indu parashar 39 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid indu parashar 26 Jun 2023 · 1 min read हिंदी में ही बोलिए हिंदी में ही बोलिए सिंधु के किनारे हिंद, हिंद के निवासी आप, गर्व कीजिए हुज़ूर, हिंदी में ही बोलिए। हिंद की मुखर वाणी, जैसे खुद वीणा पाणी, हिंदी ही तो... अनयूज़्ड 97 Share indu parashar 26 Jun 2023 · 2 min read बारहखड़ी बारहखड़ी अच्छे बालक बनना है तो, आदत अच्छी तुम अपनाओ । इसकी उसकी बात करो मत , ईश्वर को तुम शीश नवाओ । उठकर सुबह सवेरे बच्चो, ऊल - जलूल... 99 Share indu parashar 26 Jun 2023 · 1 min read नारी एक नदी है बहुत दिन से यही कहीं रखा था *नारी एक नदी है* नदियाँ, नारी एक सी, रखें तरलता पास । दोनों के मन विकलता, पिया मिलन की आस। दोनों जीवनदायिनी, दोनों पालनहार। दोनों सबको दे रहीं, जीवन का... अनयूज़्ड 87 Share indu parashar 26 Jun 2023 · 1 min read राम रमापति राम रमापति राम रमापति सबहि पियारे। चरण शरण हम पड़े दुआरे।। शीघ्र करहु संकट कर नाशा। सबके हृदय यही अभिलाषा।। सारा जगत आज भय पाता। संकट दूर करो भयत्राता।। समदर्शी... अनयूज़्ड 92 Share indu parashar 26 Jun 2023 · 1 min read विजय विजय एक बार यदि हार गए तो, उसे हार तुम मत मानो। उसी डगर को तुम जीतोगे, मन में यह निश्चय जानो। औरों के कुछ भी कहने से, अन्य राह... अनयूज़्ड 95 Share indu parashar 26 Jun 2023 · 1 min read अनंत यात्रा अनंत यात्रा एक यात्रा अनंत की ओर, लक्ष्य की ओर या मोक्ष की ओर चल रहे हैं जीवन पथ पर पथिक सारे, हैं, सभी *संघर्षरत*, अपने पथों पर। यात्रा के... अनयूज़्ड 94 Share indu parashar 26 Jun 2023 · 1 min read कर्म के बंध आधे अधूरे पड़े कर्म के बंध आधे अधूरे पड़े कर्म के बंध आधे अधूरे पड़े, भोगना शेष है सालते हैं बड़े। आप यों मुक्ति के द्वार पर मत चढ़ो, कर्म से पार पाओ... अनयूज़्ड 124 Share indu parashar 26 Jun 2023 · 1 min read तुष्टि *तुष्टि* लक्ष्य यदि, जान लिया, लेकर संकल्प दृढ़, चल पड़े कर्तव्य पथ पर। देह पर हैं लोम जितने, हों, कठिन व्यवधान उतने। आंधियां आयें,प्रलय हो, विश्व सारा तिमिरमय हो, काल... अनयूज़्ड 80 Share indu parashar 26 Jun 2023 · 1 min read हां तभी नववर्ष होगा हां तभी नववर्ष होगा दूसरों की हर खुशी में,खुशी होना जानते हैं । और की श्रद्धा, वहाँ भी, सर झुकाना जानते हैं । जनवरी नव वर्ष उनका,हर्ष हमको भी बहुत... अनयूज़्ड 87 Share indu parashar 26 Jun 2023 · 1 min read सरस्वती वंदना सरस्वती वंदना हे विद्या की देवि, शारदे माता वाणी। शरण पड़े हम देवि,कृपा कर वीणापाणी। कर दो कृपा कटाक्ष,मातु तुम हमें उठाओ, बरसाओ तुम नेह, गले से हमें