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27 Dec 2021 · 1 min read

शेर अज़नबी

कपडों से पहचान करने वाले,
इंसानी पहचान में गच्चा खा गये.
.
इतने आसां नहीं रहे सफर,
कभी !
नफरती मिजाज घुले नहीं.
अभी !!
.
कुछ हलचल जरूरी है,
कर्म के बाद फल जरूरी है.
किये की पगार ना मिले.
भविष्य क्या होगा .
आज ही निर्णय लेना.
जरूरी है
.
नब्ज़ के खोजी.
मर्ज़ के खोजी.
नज्म के खोजी.
होते सदा मनमौजी.
.
कपडों से पहचान के खोजी.
नफरती किरदार को न निभा.
ये चाल है,नफरती, सोची समझी.
अब तू ही बता, दिक् अंबरी,नागा.
अभी अभी जन्मे बच्चे.
तुझे मुआफ करेंगे कभी..

Language: Hindi
Tag: शेर
1 Like · 1 Comment · 247 Views
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