उमा झा 198 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid उमा झा 5 Sep 2025 · 1 min read तम् गुरुम् नमाम्यहम् गुरुगगनम् गुरुगुरुम् गुर्वधोक्षजम् । गुरुज्ञानप्रकाशकम् गुरुपरपरमेश्वरम् । गुरुशिवम् तम् गुरुम् नमाम्हम्।। गुरुपयोनिधिम् गुरुधराधारकम् । गुरुमहीरुहम् गुरुदेवदयानिधिम् । गुरुशुभम् तम् गुरुम् नमाम्यहम्।। तम् गुरुम् नमाम्यहम् तम् गुरुम् नमाम्यहम् 🙏🏻🙏🏻🌹🌹🌹🌹🪷🌸🌷🌺🥳 Sanskrit · श्लोक 86 Share उमा झा 15 Aug 2025 · 1 min read जय जयकार मंगलमय हो स्वतंत्रत भारत सौभाग्य, कोसों दूर रहे दुर्भाग्य, नव कांति के स्वागत में, खिली धूप है,खुला गगन है, चु- चु चीं-चीं कलरव कुल है , मंद पवन करे सन-सन... Hindi · कविता 99 Share उमा झा 14 Aug 2025 · 1 min read मन व्यथा काले छवि वाले बादल काले, कर्कश ध्वनि से किया बौछार, कोमल तन के कोमल मन, का ,पतंग हो गया तार-तार । था चंचल चित नयन में उड़ान, पर, सर्दी खांसी... Hindi · कविता 133 Share उमा झा 12 Aug 2025 · 1 min read सोचने की शक्ति हो गई क्षीण, सोचने की शक्ति हो गई क्षीण, मैं शब्दों से हो गई दीन, लिखनी है कविता गिन रही हूँ दिन, विवस असहाय सपेरे की टूट गई बीन, हुआ हास्यास्पद मेरे जैसे... Hindi · कविता 69 Share उमा झा 23 Jul 2025 · 1 min read झम झम हथिया बरसैत जो, झम झम हथिया बरसैत जो, जाकऽ दखै खेत-खरिहान, नाइच रहल छै गिरहत के धान, सऊॅंसे खेत में कदबा पसरल, बिन जल खेत छलै सब खिसरल, मुंह तकर हिलकोरने जो, झम... Maithili · कविता 85 Share उमा झा 21 Jul 2025 · 1 min read कियो जुनि कहियौन शिव के कारी कियो जुनि कहियौन, शिव के कारी हे गीतहैर नारी, जों शिव कारी लागैय, किछ तऽ हेतैन लाचारी, हे गीतहैर नारी । अपनै तऽ खाय छै भोला, भांग के गोला, जग... Maithili · गीत 146 Share उमा झा 15 Jul 2025 · 1 min read हमर भारत जनम हमर अछि जेहि भूखंड, अद्भुत रूप धरा ब्रह्माण्ड, जकर कण कण स्नेहक ज्योति, ओ थिक हिन्दुस्तान हे, देश हमर अछि भारत जग में, शत् शत् अहाॅं के प्रणाम हे।... Maithili · गीत 75 Share उमा झा 6 Jul 2025 · 1 min read सूर्य कांति सूर्योदय होने से पहले, अंधकार गहराता है, ज्यों ज्यों अंत निकट आता है , त्यों-त्यों द्वेष तिमिर का परचम, नभ में लहराता है, रात्रि की हाहाकार , भूर भुवर दहलाती... Hindi · कविता 79 Share उमा झा 6 Jul 2025 · 1 min read जग जननी अहिं जग जननी अहिं,जग तारिणी छी, अहाॅं दुख हरिणी,सुख दायिनी छी, हम कल्पित स्वर सौं कि माॅं कहु, अहाॅं हृदय गति निरक्षिणी छी,जग जननी अहिं -----। अहाॅं ब्रह्माणी, रुद्राणी छी, अहाॅं... Maithili · गीत 1 100 Share उमा झा 4 Jul 2025 · 1 min read दुख सौं करु उवार माॅं हारल-थाकल शरण में एलौं, दुख सौं करु उवार माॅं , झर-झर, झर-झर