Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
27 May 2024 · 1 min read

नारी की महिमा

नारी की महिमा

है नारी की महिमा महान,
नारी सदगुण की महा खान।
नारी ने ही उत्पन्न किये,
गणपति, कान्हा, मारुति महान।

जीवन भी नारी से पाया,
उसने ही पाला पोसा है।
उसके आंचल के अमृत पर।
इस जग को बड़ा भरोसा है।

नारी बिन विश्वकोश आधा,
इतिहास अधूरा बिन उसके।
खुशियां स्फूर्ति वहीं होंगी,
जग् नाच रहा अंगुली जिसके।

मां, भगिनी, पत्नी पुत्री ही ,
पुरुषों को प्रेरित करती हैं।
साहस, बलिदान, प्रगति के हित,
उनको अग्रेषित करती हैं।

अनजानों को भी स्वजन बना,
निज पितृ गेह को छोड़ चले,
औरों का गेह बसा देती।
यह बेल कहीं उग कहीं फले।

पति गृह की वंशबेलि रक्षा,
उस पर ही आधारित है।
नई पीढ़ी की नैतिक शिक्षा,
उससे ही संस्कारित है।

जीवन रण में है ज्वाल बहुत,
नारी मधुमय रस की फुहार।
कंटकाकीर्ण जीवन पथ में,
नारी है बासंती बयार।
नारी है बासंती बयार।
इंदु पाराशर

109 Views
Books from indu parashar
View all

You may also like these posts

ज़िन्दगी थोड़ी भी है और ज्यादा भी ,,
ज़िन्दगी थोड़ी भी है और ज्यादा भी ,,
Neelofar Khan
समय
समय
Dr. Pradeep Kumar Sharma
तुम समझते हो कि हम रिश्ते की दुहाई देंगे,
तुम समझते हो कि हम रिश्ते की दुहाई देंगे,
Jyoti Roshni
रचना प्रेमी, रचनाकार
रचना प्रेमी, रचनाकार
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
कविता-सुनहरी सुबह
कविता-सुनहरी सुबह
Nitesh Shah
"तब तुम क्या करती"
Lohit Tamta
★डॉ देव आशीष राय सर ★
★डॉ देव आशीष राय सर ★
★ IPS KAMAL THAKUR ★
एक दिन
एक दिन
Dr fauzia Naseem shad
बुझाने को तैयार हैं कई दिल की आग को,
बुझाने को तैयार हैं कई दिल की आग को,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
प्रेम ही पूजा है
प्रेम ही पूजा है
dhanraj vishwakarma
इस बरसात में
इस बरसात में
dr rajmati Surana
😢आतंकी हमला😢
😢आतंकी हमला😢
*प्रणय*
2671.*पूर्णिका*
2671.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
'भारत पुत्री'
'भारत पुत्री'
Godambari Negi
विरह पीड़ा
विरह पीड़ा
दीपक झा रुद्रा
"सलाह"
Dr. Kishan tandon kranti
मैं बग़ैर आंसुओं के भी रोता रहा।।
मैं बग़ैर आंसुओं के भी रोता रहा।।
Vivek saswat Shukla
सकारात्मक सोच की शक्ति अपने आप में तब निश्चितता की भावना उत्
सकारात्मक सोच की शक्ति अपने आप में तब निश्चितता की भावना उत्
ललकार भारद्वाज
#ਤੇਰੀਆਂ ਮਿਹਰਬਾਨੀਆਂ
#ਤੇਰੀਆਂ ਮਿਹਰਬਾਨੀਆਂ
वेदप्रकाश लाम्बा लाम्बा जी
मरूधर रा मिनखं
मरूधर रा मिनखं
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
कलम की दुनिया
कलम की दुनिया
Dr. Vaishali Verma
वक्त की किमत
वक्त की किमत
Avani Yadav
तुम्हारे लिए : हरवंश हृदय
तुम्हारे लिए : हरवंश हृदय
हरवंश हृदय
नए साल के ज़श्न को हुए सभी तैयार
नए साल के ज़श्न को हुए सभी तैयार
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
"समाज विरोधी कृत्य कर रहे हैं ll
पूर्वार्थ
*स्वच्छ गली-घर रखना सीखो (बाल कविता)*
*स्वच्छ गली-घर रखना सीखो (बाल कविता)*
Ravi Prakash
” शायद तु बेटी है ! “
” शायद तु बेटी है ! “
ज्योति
जिंदगी झंड है,
जिंदगी झंड है,
कार्तिक नितिन शर्मा
छलनी सब सपने हुए,
छलनी सब सपने हुए,
sushil sarna
* प्यार की बातें *
* प्यार की बातें *
surenderpal vaidya
Loading...