Mahender Singh Tag: शेर 80 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Mahender Singh 8 Jun 2022 · 1 min read नज़्म मेरे चलने से वो चलती है, ठहर जाती है रुकने पर, सांसें नहीं वो आये जाये. परछाई है अपनी माँ की, भविष्य निधि एक दूजे नू . तेरी हर बात... Hindi · शेर 1 1 188 Share Mahender Singh 25 Feb 2022 · 1 min read सूक्ष्म ध्वनि कह दो सुन ले जो ध्वनि सूक्ष्म है. तुम्हारे अपने आयाम है. परिचित उनसे तुम ही नहीं. थोपना है तुम्हारे हाथ में. उसको बस यही पसंद नहीं. Hindi · शेर 2 1 168 Share Mahender Singh 25 Feb 2022 · 1 min read ज्ञान का उदय लेकर रोशनी सूरज से, इतराती है चांदनी, गरूर में डूब जाता है. #चांद एक पखवाड़े के लिए. . किसी का चांद डूब गये. सूर्योदय हुआ किसी का. आंख खिले दृश्य... Hindi · शेर 2 1 373 Share Mahender Singh 19 Feb 2022 · 1 min read सुरत ए हाल सुरत ए हाल क्या ब्यां करें, लोग जब इतना ख्याल रखें. नाम लो और सब बखान करें, भविष्य भी बता देते है और ये ये कह दें उनके यहां चक्रवाती... Hindi · शेर 3 2 278 Share Mahender Singh 9 Jan 2022 · 1 min read ओनली प्रेशर नो प्रैश मीटिंग नजरअंदाज करने वाले माणस, न *अधिकार रैली मा दिखया, ना *धिक्कार रैली मा. खौफ इस कदर ठीक नहीं. एकाध *प्रैश कॉंफ्रेंस कर लेते. . सुना है, आंखें बिछाये बैठे हैं,... Hindi · शेर 2 1 229 Share Mahender Singh 27 Dec 2021 · 1 min read माफिया मुझे तो बस, तेरा मुखौटा हटा देना था, न जमीं है तेरी ✍️ जमीर कहाँ से आयेगा. जा तुझे मुआफ़ किया. इंसानियत अभी मेरी ! मरी नहीं ! जिंदादिली देख... Hindi · शेर 2 2 340 Share Mahender Singh 27 Dec 2021 · 1 min read शेर अज़नबी कपडों से पहचान करने वाले, इंसानी पहचान में गच्चा खा गये. . इतने आसां नहीं रहे सफर, कभी ! नफरती मिजाज घुले नहीं. अभी !! . कुछ हलचल जरूरी है,... Hindi · शेर 1 1 243 Share Mahender Singh 14 Dec 2021 · 1 min read अलख अलखा किसी को देखा है. तुमने, जिसका वो खाते. आये हैं. कतई भयभीत नहीं. तुम्हारे अंदर का डर. खत्म न हो जाये. . उसी को अलखा अलख कहते हैं. Mahender Singh... Hindi · शेर 1 1 395 Share Mahender Singh 11 Dec 2021 · 1 min read ढेला या देवताओं लोग भक्ति भक्ति करते हैं. फिर भी, शक्ति-प्रदर्शन *लोगों से करते हैं. लोगों को मनोबल एक *ढेले से मिलता है, घर के बुजुर्ग को ही *ढेला समझ लो. कुछ तो... Hindi · शेर 2 2 243 Share Mahender Singh 8 Dec 2021 · 1 min read हादशे जब बने हकीकत. एक तैराक,, इसलिए डूब गया, गहराई से वंचित और प्यासा था. जल में था, तैनात,, हर उलझन से वाफिक. मगर डूब गया, इत्मिनान से , ये सवाल छोडकर, हर कलाकार... Hindi · शेर 1 1 430 Share Mahender Singh 6 Dec 2021 · 1 min read रुग्ण विचार किसी आदमी के व्यर्थ का बोलना, मूर्खता ही तो है,उसकी बातें तोलना . वो धरातल की बातें कभी करते नहीं, आकाश है,उस पर भी सबका बसर. कहाँ ? . प्रेम... Hindi · शेर 1 1 363 Share Mahender Singh 22 Nov 2021 · 1 min read आत्मघात नफरत हो जिनके मन में अभ्यास घर में, कामयाब होने पर. दुनिया की खैर नहीं. खुद को नहीं बख्शते लोग, बडे आत्मघाती हो गये.. Hindi · शेर 3 2 354 Share Mahender Singh 21 Nov 2021 · 1 min read सलाह और मदद किसी से मदद की उम्मीद मत करना, सलाह मुफ्त मिल जायेगी . एक से मांगो, लाखों मिल जायेगी. मदद फिर भी नहीं मिलेगी. उलझन बढ़ जायेगी. Hindi · शेर 2 2 187 Share Mahender Singh 21 Nov 2021 · 1 min read ख्वाब में चर्चा बहुत चर्चा रहती है तेरी, मेरे इन ख्वाबों में, आँखें खुलती हैं , कोई नहीं होता घर पे .. . मुझे याद तो है तेरी अठखेलियाँ, बहुत लोगों से सुना,... Hindi · शेर 2 2 462 Share Mahender Singh 16 Nov 2021 · 1 min read इतिहास के झरोखे एक वो चरखा था, बढा जिस पर आज, चस्पा है, खटकता था, वो जिनको, उनके मुँह पर तमाचा है . विरासत तेरी अशेष है, भूल जाते लोग कभी के, मर्यादा... Hindi · शेर 2 2 1k Share Mahender Singh 11 Nov 2021 · 1 min read विचार मंथन कुछ बडा खेलने वाले खेले, देशहित,हिंदुत्व, राष्ट्रवाद, सब कुछ भूल जाओगे, भूख प्यास और संवाद . Hindi · शेर 2 2 318 Share Mahender Singh 11 Nov 2021 · 1 min read अरमान अरमान तेरे अकेले के नहीं, सब पर पड रहा दबाव, ईंट कंगूरे की तू है बना, हमारे दबने से तू है सजा. हमारा जिक्र तक नहीं, नींव में कब से... Hindi · शेर 2 2 390 Share Mahender Singh 8 Nov 2021 · 1 min read हँसी बड़ी मुश्किलों से हँस पाते है लोग, समझने लगे है लोग, ये भी एक कला है,, हँसना हँसाना भी एक कला है. जो भी खुद पर हँसा, दिवानी हो गई... Hindi · शेर 2 2 448 Share Mahender Singh 1 Nov 2021 · 1 min read मुखौटे मैंने कहा मुखौटा हटाओ, इस तरह कोई हटाता है, क्या ? मैंने हाथ आगे बढाया. खुद पे खुद बेनकाब था लोगों ने कहा चौकीदार चोर है. बडा बुरा लगा. जो... Hindi · शेर 3 4 277 Share Mahender Singh 24 Oct 2021 · 1 min read नाम परिवर्तन मेरी लेखनी से कुछ तो लिखे गया, एक तेरी स्याही है, जो लिखे गया, उसे मिटाने चली है ! . दौर मश्हूर होने का था, तुम नाम देते रहते, तुम... Hindi · शेर 5 4 370 Share Mahender Singh 23 Oct 2021 · 1 min read मेहनत रात को जिसने, गुजरते हुए देखा है. उसके लिए दिन में सुकून कहां, जो दिन रात एक करते है. सफलता को उन्हीं की, मेहनत का परिणाम नहीं, किस्मत/भाग्य से संभव... Hindi · शेर 3 3 260 Share Mahender Singh 6 Oct 2021 · 1 min read परवाने जिस दिन खुद से प्यार हो जायेगा, दूसरों से लडना नहीं पड़ेगा, उस कीटपतंग से सीखना नहीं पड़ेगा, हो जाता है, किस तरह कुर्बान, दीपक की लौ से लिपटकर.. मेरे... Hindi · शेर 4 3 813 Share Mahender Singh 6 Oct 2021 · 1 min read प्रेम सब लोग प्रेम के पीछे पडे है. कोई समर्थन में तो विरोध में एक बार करके देख लो. जिसको हुआ वो ही खुदा हो गया. डॉक्टर महेन्द्र सिंह हंस Hindi · शेर 2 3 223 Share Mahender Singh 30 Sep 2021 · 1 min read हसरतें बचा ही क्या, जब दिल की हसरते ही गिर गई, क्या मायने है,जब खुद की बातें ही याद नहीं, क्या फर्क पडता है, अब लोग मांगकर खाये या मारकर.. चल... Hindi · शेर 4 3 682 Share Mahender Singh 24 Sep 2021 · 1 min read विचार आजकल आंख का काँटा, बनने में ज्यादा मुश्किलें नहीं है. अलग विचार रख दो, बस आप हुए अधार्मिक . विचारों का दमन ही.. असल