नोर बहैयै, लागै मास अखार माॅं, अहिं माॅं जननी,मंगल करणी, दुख सौं करु उवार माॅं। शोक हरु *शोकहारा*... Maithili · गीत 101 Share उमा झा 18 Apr 2025 · 1 min read उपराग नै छेलौ परकार गै मौगो किये बजेलें घोरऽ गै, हम नै कहबौ,हम नै कहबौ, कहतौ टोल-पड़ोस गै। नीक- नीक साड़ी पेटी में रखलें, हमरा देलें अंगोर गै, मौर- मिठाई कोठी... Maithili · गीत 156 Share उमा झा 18 Apr 2025 · 1 min read कहाॅं हो मैं तुझे ढुढती थी कुंज और वन में तू स्मिता बिखेरती थी हवा के कण कण में, तू सदा रहती हो साथ मेरे तन में, पर हुआ नहीं विश्वास चंचल... Hindi · कविता 126 Share उमा झा 15 Apr 2025 · 1 min read नव पाहुन 'सावन' सन के कनिया लागैयै सुहाअन, 'भादव' सन के घोघ दैवा मारैयै जान। 'आशिन' हे सखि आश लगौने, कनिया आऔति घोघ उठौने, आवि गेल 'कातिक' बन कें विहान, कि कहु... Maithili · गीत 140 Share उमा झा 13 Apr 2025 · 1 min read जौ के दाने है दो मित्र की कहानी थी जिस पर दरिद्रता की घाव पुरानी। तंगी- नंगी-भुखमरी के कारण, चले परदेश बनने को चारण। या तो अर्थ कमा कर आना है, या भुखे... Hindi · कविता 130 Share उमा झा 13 Apr 2025 · 1 min read पथ का पत्थर पथ पड़ा पत्थर का टुकड़ा, कहा मनुज से अपना दुखड़ा, था कभी मैं पर्वत का प्यारा तुंग होने का था दर्प हमारा, था वह कितना विषम दिन, हुई संध्या मुझसे... Hindi · कविता 117 Share उमा झा 18 Mar 2025 · 1 min read धनिया जिया जर जर जरले जाय, धनिया विना मोरा किछ नै सोहाय, जिया जर जर जरले जाय। चांन सन कनिया, पान सन धनिया, रुप यौवन सों परिपूर्ण मुन्निया, सोच सोच मोर... Maithili · गीत 1 116 Share उमा झा 18 Mar 2025 · 1 min read वसंत जब से आया धरा पर नव वसंत, खिल उठा जरा में यौवन की नई तरंग, शनै शनै स्पर्श करता चला पवन, ऊर्जावान हुआ, था जो संकुचित धरा गगन, नवनीलम सा... Hindi · कविता 2 125 Share उमा झा 15 Feb 2025 · 1 min read कविता सोचने की शक्ति हो गई क्षीण, मैं शब्दों से हो गई दीन, लिखनी है कविता गिन रही हूँ दिन, विवस असहाय सपेरे की टूट गई बीन, हुआ हास्यास्पद मेरे जैसे... Hindi · कविता 1 149 Share उमा झा 15 Feb 2025 · 1 min read जय हनुमान भूमि पर लेटे हे हनुमान, कलयुग तारण के हनुमान, दर्शन की है मेरी भी इच्छा, मांग रही उमा भिक्षा, सिर सवार सूर्य किरण, करूँ कैसे प्रभु सुमिरन, जो नर लिया... Hindi · कविता 2 121 Share उमा झा 29 Sep 2024 · 1 min read थिक मिथिला के यैह अभिधान, थिक मिथिला के यैह अभिधान, देह में शोभेऽ कुर्ता- धोती- तौनी, शीश भूषय पाग मुकट सन, आनंन में चानन, मुंह में शोभेऽ पान, थिक मिथिला के यैह अभिधान। वाणी अछि... Quote Writer 3 4 383 Share उमा झा 29 Sep 2024 · 1 min read थिक मिथिला के यैह