लगाओ। तुम... अनयूज़्ड 89 Share indu parashar 26 Jun 2023 · 1 min read आनंद बरसे सर्वदा आनंद बरसे सर्वदा (मधुमालती छंद) बेटी चली पी की गली, सौभाग्य की बेला खिली। आओ अशीषें प्यार से, कर दें विदा सत्कार से। बेटी तुम्हीं सौभाग्य हो, दैदीप्य, तेरा भाग्य... 42 Share indu parashar 26 Jun 2023 · 1 min read श्री गणेश प्रार्थना श्री गणेश प्रार्थना बुद्धिप्रिय बुद्धिनाथ, धूम्रवर्ण, एकदंत। आपकी शरण पड़े, बुद्धिदान दीजिए। गणपति, गणाध्यक्ष, प्रथमेश, देवदेव, यशस्विन, योगाधिप, यश वृद्धि कीजिए। वीर गणपति साथ, विद्या वारिधि नाथ, शरण गहूं तुम्हारी,... अनयूज़्ड 70 Share indu parashar 26 Jun 2023 · 2 min read पांचवी बेटी पाँचवीं बेटी प्यार याकि सम्मान मिला हो , मुझको याद नहीं है । हुई पाँचवीं बेटी मैं , यह मेरा दोष नहीं है । ध्वस्त हुआ मेरा जीवन जब ,... अनयूज़्ड 70 Share indu parashar 26 Jun 2023 · 1 min read प्रेम और बुद्धि प्रेम और बुद्धि प्रेम तो ईश है, बुद्धि अवतार है, बुद्धि के फेर में, सारा संसार है। मन वो संदूक है, प्रेम जिसमें धरा, मन भरा है तो सारा,जगत ही... अनयूज़्ड 76 Share indu parashar 26 Jun 2023 · 1 min read हे राम हे राम राम हे! राम राम, हे! राम राम। हे! राम राम, हे! राम राम। इस दुनिया के छल छंदों से, छलनी मन रोता ज़ार ज़ार । मधु पीने की... अनयूज़्ड 50 Share indu parashar 26 Jun 2023 · 1 min read मन मन बात हो संग्राम की तब, मन हमेशा जीत जाता । मन हमेशा था सिकंदर, कौन उससे पार पाता। वह सिकंदर भी सुनो , आराम करना चाहता है। अब हमारा... अनयूज़्ड 49 Share indu parashar 26 Jun 2023 · 1 min read गणपति वंदना गणपति वंदना सूर्य सा प्रचंड तेज, वक्रतुंड बुद्धि देव। महाकाय गणदेव, आज चले आइए। आपकी कृपा महान, सभी करें गुणगान, विघ्नहारी, शुभकारी, मुश्किलें हटाइए। रिद्धि बढ़े, सिद्धि बढ़े, भावना की... 79 Share indu parashar 26 Jun 2023 · 1 min read सा सरिता सा सरिता या देवी सर्वभूतेषु जीवन प्राण प्रदायिनी, नमस्तस्यै, नमस्तस्यै, नमस्तस्यै, नमो नमः। या देवी सर्वलोकेषु,लोकसंस्कृति धारिणी, नमस्तस्यै , नमस्तस्यै , नमस्तस्यै नमो नमः। या देवी सर्वभूतेषु, आनंद ,सुःख प्रदायिनी,... अनयूज़्ड 64 Share indu parashar 26 Jun 2023 · 1 min read मन भ्रमर मन भ्रमर (आनंद वर्धक छंद ) डालियों पर, गा रहीं चिड़ियाँ चहक। क्यारियों में, मोगरे की है महक। गीत होठों, पर रहे पल-पल मचल। आज मन हर्षित,नहीं होता विकल। मीत... अनयूज़्ड 77 Share indu parashar 26 Jun 2023 · 1 min read शिवरात्रि शिवरात्रि बहे गंगा जटाओं से , सजे चंदा जटाओं पे। रखें त्रयशूल पाणी में, बसें श्री राम वाणी में विराजे