में धर्म है. Hindi · शेर 3 2 321 Share Mahender Singh 22 Sep 2021 · 1 min read मूकबधिर जो सुनते नहीं, वो बोलते नहीं, प्रकृति मूकबधिर पैदा करती है. इसका क्या करें, सुन सकता है, पर सुनता नहीं, बोलता बहुत है. . विश्वास गर खुद पे होता, यूं... Hindi · शेर 2 1 335 Share Mahender Singh 18 Sep 2021 · 1 min read दर्ज करना दर्ज तक नहीं हो पाती शिकायतें, फर्क पड़ रहा है,पत्थर पर पुष्प चढाने का, परवान चढ़ गए, धार्मिक रेलमपेली के, उसके प्रबंधन, जो तुम्हारे हाथ है. तुम्हारे दिल की तुम्हारा... Hindi · शेर 1 1 273 Share Mahender Singh 15 Sep 2021 · 1 min read दहशत-गर्द दहशतगर्दी ने लंका, इस तरह जलाई जनता रसोई से बाहर, निकल न पाई .. . धर्म ने धर्म की ऐसी खिंचाई, बढ़ती गई, दो भाईयों में खाही, बने खून के... Hindi · शेर 3 4 519 Share Mahender Singh 12 Sep 2021 · 1 min read बदलाव रूख रुक नहीं रहा है दूसरों को जिम्मेदार ठहराने का थोडे बहुत जिम्मेदारी लो बेटा. वक्त शादी का, नजदीक आ रहा है. . आयोजन के मर्म तो देखो, जो निसर्ग... Hindi · शेर 2 2 387 Share Mahender Singh 10 Sep 2021 · 1 min read किस्मत भले डाल देना ,स्वर्ण. मेरी झोली में, तुझे नहीं मानना,जा अस्मिता दार पे. जो कमजोर समझ करके वार करे, कायर है, नासमझ है, शिखंडी है. तरस आती है, मुझे उन... Hindi · शेर 2 1 454 Share Mahender Singh 8 Sep 2021 · 1 min read शुरूर गुरूर तुम्हें है, तो शुरूर हमें भी, तेरी मिटने वाली चीज़ है... मेरा शुरूर साँस से जुडा है... तू देख तो सही तुझे शरीर दिखाई देगा साँसें दिखाई देगी. विचार... Hindi · शेर 2 1 362 Share Mahender Singh 6 Sep 2021 · 1 min read रुतबे के हस्र आसान नहीं है रुतबे के हस्र देख पाना, जरा फक्र, हमारे लिए भी रखती ... मन उदास, हमारे भी होते है ... दर्द दिल के किसी और के भी पहचान... Hindi · शेर 2 1 474 Share Mahender Singh 5 Sep 2021 · 1 min read वक्त वक्त पर वक्त से जो सीख लेता है, वही वक्त आपका है, वरन् कमबख्त, किसी और का हो जाता है, . पग पग वक्त खडे कर देता है. द्वंद्व और... Hindi · शेर 1 1 299 Share Mahender Singh 3 Sep 2021 · 1 min read मानव निर्मित व्यवस्था समर्थन मिलते हैं, एक सीमा तक, फायदे नहीं होते, तो टूट जाते हैं । तुमने सोचा ये खेल, खेल वो खेल है. सदियों से चले आ रहा है .... और... Hindi · शेर 2 1 298 Share Mahender Singh 3 Sep 2021 · 1 min read कर्म सिद्धांत लिखे है लेख तुमहीं ने, मिटाने वाला कोई और, कैसे होगा ????? गफलत में मत जीना. करोगे सो भोगना पड़ेगा, कर्म का कोई और सिद्धांत नहीं. डॉक्टर महेन्द्र सिंह हंस Hindi · शेर 2 1 470 Share Mahender Singh 2 Sep 2021 · 1 min read धर्मनिरपेक्ष आसमान बंट चुके है, प्रयोग मंगल, चांद पर जारी है, झंझट हमारे जाति सम्प्रदाय के है. हमें मिलकर रहने में नहीं. मुमुक्षा चिंहित करने में है. जरूरी है लोकतंत्र में... Hindi · शेर 2 1 170 Share Mahender Singh 27 Aug 2021 · 1 min read शेर और बकरी दिलों पर राज करनेवाले कब मचान बनाया करते है, ये तो खौफ़ है शेर का. बांध कर बकरी ... खुद के शौक फरमाया करते. खाते तो लोग भी हैं बकरी,... Hindi · शेर 3 5 374 Share Mahender Singh 21 Aug 2021 · 1 min read हिफाज़त सुना है मैंने, पर ऐसा पाया नहीं, तू देता है सबको एक समान ... तेरी इनायतें, देखता कौन है ... हिफाजत सब की करता है .. चूक मुझसे हुई, मैंने... Hindi · शेर 3 3 467 Share Mahender Singh 16 Aug 2021 · 1 min read जमीर जमीन तलाश लो अपनी, खंड खंड है सबकुछ. अखण्ड कुछ भी नहीं, जमीर को तलाश जरा. जमीन नही, दो जून की रोटी के मोहताज पावोगे. Hindi · शेर 4 3 181 Share Mahender Singh 15 Aug 2021 · 1 min read दबंग डरते नहीं है लोग, आजकल. कैसे कहे दबंग है, निर्णायक घडी में, ठहरते भी तो नहीं, भाग जाते है. डॉक्टर महेन्द्र सिंह हंस Hindi · शेर 2 2 546 Share Mahender Singh 13 Aug 2021 · 1 min read लौरिया नींद आने लगी है उसे, बिन लौरिया सुने हुए आदत मेरी बदलती नहीं, गुनगुनाने की .... Hindi · शेर 1 1 187 Share Mahender Singh 8 Aug 2021 · 1 min read कोहिनूर हम तो तेरे तन बदन के नहीं, तेरी नजरों के कायल हैं, दुनिया लाख फब्तियां कसती रही, तुमने नहीं सुनी, आज वही साधारण सीसा, हीरो में कोहिनूर तराश डाला. Hindi · शेर 3 2 444 Share Mahender Singh 8 Aug 2021 · 1 min read वो, वो नहीं मेरे देखने में फर्क रह गया शायद, वो, वो नहीं है, जिसे मानती है दुनिया !!! . वो, वो है जिसे जानती तो है, मगर कहने से चूक जाती है. Hindi · शेर 3 2 182 Share Mahender Singh 7 Aug 2021 · 1 min read आयोजन चीजे तो बहुत सामने रखी हमने, ध्वनि और रोशनी उनमें विशेष.. दोनों में माध्यम और तरंगें खास. अब जरा बताओ कैसे ब्राह्मण श्रेष्ठ और अन्य पतित वा भ्रष्ट हैं. Hindi · शेर 3 2 1k Share Mahender Singh 7 Aug 2021 · 1 min read अदालत तेरी अदालत, कब लगती है,कहाँ लगती है, फैसले हमारी मर्जी के खिलाफ होते है .. हम चाहते हैं, तब नहीं आते, तू चाहे तत्काल आते हैं, . भगवान को बनाया... Hindi · शेर 6 4 555 Share Mahender Singh 7 Aug 2021 · 1 min read खतौनी खतौनी लिए बैठा है चौकीदार, नहीं करता किसी पर ऐतबार.. दिल चाहे जो वो करते आया. कालेधन पर नहीं, वह जनता की जेब पर वार करता है. . मौके नहीं... Hindi · शेर 5 3 459 Share Mahender Singh 5 Aug 2021 · 1 min read निसर्ग छलकती है वो गगरी, जो हो अधभरी, जिस जगह तुम नहीं, कैसी नगरी. प्रेम गली अति सांकरी कौन नर कैसी नारी. डॉक्टर महेन्द्र सिंह हंस Hindi · शेर 3 3 335 Share Mahender Singh 31 Jul 2021 · 1 min read जलवे किरदार को किरायेदार न समझो, जहां में जहाँ भी रहते हैं. खबर रखते है, कदर इंसानियत की करते हहै, खुद को श्रेष्ठ सिद्ध करने की होड में नहीं . मेरे... Hindi · शेर 3 2 422 Share Mahender Singh 29 Jul 2021 · 1 min read टका महफिल में मशगूल मशहूर टके ने टकले के सिर पर, खनकते हुए कहा, ये मेरी बदौलत है, जो तेरे अल्फ़ाज़. राजघराने की तारीफ़, शुक्रगुज़ारी में. भूखे की ओर इशारा तक... Hindi · शेर 3 2 207 Share Mahender Singh 29 Jul 2021 · 1 min read रास्ते उन्हीं कदमों पर, चलते हुए, नकार दिया था, हमने, . आजकल घूमाकर हाथ हमने कान पकडने को फैशन बना दिया. . कहो अब प्रतिनिधित्व के फैसले हमारे नहीं, Hindi · शेर 3 2 317 Share Page 1 Next