सदा करणीय वो ही होते, उनका कथन... Poetry Writing Challenge 67 Share उमा झा 16 May 2023 · 2 min read गुड्डी की व्यथा हम थे सखी अदृश्य पवन के, हम गुड्डी थे निर्बंध गगन के। कौन अबोध बालक ने हमको, गगन समीर दिखाया । उसके दुर्बल कर से कट कर, मेरा तन उस... Poetry Writing Challenge 105 Share उमा झा 16 May 2023 · 1 min read क्रांति की ज्वाला रे अभागे! शेर को कबतक पिंजरबंध रख पाओगे, महाकाल के गाल स्व संग प्रियजन के प्राण गवाओगे, है, था, रहेगा निःशंक गगन में वह उड़ने वाला, है वीर धरा का... Poetry Writing Challenge 165 Share उमा झा 16 May 2023 · 1 min read शौर्य उद्घोष चेत धरा के रिपु समस्त! यह हिन्दुस्तान नहीं, जम्बूद्वीप का अभियान है । हम सत्य अहिंसा के परिचायक, शान्ति धरम के हम हैं नायक, एक और सुन, शौर्य पराक्रम भी... Poetry Writing Challenge 149 Share उमा झा 16 May 2023 · 1 min read शिशु और चंद्रमा एक नन्हा शिशु सोया था, माँ के आँचल में खोया था । स्व चेतना में भरकर उमंग, खेल रहा था नव उदित चंद्रमा के संग । अनायास पड़ोसन द्वार लगाई,... Poetry Writing Challenge 165 Share उमा झा 16 May 2023 · 2 min read फूल सी बच्ची थी वह एक फूल सी बच्ची, मृदुल कोमल भाव की सच्ची । पिता से पाया था बस देह, मिला नहीं कभी मन का नेह । बेटी बनना उसके लिए था... Poetry Writing Challenge 156 Share उमा झा 15 May 2023 · 1 min read सुन मानव ! हे मानव नीरस पथ पर क्यों भटक रहा, तेरी जीवनधारा कंकड़ पत्थर से क्यों अटक रहा, तू जिस जीवन को अपना माना है, बता तू उस पथ को कितना जाना... Poetry Writing Challenge 210 Share Page 1 Next