तुंग पर्वत पर, बनाया है वहीं पर घर। शिवा सेवा... अनयूज़्ड 55 Share indu parashar 26 Jun 2023 · 1 min read शरदपूर्णिमा (महारास) शरदपूर्णिमा (महारास) शरद की जुन्हाई ,मनमोहिनी , कन्हाई, सारी गोपियां हैं आई ,आज रास तो रचायलो। राधा अलबेली , घनश्याम की सहेली, करे श्याम से ठिठोली ,आज रास तो रचायलो।... अनयूज़्ड 70 Share indu parashar 26 Jun 2023 · 1 min read मातृ देवो भव मातृ देवो भव शैलपुत्री ,शैलतनया ,शैलजा महिमामयि। दे हमें संकल्प दृढ़ता, आत्मबल साधनमयि। ब्रह्मचारिणी ,तपश्चारिणी, अपर्णा वैराग्यमयि। दे हमें संयम, नियम, तप ,साधना हे त्यागमयि। चंद्रघंटा ,भालचंद्रा, मन हमारे शांति... अनयूज़्ड 72 Share indu parashar 26 Jun 2023 · 1 min read वासंती तन मन हुआ वासंती तन मन हुआ वासंती तन मन हुआ, पीत रंग से प्रीत, आई वसंत पंचमी, शीत रही है बीत। माँ विद्या की दायिनी, और वाणी की सेतु, हृदय कमल आसन... अनयूज़्ड 48 Share indu parashar 26 Jun 2023 · 1 min read उपहार उपहार सभी बच्चों के हृदय में, पुस्तकों से प्यार होगा। और युवाओं के करों में, सार्थक रोजगार होगा। देश के सारे बुजुर्गों, के लिए सम्मान होगा। देशद्रोही,भ्रष्ट जन के, लिए... Hindi · अनयूज़्ड 69 Share indu parashar 26 Jun 2023 · 1 min read जगमग दीप जलाएंँ जगमग दीप जलाएंँ घर आंँगन देहरी द्वार सभी पर दीपक की सत्ता है। हो अंधकार का नाश, ये संभव दीपक कर सकता है। लेकर माटी की देह, जो तन पर... Hindi · अनयूज़्ड 108 Share indu parashar 26 Jun 2023 · 1 min read नव वर्तिका जलाएं नव वर्तिका जलाएं दीपों की बस्ती में आकर, देखा मैंने घना अंधेरा। दीपक सारे ओंधे- सीधे सब को अंधकार ने घेरा। बुझी हुई बाती थी उनमें, और नेह का नाम... Hindi 63 Share indu parashar 21 Jun 2023 · 1 min read मुक्तक चली रे, चली रे, चली रे, चली, मगन मन पिया की डगर पे चली। पिया से मिलन आज हो कर रहे, न आवागमन का अहो डर रहे। **** जो छुपाई... Hindi · अनयूज़्ड 1 167 Share indu parashar 21 Jun 2023 · 1 min read मुक्तक हो समागम अगर बुद्धि का ज्ञान का, योग्यता का प्रतिभा के सम्मान का, आइए हम सभी आज दर्शन करें, मां वाणी व, वाणी के वरदान का। हां अमर हैं ये,... Hindi · अनयूज़्ड 1 175 Share indu parashar 21 Jun 2023 · 1 min read यंत्रवत् मानव बच्चों की फंतासी कहानियों, कार्टून कैरेक्टर्स में, देखा- सुना था, रोबोट यंत्रों में जान आते। किंतु अब समाज में जगह-जगह दिखाई दे रहे हैं ... हाड़- मांस के इंसानों को... Hindi · अनयूज़्ड 204 Share indu parashar 21 Jun 2023 · 1 min read हे वीणापाणि ! हे वीणापाणि ! हे माता ! हे बुद्धि ज्ञान की , निर्झरणी। हे परमेश्वरी , हे