अभिधान, थिक मिथिला के यैह अभिधान, देह में शोभेऽ कुर्ता- धोती- तौनी, शीश भूषय पाग मुकट सन, आनंन में चानन, मुंह में शोभेऽ पान, थिक मिथिला के यैह अभिधान। वाणी अछि... Quote Writer 1 209 Share उमा झा 29 Sep 2024 · 1 min read काली एली अंगना चलु चलु बहिना, काली एली अंगना, काली माता बनिकऽ एली सुन्दर सुन्दर सपना, बांझी ठारे, द्वारऽ माता, पुत्र दियऽ माँ हे जगदम्बा, पूजब बारहो महीना, चलु चलु बहिना-----। अन्हरा ठारे... Maithili · गीत 2 2 272 Share उमा झा 29 Sep 2024 · 1 min read अहाॅं बाजू नै बाजू पैर बजै पेजनियाॅं हे माता जखनहि एलियै, गहबर पैसि अंगना, अहाॅं बाजू नै बाजू ,पैर बजै पेजनियाॅं, अहाॅं छी योगमाया, गुरु के ग्रंथ बताबे, अहाॅं छी जग माता हे ब्रह्मा गावि सुनाबे, अहाॅं... Maithili · गीत 1 185 Share उमा झा 26 Sep 2024 · 1 min read जागु न माँ हे काली जागु न माॅं हे काली, रहबै अहि माँ सूतल, संसार रहतै दुखल, अमृत गगन सों बरसल, भूक्खल हृदय माँ तरसल, देखु माँ हाथ खाली, जागु न माँ हे काली। 1... Maithili · गीत 1 313 Share उमा झा 8 Sep 2024 · 1 min read तोरे भरोसे काली तोरे भरोसे काली इहो जग ठानब, तू हीं करऽहि निस्तार हे काली। नहि अछि जननी धोऽन बीत, नहि अछि टक्का लाख हे काली, कोऽन विधि पूरत मन के मनोरथ, कोऽन... Maithili · गीत 1 224 Share उमा झा 29 Jun 2024 · 1 min read आरती लेऽ माँ तैयार छै माँ के मंदिर भीड़ लगल छै, आरती लेऽ माँ तैयार छै, माँ के मंदिर भीड़ लगल छै, आरती लेऽ माँ तैयार छै। कियो माँ के चरण पखारै, कियो करै श्रृंगार... Maithili · गीत 2 238 Share उमा झा 17 Jun 2024 · 1 min read कब आओगी वर्षा रानी कब आओगी वर्षा रानी, लेकर घट में भर-भर पानी। सूखा अंबर, धरणी सूखी, सूखा है संसार, सूखे हैं सब बाग-बगीचे, करे सभी पुकार, जल्दी आ जा बन कर दानी, लेकर... Hindi · कविता 2 270 Share उमा झा 17 Jun 2024 · 1 min read ग्रीष्म ऋतु के रुठे पवन ग्रीष्म ऋतु के रुठे पवन, छोड़ रीति कर आलिंगन। था दिन वह जब, शरद पिता के कारण, तुझसे न ऑंख मिलाई, ओढ़ चादर नैना भी छुपाई, गए पिता, बीता वो... Hindi · कविता 2 361 Share उमा झा 30 May 2024 · 1 min read 30 वाॅ राज्य 30 वाॅ राज्य सब मोदी की ही करते जय जयकार, किन्तु मैं दूं धन्यवाद विपक्षी तुम्हार । तुम सब मिलकर ही कीचड़ बनाया, देश के सोए जनता को झकझोर जगाया... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 2 292 Share उमा झा 24 May 2024 · 1 min read जय जय हे महिषासुर मर्दिनी जय जय हे महिषासुर मर्दिनी, सिंह विराजिनी माँ, माँ के करियोऽन आरती, माँ के करियोऽन आरती। कर में कमल, कमल पर आसिनी, विष्णु विलासिनि माँ, श्रद्धा के माॅं थार सगाकऽ,... Maithili · गीत 3 338 Share Page 1 Next