ज्ञान निधि , हे हंस वाहिनी, तमहरणी । हे विद्या रूपणि , कमलाक्षी ,... Hindi · अनयूज़्ड 202 Share indu parashar 21 Jun 2023 · 1 min read *गणपति वंदना* सूर्य सा प्रचंड तेज, वक्रतुंड बुद्धि देव। महाकाय गणदेव, आज चले आइए। आपकी कृपा महान, सभी करें गुणगान, विघ्नहारी, शुभकारी, मुश्किलें हटाइए। रिद्धि बढ़े, सिद्धि बढ़े, भावना की वृद्धि बढ़े,... Hindi · अनयूज़्ड 110 Share indu parashar 21 Jun 2023 · 1 min read भगवत गीता से (जीवन प्रश्नों के उत्तर) *भगवान कौन* तत्व जो रहा गगन में व्याप्त, वही तो कण-कण में है व्याप्त। तत्व जो तेरे अंदर आत्म, वही तो है सब का परमात्म। *ईश्वर कहांँ रहता है* ?... Hindi 50 Share indu parashar 21 Jun 2023 · 1 min read सुखधाम हे! राम राम, हे! राम राम, हे! राम राम, हे! राम राम। धरती हो जाती जब कातर, मानवता पर छाते विकार। दुख के बादल घिर आते जब, तब ही होता... Hindi · नई किताब 51 Share indu parashar 21 Jun 2023 · 1 min read मांग रहे हैं ज्ञान कुंद पुष्प की माल है, मांँ वाणी के कंठ। भक्ति में डूबे हुए, मुदित सभी आकंठ। धवल वस्त्र को धारती, धवल पद्म आसीन। ज्ञान बुद्धि सब सिद्धियांँ,मांँ तेरे आधीन। मांँ... Hindi 62 Share indu parashar 21 Jun 2023 · 1 min read गण देव गण देव देव देव गण देव, बुद्धि प्रिय बुद्धिनाथ, आपकी शरण पड़े, बुद्धि दान दीजिए। अंब अंब वाणी अंब, मातु करो न विलंब, चेतना की शक्ति बांँट, कृतकृत्य कीजिए। कृष्ण... Hindi · नई किताब 93 Share indu parashar 1 Jun 2023 · 2 min read 4.माँ तुम बिना सारा जग सूना 4.मांँ तुम बिन सारा जग सूना चली गई हो मांँ तुम जबसे , सारा जग सूना लगता है । नहीं जानती क्या थीं मांँ तुम, नहीं कोई अपना लगता है... Poetry Writing Challenge 1 61 Share indu parashar 1 Jun 2023 · 1 min read 1. वीणापाणी हे वीणापाणि ! हे माता ! हे बुद्धि ज्ञान की , निर्झरणी। हे परमेश्वरी , हे ज्ञान निधि , हे हंस वाहिनी, तमहरणी । हे विद्या रूपणि , कमलाक्षी ,... Poetry Writing Challenge 1 195 Share indu parashar 2 Mar 2023 · 1 min read *पुष्पवान के ठाठ*, पीत पात सब झर गए *पुष्पवान के ठाठ* मनसिज, मनमथ आ गए, सुन फागुन के गीत, सुधियों ने अंँगड़ाई ली, कसक उठी है प्रीत। कोयल स्वागत गा रही, लग्न बांँचते मोर, टेसू महावर ले खड़े,... Hindi · Nature 240 Share indu parashar 7 Jun 2022 · 2 min read पिता, पिता बने आकाश पिता न बदले थे न बदलोगे,जमाना गर बदल जाए। रहे जैसे रहे वैसे,जमाना भर बदल जाए। हिमालय सी वो ऊंचाई,वहीं सागर सी गहराई। हृदय में प्रेम की ऊष्मा, कहां थी... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 6 6 777 Share